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Tuesday, May 13, 2025 1:40:11 AM

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हिंदुस्तान से लिंचिस्तान!

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हिंदुस्तान से लिंचिस्तान!

रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा   गोरक्षा के नाम पर, हरियाणा के फरीदाबाद में अठारह-उन्नीस साल के, बारहवीं कक्षा के छात्र, आर्यन मिश्र की हत्या की वारदात के बाद, अगर किसी को यह लग रहा हो कि कम से कम अब, गोरक्षा की आड़ में भीड़-हिंसा तथा भीड़ हत्याओं का सिलसिला थम जाएगा, तो अब उसकी […]

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राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग् 1. ये लिंचिंग, लिंचिंग क्या है…?

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राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग् 1. ये लिंचिंग, लिंचिंग क्या है…?

ये लिंचिंग-लिंचिंग, बला क्या है? बेचारे हरियाणा वाले नायब सैनी साहब सफाई दे-देकर परेशान हैं कि चरखी-दादरी में जो गोमांस खाने के शक में एक बंदे को गोरक्षकों ने पीट-पीटकर मार दिया और दूसरे को अधमरा कर के छोड़ गए, उसका किसी लिंचिंग-विंचिंग से कुछ लेना-देना नहीं है। और मॉब लिंचिंग का तो खैर कोई […]

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विष्णु नागर के तीन व्यंग्य

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विष्णु नागर के तीन व्यंग्य

1. पीतल का मुकुट   उस राज में चोरों की जबरदस्त धूम थी। चोरी से अधिक सम्मानजनक पेशा उस राज में दूसरा नहीं था। हर समर्थ, चोरी करने के किसी न किसी मोर्चे पर, कहीं न कहीं वालंटियर की भूमिका में दिन-रात डटा रहता था। हर बड़ा चोर उससे भी बड़ा चोर बनने की दिशा […]

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ये बुलडोजर (अ) न्याय ऐसे कैसे रुकेगा?

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ये बुलडोजर (अ) न्याय ऐसे कैसे रुकेगा?

रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा   उत्तर प्रदेश समेत, देश के विभिन्न राज्यों में और खासतौर पर भाजपा-शासित राज्यों में, ”बुलडोजर (अ)न्याय” की बढ़ती प्रवृत्ति पर, सुप्रीम कोर्ट की हाल की सख्त टिप्पणियों ने अंकुश लगाने का काम अवश्य किया है। देश की सबसे ऊंची अदालत ने दो-टूक शब्दों में इस सिद्घांत का एलान किया है […]

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आईसी 814 : सवालों को दबाने की कोशिश

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आईसी 814 : सवालों को दबाने की कोशिश

रिपोर्ट : सर्वमित्रा सुरजन आईसी 814 उस विमान का नाम है, जिसे 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली आते वक्त अगवा कर लिया गया था। पत्रकार श्रींजॉय चौधरी और आईसी-814 के कैप्टन देवी शरण की लिखी किताब ‘फ्लाइट इन टू फियर : द कैप्टन स्टोरी’ पर अनुभव सिन्हा ने आईसी 814 नाम से ही […]

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क्यों देना चाहिए इस्तीफा सेबी अध्यक्ष माधबी बुच को?

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क्यों देना चाहिए इस्तीफा सेबी अध्यक्ष माधबी बुच को?

विशेष रिपोर्ट : परंजॉय गुहा ठाकुरता, अनुवाद : संजय पराते मुंबई। देश के वित्तीय बाजारों के नियामक, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड, के इतिहास में कभी भी इसके अध्यक्ष की विश्वसनीयता पर इतने नाटकीय तरीके से सवाल नहीं उठाया गया है। हालांकि माधबी पुरी बुच — जो एक ऐसी पहली महिला है, जो सिविल सेवक […]

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लोकसभा चुनाव के बाद आरएसएस की चुनावी रणनीति

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लोकसभा चुनाव के बाद आरएसएस की चुनावी रणनीति

रिपोर्ट : राम पुनियानी   भाजपा के लिए सन 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे। लोकसभा में उसके सदस्यों की संख्या 303 से घट कर 240 रह गई। नतीजा यह कि पिछली बार जहां केवल नाम की गठबंधन (एनडीए) सरकार थी, वहीं इस बार सरकार वास्तव में एक पार्टी की न होकर गठबंधन […]

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हमारी समस्या है नागरिक आज्ञाकारिता!

