Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Friday, July 4, 2025 3:43:19 PM

वीडियो देखें

1. हे भागवत जी, कुछ ऐसी भागवत-कथा कहो कि आपका श्रोता सुनते-सुनते…

| Posted on | 40 views

1. हे भागवत जी, कुछ ऐसी भागवत-कथा कहो कि आपका श्रोता सुनते-सुनते सो जाए! : विष्णु नागर

राजनैतिक व्यंग्य समागम   1. हे भागवत जी, कुछ ऐसी भागवत-कथा कहो कि आपका श्रोता सुनते-सुनते सो जाए! : विष्णु नागर   खबर है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि सभा की अगले महीने बंगलूरू में होने वाली बैठक में ‘हिंदू जागरण’ पर चर्चा होगी। यह अत्यंत शुभ विचार है, क्योंकि पिछले साढ़े दस साल […]

Read More… from 1. हे भागवत जी, कुछ ऐसी भागवत-कथा कहो कि आपका श्रोता सुनते-सुनते सो जाए! : विष्णु नागर



फासिस्ट ताकतों को हराने और विकल्प देने का ठोस आकलन

| Posted on | 41 views

फासिस्ट ताकतों को हराने और विकल्प देने का ठोस आकलन

रिपोर्ट : जसविंदर सिंह सी पी आई (एम) की 24 वीं पार्टी कांग्रेस के राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे के जारी होते ही सी पी आई (एम) पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। सी पी आई (एम) पर बीजेपी के प्रति नरम रुख अपनाने की सिर्फ बात ही नहीं की जा रही है, बल्कि कभी-कभी […]

Read More… from फासिस्ट ताकतों को हराने और विकल्प देने का ठोस आकलन



खतरनाक तरीके से फैल रहा है सांप्रदायिकता का जहर

| Posted on | 51 views

खतरनाक तरीके से फैल रहा है सांप्रदायिकता का जहर

रिपोर्ट : सुभाषिनी अली अनुवाद : संजय पराते   संघ परिवार और इसके समर्थकों की बढ़ती संख्या द्वारा आम जनता और प्रशासन के बीच राजनीति में नियमित रूप से घोला जा रहा सांप्रदायिक जहर मुस्लिमों पर कई हमलों के लिए जिम्मेदार है। सबसे दुखद बात यह है कि हाल की घटनाओं ने दिखाया है कि […]

Read More… from खतरनाक तरीके से फैल रहा है सांप्रदायिकता का जहर



बागेश्वर धाम सरकार में सरकार : साम्प्रदायिकता और कॉर्पोरेट का विधिवत पाणिग्रहण

| Posted on | 107 views

बागेश्वर धाम सरकार में सरकार : साम्प्रदायिकता और कॉर्पोरेट का विधिवत पाणिग्रहण

रिपोर्ट : बादल सरोज कई बार वास्तविकता को उजागर करने के लिए उसे शब्दों में सूत्रबद्ध करना जरूरी नहीं होता, परिस्थितिजन्य साक्ष्य काफी होते हैं। कई बार कहे-सुने से ज्यादा, सही तरीके से देखी गई छवियां ही सब कुछ उजागर कर देती हैं। पिछले दिनों छतरपुर के प्रवचनकर्ता धीरेन्द्र शास्त्री के दो समारोहों में प्रधानमंत्री […]

Read More… from बागेश्वर धाम सरकार में सरकार : साम्प्रदायिकता और कॉर्पोरेट का विधिवत पाणिग्रहण



अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2025 : चुनौतियों से आगे बढ़ने की जिद का अवसर

| Posted on | 31 views

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2025 : चुनौतियों से आगे बढ़ने की जिद का अवसर

रिपोर्ट : संध्या शैली   संयुक्त राष्ट्र संघ का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2025 का आह्वान महिलाओं को हर क्षेत्र में बराबरी देने का है। लेकिन यह रास्ता कितना लंबा है, यह हाल की कई घटनायें दिखाती हैं। हमारा देश ही नहीं, आज पूरी दुनियां में जिस तरह से दक्षिणपंथी विचारधारा हावी है, उससे यही दिखता है […]

Read More… from अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2025 : चुनौतियों से आगे बढ़ने की जिद का अवसर



दाल देख और दाल का पानी देख!

| Posted on | 86 views

दाल देख और दाल का पानी देख!

