
रिपोर्ट : बादल सरोज इस बार भी आरएसएस और उसके स्वयंसेवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1975 की 25 जून की आधी रात को लगी इमरजेंसी के बारे में अपनी आदत के अनुरूप ऊंची फेंकी है। तब से इन पंक्तियों के लेखक की ग्वालियर की इमरजेंसी की जेल की *कनस्तर स्मृति* ताज़ी हो गयी। […]
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