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हमारी समस्या है नागरिक आज्ञाकारिता!

रिपोर्ट : सुभाष गाताडे   “हमारी समस्या है नागरिक आज्ञाकारिता !….”   विख्यात अमेरिकी इतिहासकार, नाटककार, दार्शनिक और समाजवादी विचारक हॉवर्ड जिन (1922-2010), जिनकी लिखी किताब ‘ए पीपुल्स हिस्ट्री आफ यूनाईटेड स्टेट्स’ की लाखों प्रतियां बिक चुकी हैं, के यह लफ्ज़ आज भी दुनिया के उन तमाम मुल्कों  में दोहराए जाते हैं, जहां की जनता […]

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शिक्षा और यूनिवर्सिटीज पर दोतरफा हमले : स्कूल-कॉलेज पहुंचा बतरा का ख़तरा

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शिक्षा और यूनिवर्सिटीज पर दोतरफा हमले : स्कूल-कॉलेज पहुंचा बतरा का ख़तरा

रिपोर्ट : बादल सरोज   वे एक सप्ताह या महीना तो दूर की बात रही, शायद ही कोई पल क्षण ऐसा छोड़ते हैं, जब कहीं न कही, किसी न किसी नफरती एजेंडे को लेकर उन्माद उकसाने के लिए भड़काने वाला बयान न दें या ऐसा ही कोई काम न करें। इन पंक्तियों के लिखे जाने […]

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राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. आने भी दो यारो

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राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. आने भी दो यारो

यूपी वाले योगी जी इन दिनों गजब फॉर्म में हैं। विधानसभा तक में ऊंची सोच के चौके-छक्के जड़े जा रहे हैं और वह भी पूरी तरह से स्वावलंबी तरीके से। विपक्ष वालों की गेंद आने तक के मोहताज नहीं हैं, बस ऊंची सोच के चौके-छक्के जड़े जा रहे हैं। पिछले हफ्ते यूपी को गरीब मुक्त […]

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तिरंगा : भगवा के पक्षधर भी इसे मानने को क्यों हुए मजबूर?

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तिरंगा : भगवा के पक्षधर भी इसे मानने को क्यों हुए मजबूर?

रिपोर्ट : राम पुनियानी   इस साल (2024) स्वाधीनता दिवस पर एनडीए सरकार ने एक बार फिर ‘हर घर तिरंगा’ फहराने का आवाहन किया था। यह हर घर तिरंगा का तीसरा संस्करण था। इस अभियान की शुरुआत 2022 में भाजपा सरकार ने की थी। यह आश्चर्यजनक था, क्योंकि भाजपा का विचारधारात्मक पितामह आरएसएस हमेशा से […]

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द्रोपदी का डर और डर की द्रोपदी

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द्रोपदी का डर और डर की द्रोपदी

रिपोर्ट : राकेश अचल   चलिए अच्छा हुआ कि कोलकाता रेप कांड के बारे में बोलकर राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू भी उस कतार में शामिल हो गईं, जिसमें पहले विपक्ष के अध्यक्ष ओम बिरला, राज्य सभा के सभापति जगदीप धनकड़ और बंगाल के गवर्नर सीबी आनंद बोस शामिल हैं। बिरला, धनकड़ और बोस पर सरकार […]

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यूपीएस पेंशन स्कीम: बड़े धोखे हैं इस राह में

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यूपीएस पेंशन स्कीम: बड़े धोखे हैं इस राह में