रिपोर्ट : संजय पराते   रोटी के साथ दाल मिलना भी अब नसीब की बात है। आज की ताजा खबर है कि बाजार में दाल का संकट आने वाला है, क्योंकि सरकारी दाल का भंडार खाली है। क्यों खाली है, इस पर टिप्पणी करेंगे ; लेकिन इसका मतलब यह है कि गरीबों को अब दाल-रोटी […]

Read More… from दाल देख और दाल का पानी देख!



राजद्रोह की धारा या सत्तापक्ष का हथियार

| Posted on | 132 views

राजद्रोह की धारा या सत्तापक्ष का हथियार

रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा   इसे भाजपा की धुलाई मशीन का करिश्मा कहना, शायद इसमें निहित हमारी संवैधानिक व्यवस्था के क्षय को कम कर के आंकना होगा। इससे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी के राज में राजद्रोह जैसे गंभीर और पटेल नेता के रूप में उभरे, हार्दिक पटेल और जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय की कन्हैया […]

Read More… from राजद्रोह की धारा या सत्तापक्ष का हथियार



राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग्य 1. गोडसे को आने दो!

| Posted on | 79 views

राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग्य 1. गोडसे को आने दो!

  हम तो पहले ही कह रहे थे – गोडसे को आने दो। गांधी को जाने दो। आखिर, राष्ट्रपिता के नाम पर गांधी को कब तक ढोते रहेंगे। गांधी के चक्कर में देश गोडसे की महत्ता पहचान ही नहीं पा रहा है। इसी दोष को दूर करने के लिए तो मोदी जी शुरू से ही […]

Read More… from राजेंद्र शर्मा के दो व्यंग्य 1. गोडसे को आने दो!



सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष के अविचल योद्धा थे हरकिशन सिंह सुरजीत

| Posted on | 33 views

सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष के अविचल योद्धा थे हरकिशन सिंह सुरजीत

रिपोर्ट  : कुर्बान अली   23 मार्च 1931 को शहीद–ए–आजम भगत सिंह की शहादत ने देश के हजारों युवाओं को प्रभावित किया। उनमें से एक थे कॉमरेड हरकिशन सिंह सुरजीत, जो बाद में एक कट्टर राष्ट्रवादी, किसान नेता, कम्युनिस्ट नेता, सांसद और फिर किंगमेकर बने।   23 मार्च, 1916 को पंजाब के जालंधर जिले के […]

Read More… from सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष के अविचल योद्धा थे हरकिशन सिंह सुरजीत



हादसों की आहुति से पूर्ण हुआ प्रचारलिप्सा का महाकुंभ

| Posted on | 140 views

हादसों की आहुति से पूर्ण हुआ प्रचारलिप्सा का महाकुंभ

रिपोर्ट : बादल सरोज   जाने-न जाने के संशय से उबरकर आखिरकार पंतप्रधान भी पापमोचक माने जाने वाले कुंभ में डुबकी लगा ही आये। हालांकि अपने बाकी सगे कुटुम्बियों की तरह लुंगी गमछा स्नान करने की बजाय वे गंगा में सपरिधान उतरे, रेनकोट पहन कर नहाने के अपने ही जुमले को अपने पर ही लागू […]

Read More… from हादसों की आहुति से पूर्ण हुआ प्रचारलिप्सा का महाकुंभ



धार्मिक अल्पसंख्यकों की आर्थिक स्थिति : कोटा या सकारात्मक कार्रवाई?

| Posted on | 120 views

धार्मिक अल्पसंख्यकों की आर्थिक स्थिति : कोटा या सकारात्मक कार्रवाई?

रिपोर्ट : राम पुनियानी अल्पसंख्यकों, खास तौर पर मुसलमानों की आर्थिक दुर्दशा उन सभी लोगों के लिए बहुत परेशान करने वाली बात रही है, जो चाहते हैं कि समाज समानता और न्याय के लिए प्रयास करे। अगर हम भारत में मुस्लिम समुदाय की उत्पत्ति को अरब व्यापारियों के माध्यम से मालाबार तट पर 7वीं शताब्दी […]

Read More… from धार्मिक अल्पसंख्यकों की आर्थिक स्थिति : कोटा या सकारात्मक कार्रवाई?



