कल ‘दैनिक भास्कर’ और ‘भारत समाचार’ पर आयकर विभाग के छापों ने मोदी सरकार के कायराना हरकतों की पुष्टि की है।
‘आप’ के मुखिया श्री अरविंद केजरीवाल जी एवं राज्यसभा सांसद श्री संजय सिंह जी ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि पत्रकारिता जगत पर हमला बेहद शर्मनाक है।
पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए।
‘आप’ के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह जी ने सरकार के इस कायराना हरकत की निंदा की है।
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के दिशानिर्देश पर आज आम आदमी पार्टी की प्रत्येक इकाई ने पूरे देश मे, मीडिया जगत पर हुए इस हमले का पुरजोर विरोध किया है।
आम आदमी पार्टी की उ0प्र0 प्रवक्ता डाॅ0 सन्तोष कुमारी रस्तोगी ने मीडिया जगत पर हुए इस हमले को, सरकार की कायराना और डरपोक हरकत करार देते हुए देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और मोदी सरकार की कडे शब्दो में निंदा की है।
अपना बयान जारी करते डाॅ0 सन्तोष कुमारी ने कहा कि “इस देश में मोदी सरकार द्वारा पत्रकारों की जासूसी करवाना,सरकार की चापलूसी ना करने और सरकारी तंत्र की नाकामियां उजागर करने पर मीडिया के दफ्तरों में छापे डलवाना यह दर्शाता है कि मोदी सरकार किस कदर अपनी नाकामियों और लोकतंत्र विरोधी कारगुजारियों के चलते अपनी पोल खुलने को लेकर डरी हुई है।
पेगासस साफ्टवेयर द्वारा अपने ही देश के पत्रकारों की जासूसी करवाने वाली सरकार की शर्मनाक करतूतों ने अभी तूल पकडा ही था कि अब मीडिया संस्थानो में आयकर विभाग के छापे पडना भी शुरू हो गयें।
पत्रकारिता जगत पर ऐसी दमनात्मक कार्यवाही से कहीं ना कहीं ये संदेश प्रेषित हो रहा है कि
ये सरकार देश में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का वजूद ही मिटा देना चाहती है।
जो हथियार देश के दुश्मनो और नुकसान पहुंचाने वालों पर इस्तेमाल किए जाने चाहिए, यह कायर सरकार इन हथियारों को अपने ही देश के पत्रकारों पर इस्तेमाल कर रही है जो बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
देश में कोरोना जैसे बुरे हालात में लाखों जिंदगियां,स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में तडप-तडप कर तबाह हो गयीं और परिजनों को कभी ना भूलने वाला दर्द और जख्म दे गयीं।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने मोदी सरकार के झूठ और दिखावे की पोल खोल कर रख दी फिर भी ये सरकार अपनी झूठी वाहवाही में जुटी हुई है।
जो भी संस्था इनके झूठ का पर्दाफाश करती है उस पर ये सरकार तरह- तरह के हमले करवाती है।
ये सरकार सामान्य डर से भी बडे वाले खतरनाक डर ‘फोबिया’ से डरी हुई है जो देश के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
कुछ साल पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दफ्तर मे इसी डरपोक सरकार ने सीबीआई की रेड डलवायी थी और कुछ भी हाथ नही लगा था।
इस घटना के संदर्भ मे तभी अरविंद केजरीवाल जी ने ऐसी सरकार को ‘साइकोपैथ’ और ‘कावर्ड’ मतलब “मनोरोगी और कायर” कहा था।
आज पत्रकारिता जगत पर सरकार के इस हमले से अरविंद केजरीवाल जी की बात सच साबित होती दीख रही है।
आम आदमी पार्टी मोदी सरकार के इस फांसीवाद और तानाशाहीपूर्ण रवैये का पुरजोर विरोध करती है।
डरपोक सरकार पत्रकारों की जासूसी और उन पर दमनात्मक कार्यवाही करना बंद करे।
अगर जरा भी शर्म बची है तो पेगासस कांड की जांच कराकर अपने देश के पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान सुरक्षित करे।
पत्रकारों पर हमले करना बंद करे।
लोकतंत्र के किसी भी अवयव पर हमला किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जायेगा।
अन्यथा गम्भीर परिणाम भुगतने पडेंगे।
वैसे भी मनोरोग और “लोकतंत्र फोबिया” से ग्रसित इस सरकार का इलाज आने वाले दिनो में इस देश की जनता पूरे देश से इसका सफाया करके करेगी।”
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