रिपोर्ट : रविंद्र पटवाल   अपने पोलैंड और यूक्रेन के दौरे से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक कर केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत होने के बाद एक नए पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी। अभी तो इस बारे में चर्चा ही चल रही थी कि सरकार जल्द ही एनपीएस […]

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दिल्ली के हुक्म के खिलाफ श्रीनगर-ऊधमपुर की बगावत

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दिल्ली के हुक्म के खिलाफ श्रीनगर-ऊधमपुर की बगावत

रिपोर्ट : : राजेंद्र शर्मा यह नहीं भूलना चाहिए कि 2014 के चुनाव में जम्मू में अपने रिकार्ड प्रदर्शन के बावजूद, भाजपा 25 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर ही पहुंच पाई थी और पीडीपी के नेतृत्व वाली गठजोड़ सरकार के माध्यम से ही पहली बार जम्मू-कश्मीर में उसके हाथ सत्ता तक पहुंच पाए थे, […]

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राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग्य

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राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग्य

1. अब की बार यू-टर्न सरकार   कोई हमें बताएगा कि आखिर यू-टर्न में ऐसी क्या बुराई है? यू-टर्न भी तो आखिर, टर्न का ही एक प्रकार है। और टर्न माने, गति भी और गति पर नियंत्रण भी। और नियंत्रण भी ऐसा-वैसा नहीं, बाकायदा दिशा परिवर्तित करने वाला नियंत्रण। सीधे चलते चले जाने में, फिर […]

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लेटरल एंट्री पर सरकार की ढुलमुल नीति संविधान के लिए खतरा

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लेटरल एंट्री पर सरकार की ढुलमुल नीति संविधान के लिए खतरा

रिपोर्ट : एस एन साहू, अनुवाद : संजय पराते   मोदी सरकार द्वारा यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) के विज्ञापन को वापस लेना और इसे सामाजिक न्याय और आरक्षण नीति से जोड़ना, वर्ष 2018 की लेटरल एंट्री (पिछले दरवाजे से भर्तियों) के परिप्रेक्ष्य में खोखला लगता है।   केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यूपीएससी (संघ […]

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पिछले दरवाजे से प्रवेश : जंग खाता आइरन फ्रेम

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पिछले दरवाजे से प्रवेश : जंग खाता आइरन फ्रेम

रिपोर्ट : राजेन्द्र शर्मा   कहा जाता था कि भारत में ब्रिटिश हुकूमत को असली मजबूती, शीर्ष नौकरशाही के उसके ‘आइरन फ्रेम’ से मिलती थी। स्वतंत्र भारत को यह आइरन फ्रेम विरासत में मिला था और मामूली परिवर्तनों के साथ, इसने अपनी ताकत को बनाए रखा। लेकिन, अब ऐसा लगता है कि यह आइरन फ्रेम […]

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100 ग्राम पर भारी विनेश पर उमडा प्यार

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100 ग्राम पर भारी विनेश पर उमडा प्यार

रिपोर्ट  : बादल सरोज   जिस तरह शासक वर्ग दमन और क्रूरता के अपने वर्चस्व को कायम करने के नए नए तरीके और औजार ढूंढता और आजमाता रहता है, उसी तरह अवाम भी उसके विरोध और प्रतिरोध के नए-नए माध्यम और औजार तलाश लेता है। सफ़दर हाशमी ने इसे दर्ज करते हुए कहा था कि […]

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मोदी सरकार के विकास और वृद्धि दर के ऊंचे आंकड़ों में समाज…

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मोदी सरकार के विकास और वृद्धि दर के ऊंचे आंकड़ों में समाज कहां है?

रिपोर्ट  : नीलम गुप्ता   मौजूदा सरकार का दावा है कि जल्द ही देश तीन अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला दुनिया का तीसरे नंबर का देश हो जाएगा। इस दावे को पुख्ता करने के लिए वह बेरोज़गारी कम हो जाने और गरीबी की दर भी बहुत नीचे आ जाने के नए-नए दावे आए दिन कर […]

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उप-वर्गीकरण और क्रीमी लेयर पर बहस

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उप-वर्गीकरण और क्रीमी लेयर पर बहस

रिपोर्ट : : बी.वी.राघवुलु हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एक बार फिर अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण के मुद्दे पर बहस छेड़ दी है। बहुमत के फैसले से सुप्रीम कोर्ट ने माना कि अनुसूचित जातियों का वर्गीकरण संवैधानिक है और राज्यों को इस मुद्दे पर स्पष्ट दिशा-निर्देशों के आधार पर निर्णय लेने का […]

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वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और लघु उद्योग भारती ने सूक्ष्म…

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वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और लघु उद्योग भारती ने सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को सीएसआईआर प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और लघु उद्योग भारती (एलयूबी) ने 21 अगस्त 2024 को सीएसआईआर मुख्यालय में सीएसआईआर के महानिदेशक, एलयूबी के अखिल भारतीय सचिव और एलयूबी के अध्यक्ष की उपस्थिति में सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को चयनित सीएसआईआर प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। लघु उद्योग भारती […]

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एनएमडीसी स्टील लिमिटेड ने उत्पादन का पहला बड़ा कीर्तिमान प्राप्त किया

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एनएमडीसी स्टील लिमिटेड ने उत्पादन का पहला बड़ा कीर्तिमान प्राप्त किया

यह उपलब्धियां परिचालन उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति एनएसएल की प्रतिबद्धता को उजागर करती हैं   एनएमडीसी स्टील लिमिटेड (एनएसएल) बहुत गर्व के साथ अपनी उत्पादन क्षमताओं की एक ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा करता है। आज, इस अत्याधुनिक संयंत्र ने सफलतापूर्वक 1 मिलियन टन हॉट रोल्ड कॉइल (एचआरसी) का उत्पादन किया है, जो एचआर कॉइल उत्पादन शुरू होने […]

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पशुपालन और डेयरी विभाग ने हिमाचल प्रदेश के राज्य स्तर और जिला…

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पशुपालन और डेयरी विभाग ने हिमाचल प्रदेश के राज्य स्तर और जिला स्तर के नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के लिए सॉफ्टवेयर और नस्लों पर आधारित 21वीं पशुधन गणना का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया

भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग और मेजबान राज्य हिमाचल प्रदेश ने “हिमाचल प्रदेश” के राज्य स्तर और जिला स्तर के नोडल अधिकारियों (एसएनओ/डीएनओ) तथा पर्यवेक्षकों के लिए सॉफ्टवेयर (मोबाइल और वेब एप्लीकेशन/डैशबोर्ड) और नस्लों पर आधारित 21वीं पशुधन गणना को लेकर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया। हिमाचल प्रदेश के शिमला में आज कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में राज्य स्तर और जिला स्तर के नोडल अधिकारियों (एसएनओ/डीएनओ) और पर्यवेक्षकों को 21वीं पशुधन गणना के संचालन के लिए नए लॉन्च किए गए मोबाइल और वेब एप्लीकेशन पर प्रशिक्षित किया गया। 21वीं पशुधन गणना सितंबर-दिसंबर 2024 के दौरान निर्धारित है।   मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश सरकार के कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री चंद्र कुमार, हिमाचल प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग के सचिव श्री राकेश कंवर ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारत सरकार के पशुपालन सांख्यिकी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के निदेशक श्री वी पी सिंह, आईसीएआर-एनबीएजीआर के निदेशक डॉ. बी पी मिश्रा और हिमाचल प्रदेश सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के निदेशक डॉ. प्रदीप शर्मा भी उपस्थित थे। राष्ट्रगान और दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई। इस समारोह को इन प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने संबोधित किया और पशुधन गणना के संचालन के लिए जिला और राज्य स्तर के नोडल कार्यालयों के सफल प्रशिक्षण की दिशा में एक सहयोगी प्रयास के लिए मंच तैयार किया।   श्री चंद्र कुमार ने अपने संबोधन में इस कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डाला, सटीक और कुशल डेटा संग्रह के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने 21वीं पशुधन गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया, जो पशुपालन क्षेत्र की भविष्य की नीतियों और कार्यक्रमों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और उनसे पशुधन गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम तकनीकों का लाभ उठाने का आग्रह किया।   श्री राकेश कंवर ने प्रयोगशाला में व्यापक प्रशिक्षण के साथ-साथ जमीनी स्तर पर क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत के उद्योग और खाद्य सुरक्षा के लिए पशुधन क्षेत्र के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने पशुधन गणना की सावधानीपूर्वक योजना बनाने और क्रियान्वयन का आह्वान किया तथा इस बात पर बल दिया कि एकत्रित आंकड़े भविष्य की पहलों को आकार देने और क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कार्यशाला में पशुपालन सांख्यिकी प्रभाग द्वारा 21वीं पशुधन गणना के संक्षिप्त विवरण के साथ कई सत्र आयोजित किए गए। जिसके बाद डॉ. बी. पी. मिश्रा और आईसीएआर-राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीएजीआर) की टीम ने पशुधन गणना में शामिल की जाने वाली प्रजातियों की नस्लों के विवरण पर विस्तृत प्रस्तुति दी। नस्ल की सटीक पहचान के महत्व पर जोर दिया गया, जो पशुधन क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों में इस्तेमाल किए जाने वाले सटीक आंकड़े तैयार करने और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के राष्ट्रीय संकेतक संरचना (एनआईएफ) के लिए महत्वपूर्ण है।   अपने संबोधन में श्री वी.पी. सिंह ने पशुधन क्षेत्र में टिकाऊ प्रणालियों को आपस में जोड़े जाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि पशुधन गणना के बाद प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण और तार्किक इस्तेमाल भविष्य की विभागीय नीतियों को तैयार करने और कार्यक्रमों को लागू करने के साथ-साथ पशुपालन के क्षेत्र में पशुपालकों के लाभ के लिए नई योजनाएं बनाने और रोजगार पैदा करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। श्री प्रदीप कुमार ने हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा पूरे भारत में दूध उत्पादन में सर्वोत्तम प्रणालियों को अपनाने पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पशुधन किस प्रकार किसानों के वित्तीय सशक्तिकरण में योगदान देता है तथा उनकी नकदी आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा करता है। उन्होंने पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) द्वारा विकसित नवीनतम तकनीकों, जैसे कि सेक्स-सॉर्टेड वीर्य के उपयोग के बारे में भी बात की। उन्होंने सभी राज्यों से आए प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें सफल प्रशिक्षण सत्र की शुभकामनाएं दीं। कार्यशाला में भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग की सॉफ्टवेयर टीम द्वारा 21वीं पशुधन गणना के सॉफ्टवेयर के तरीकों और लाइव एप्लीकेशन पर विस्तृत सत्र शामिल थे। इसमें राज्य और जिला स्तर के नोडल अधिकारियों के लिए मोबाइल एप्लीकेशन और डैशबोर्ड सॉफ्टवेयर पर प्रशिक्षण दिया गया। ये नोडल अधिकारी अपने-अपने जिला मुख्यालयों पर पशुधन गणनाकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण आयोजित करेंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग के संयुक्त सचिव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला का समापन हुआ। अपने संबोधन में उन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों और हितधारकों के प्रति उनकी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया और इस उम्मीद के साथ समापन किया कि पशुधन गणना अभियान सफल होगा। […]

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भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली में अंग्रेजी-संस्कृत शब्दकोष के विमोचन के अवसर…

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भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली में अंग्रेजी-संस्कृत शब्दकोष के विमोचन के अवसर पर उपराष्ट्रपति के संबोधन के मूल पाठ का अंश

एक ऐसे समय में जब वरिष्ठ अधिवक्ताओं की संस्था, जिससे मैं कभी जुड़ा था, पेशेवर नैतिक मूल्यों के कमजोर पड़ने के कारण दबाव में है। एक संस्था जिसे इसके लिए बनाए गए नियम के अनुसार आगे बढ़ना चाहिए था। मैं दिन-रात इस बात से  दर्द में राहत  हूं कि इस संस्था के सदस्य संस्था के […]

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ट्राई ने टेरा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर सिफारिशें जारी कीं

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ट्राई ने टेरा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर सिफारिशें जारी कीं

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज टेरा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर सिफारिशें जारी की हैं। दूरसंचार विभाग ने अपने पत्र दिनांक 08.12.2022 के माध्यम से प्राधिकरण से अनुरोध किया था कि वह ट्राई अधिनियम, 1997 (संशोधित) की धारा 11(1)(ए) के तहत ‘टेरा हर्ट्ज रेंज में सीमित अवधि के लिए मांग सृजन के लिए अप्रयुक्त या सीमित उपयोग किए गए स्पेक्ट्रम बैंड के खुले और लाइसेंस रहित इस्तेमाल’ पर सिफारिशें प्रदान करे। इस संबंध में, प्राधिकरण ने टेरा हर्ट्ज रेंज में सीमित अवधि के लिए मांग सृजन के लिए अप्रयुक्त या सीमित इस्तेमाल किए गए स्पेक्ट्रम बैंड के खुले और लाइसेंस रहित इस्तेमाल पर हितधारकों की टिप्पणियों और प्रति-टिप्पणियों को आमंत्रित करने के लिए 27.09.2023 को एक परामर्श पत्र जारी किया था। उसके प्रत्युत्तर में, 17 हितधारकों ने टिप्पणियां प्रस्तुत कीं, और दो हितधारकों ने अपनी प्रति-टिप्पणियां प्रस्तुत कीं। परामर्श पत्र पर ओपन हाउस चर्चा 08.03.2024 को वर्चुअल मोड के माध्यम से आयोजित की गई थी। परामर्श प्रक्रिया में हितधारकों से प्राप्त टिप्पणियों और अपने स्वयं के विश्लेषण के आधार पर, ट्राई ने टेरा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर सिफारिशों को अंतिम रूप दिया है। सिफारिशों की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं: ए. सरकार को 95 गीगाहर्ट्ज से 3 टेरा हर्ट्ज रेंज में स्पेक्ट्रम के लिए एक नया प्रायोगिक प्राधिकरण पेश करना चाहिए जिसे ‘टेरा हर्ट्ज प्रायोगिक प्राधिकरण’ (संक्षेप में, टीएचईए) कहा जाता है। बी. टीएचईए के लिए प्राधिकरण ढांचे के मुख्य तत्व नीचे दिए गए हैं: i. उद्देश्य: टीएचईए का उद्देश्य 95 गीगाहर्ट्ज से 3 टेरा हर्ट्ज रेंज में अनुसंधान और विकास, इनडोर और आउटडोर परीक्षण, प्रौद्योगिकी परीक्षण, प्रयोग और प्रदर्शन को बढ़ावा देना। ii. दायरा: टीएचईए का दायरा 95 गीगाहर्ट्ज से 3 टेरा हर्ट्ज रेंज में अनुसंधान और विकास, इनडोर और आउटडोर परीक्षण, प्रौद्योगिकी परीक्षण, प्रयोग और प्रदर्शन करना होना चाहिए; और प्रत्यक्ष बिक्री के माध्यम से 95 गीगाहर्ट्ज से 3 टेरा हर्ट्ज रेंज में संचालित करने के लिए डिजाइन किए गए प्रयोगात्मक उपकरणों का विपणन करना। iii. पात्रता की शर्त: कोई भी भारतीय संस्था (शैक्षणिक संस्थान, अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला, केंद्र/राज्य सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई, केंद्र शासित प्रदेश, प्रौद्योगिकी पार्क, दूरसंचार सेवा प्रदाता, इनक्यूबेटर, मूल उपकरण निर्माता आदि) को टीएचईए प्राप्त करने के लिए पात्र होना चाहिए। iv. प्रयोगात्मक उपकरणों का विपणन: 95 गीगाहर्ट्ज से 3 टेरा हर्ट्ज रेंज में संचालित करने के लिए डिजाइन किए गए प्रयोगात्मक उपकरणों के विपणन को टीएचईए के तहत प्रत्यक्ष बिक्री के माध्यम से अनुमति दी जानी चाहिए। v. प्राधिकरण अवधि: टीएचईए की प्राधिकरण अवधि पांच वर्ष तक होनी चाहिए। प्राधिकरण को एक बार में पांच वर्ष तक की अवधि के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है। vi. प्राधिकरण शुल्क: टीएचईए के लिए प्राधिकरण शुल्क पांच वर्ष तक की अवधि के लिए 1,000 रुपये होना चाहिए। सी. भारत में 116-123 गीगाहर्ट्ज, 174.8-182 गीगाहर्ट्ज, 185-190 गीगाहर्ट्ज और 244-246 गीगाहर्ट्ज आवृत्ति बैंड में प्राधिकरण और असाइनमेंट-मुक्त संचालन की अनुमति दी जानी चाहिए। डी. भारत में ऑटोमोटिव रडार सिस्टम के प्राधिकरण और असाइनमेंट-मुक्त संचालन के लिए 77-81 गीगाहर्ट्ज आवृत्ति रेंज को खोला जाना चाहिए। प्राधिकरण द्वारा अनुशंसित टेरा हर्ट्ज प्रायोगिक प्राधिकरण (टीएचईए), उद्यमियों और शिक्षाविदों को टेरा हर्ट्ज बैंड में नवीन नई तकनीकों और सेवाओं को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। टीएचईए, टेरा हर्ट्ज बैंड में उत्पादों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में प्रयोगकर्ताओं की मदद करेगा, जो टेरा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर निर्मित प्रौद्योगिकियों और सेवाओं की तकनीकी व्यवहार्यता का पता लगाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। इसका कार्यान्वयन होने पर पर, प्राधिकरण द्वारा अनुशंसित नई प्रायोगिक प्राधिकरण व्यवस्था सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहलों को बढ़ावा देगी। प्राधिकरण का मानना ​​है कि 116-123 गीगाहर्ट्ज, 174.8-182 गीगाहर्ट्ज, 185-190 गीगाहर्ट्ज और 244-246 गीगाहर्ट्ज बैंड के प्राधिकरण और असाइनमेंट-मुक्त उपयोग की अनुमति देने से अगली पीढ़ी की वायरलेस प्रौद्योगिकियों की शुरूआत का समर्थन होगा, जिन्हें इनडोर और आउटडोर दोनों जगह तैनात किया जा सकता है, जो एक मीटर से कम से लेकर कई सौ मीटर की दूरी पर संचालित हो सकती हैं और मौजूदा उपयोग के मामलों के साथ-साथ नए और उभरते उपयोग के मामलों के लिए बढ़ी हुई क्षमता और विश्वसनीयता प्रदान करती हैं। इन बैंडों को जारी करने से कई तरह के अभिनव उपयोग के मामलों का भी समर्थन होगा, जो वर्टिकल उद्योगों में संचालन और विकास को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाएंगे। वाहन रडार खराब दृश्यता की स्थिति में या ब्लाइंड स्पॉट में वस्तुओं को देखने की चालक की क्षमता में सुधार करने के लिए वाहन के सामने, बगल में या पीछे की वस्तुओं की दूरी और सापेक्ष गति निर्धारित कर सकते हैं। वाहन रडार उद्योग ने शॉर्ट-रेंज वाहन रडार (एसआरआर) एप्लीकेशन भी विकसित किए हैं, जो 4 गीगाहर्ट्ज बैंडविड्थ तक का उपयोग करते हैं, और आम तौर पर 0.1 मीटर के क्रम के एलआरआर की तुलना में उच्च स्थानिक संकल्प प्रदान करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, 77 गीगाहर्ट्ज से 81 गीगाहर्ट्ज बैंड में संचालित एसआरआर इकाइयों का उपयोग सड़क उपयोगकर्ताओं की सक्रिय और निष्क्रिय सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई एप्लीकेशन के लिए किया जाता है। निष्क्रिय सुरक्षा को बढ़ाने वाले एप्लीकेशन में बाधा का पता लगाना, टकराव की चेतावनी, लेन प्रस्थान चेतावनी, लेन परिवर्तन सहायता, ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन, पार्किंग सहायता और एयरबैग आर्मिंग शामिल हैं। इन कार्यों के संयोजन को साहित्य में कारों के लिए “सुरक्षा बेल्ट” के रूप में संदर्भित किया जाता है। यह ध्यान में रखते हुए कि कम दूरी के वाहन रडार (एसआरआर) एप्लीकेशन ड्राइवरों और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा सकते हैं, प्राधिकरण ने भारत में ऑटोमोटिव रडार के लिए 77-81 गीगाहर्ट्ज बैंड के प्राधिकरण और असाइनमेंट-मुक्त संचालन की अनुमति देने की सिफारिश की है। सिफारिशें ट्राई की वेबसाइट (www.trai.gov.in) पर डाल दी गई हैं। किसी भी स्पष्टीकरण/ जानकारी के लिए श्री अखिलेश कुमार त्रिवेदी, सलाहकार (नेटवर्क, स्पेक्ट्रम और लाइसेंसिंग), ट्राई से टेलीफोन नंबर +91-11-20907758 पर संपर्क किया जा सकता है […]

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केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार क्षेत्र के ओईएम के साथ…

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केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूरसंचार क्षेत्र के ओईएम के साथ दूसरी एसएसी बैठक की

विकसित दूरसंचार विनिर्माण प्रवेश स्तर पर रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करेगा और कुशल जनशक्ति संसाधनों के निर्माण में मदद करेगा मंत्री ने कहा कि समयबद्ध तरीके से मुद्दों को हल करने और उद्योग के अनुकूल प्रक्रिया बनाने के लिए सरकार ने आगे के मार्ग की रूपरेखा तय की है   संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र […]

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भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने चिकित्सा उत्पादों से जुड़े भारत…

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भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने चिकित्सा उत्पादों से जुड़े भारत के नियामकीय परिवेश में व्‍यापक बदलाव लाने की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की

भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने भारत की नियामकीय प्रणाली में व्‍यापक बदलाव लाने की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक की। इस विषय पर पीएसए की अध्यक्षता में 6 फरवरी 2024 को आयोजित पीएम-विज्ञान प्रौद्योगिकी नवाचार सलाहकार परिषद (पीएम-एसटीआईएसी) की 24वीं बैठक में चर्चा […]

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एनसीसी के महानिदेशक ने उत्तराखंड में माउंट अबी गामिन के लिए 88वें…

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एनसीसी के महानिदेशक ने उत्तराखंड में माउंट अबी गामिन के लिए 88वें एनसीसी कैडेट्स पर्वतारोहण अभियान को हरी झंडी दिखाई

राष्ट्रीय कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने 21 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली से माउंट अबी गामिन (उत्तराखंड) के लिए एनसीसी गर्ल्स एंड बॉयज पर्वतारोहण अभियान को हरी झंडी दिखाई। देश भर के विभिन्न एनसीसी निदेशालयों से 34 कैडेट, छह अधिकारी और 20 स्थायी प्रशिक्षक कर्मचारियों वाली टीम इस चुनौतीपूर्ण अभियान में भाग लेगी। 1970 के बाद से यह एनसीसी कैडेट्स का 88वां पर्वतारोहण […]

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