श्रद्धालुओं की आस्था का राजनैतिक दोहन : राम तेरी गंगा मैली हो…

| Posted on | 124 views

श्रद्धालुओं की आस्था का राजनैतिक दोहन : राम तेरी गंगा मैली हो गई, पापियों के पाप ढोते-ढोते

रिपोर्ट : संजय पराते केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट से स्पष्ट है कि गंगा की जिस पवित्रता का वर्णन हमारे धार्मिक ग्रंथों में किया गया है, महाकुंभ की गंगा अब पवित्र नहीं रह गई है। बोर्ड की रिपोर्ट में बताया गया है कि संगम घाट पर मल से उत्पन्न कोलीफॉर्म की मात्रा प्रति 100 […]

Read More… from श्रद्धालुओं की आस्था का राजनैतिक दोहन : राम तेरी गंगा मैली हो गई, पापियों के पाप ढोते-ढोते



पवित्र स्नान’ का दूसरा पहलू : क्या महाकुंभ में सरकारी लापरवाही से…

| Posted on | 46 views

पवित्र स्नान’ का दूसरा पहलू : क्या महाकुंभ में सरकारी लापरवाही से लोग बेहद गंदे पानी में नहाते रहे?

रिपोर्ट : सुभाष गाताडे   आस्था और गंदगी सहयात्री रहते आए हैं। आस्था के तमाम जाने-माने केन्द्रों पर या अपनी आस्था को सेलिब्रेट करने के नाम पर मनाए जाने वाले समारोहों में, प्रचंड ध्वनि प्रदूषण और रौशनी का प्रदूषण आदि के माध्यम से, इसकी मिसाल अक्सर देखने को मिलती है। प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों […]

Read More… from पवित्र स्नान’ का दूसरा पहलू : क्या महाकुंभ में सरकारी लापरवाही से लोग बेहद गंदे पानी में नहाते रहे?



दिव्य भव्य महाकुंभ की अनुभूति – अरविन्द भाई ओझा (कथा व्यास)

| Posted on | 36 views

दिव्य भव्य महाकुंभ की अनुभूति – अरविन्द भाई ओझा (कथा व्यास)

इसबार का कुम्भ महाकुम्भ व दिव्य, भव्य कुम्भ था। कुम्भ हमारी सनातन संस्कृति का प्रतीक है । ज्ञान,कर्म व भक्ति के संगम से प्राप्त वैराग्य जीवन की धन्यता है इसलिए संगम और प्रयागराज का हिन्दू समाज के लिए विशेष स्थान है। सबसे अधिक प्रसन्नता की बात है कि युवाओं ने इस कुम्भ में उत्साह के […]

Read More… from दिव्य भव्य महाकुंभ की अनुभूति – अरविन्द भाई ओझा (कथा व्यास)



आरएसएस के अंग्रेज़परस्ती के इतिहास की पुनरावृत्ति है भारत-अमेरिका संबंधों का यह…

| Posted on | 68 views

आरएसएस के अंग्रेज़परस्ती के इतिहास की पुनरावृत्ति है भारत-अमेरिका संबंधों का यह काल

रिपोर्ट : अरुण माहेश्वरी   ट्रंप-2 के शासन का अब तक का यह काल हमें अभी से भारत-अमेरिकी संबंधों के इतिहास का सबसे शर्मनाक काल दिखाई देने लगा है। इसमें सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि इस शर्म के लिए अकेले ट्रंप ज़िम्मेदार नहीं है। मोदी और उनकी सरकार भी अगर ज़्यादा नहीं, […]

Read More… from आरएसएस के अंग्रेज़परस्ती के इतिहास की पुनरावृत्ति है भारत-अमेरिका संबंधों का यह काल



टैरिफ को तारीफ पढ़ता लगुआ-भगुआ मीडिया और ट्रंप के आगे दंडवत करती छप्पन…

| Posted on | 115 views

टैरिफ को तारीफ पढ़ता लगुआ-भगुआ मीडिया और ट्रंप के आगे दंडवत करती छप्पन इंची विदेश नीति

रिपोर्ट : बादल सरोज   अमरीका यात्रा से जो कम-से-कम हासिल की उम्मीद लगाई जा रही थी, वह भी पूरी नहीं हुई। इस यात्रा को लेकर शुरू से ही आशंकित भारतीयों को भी इतनी उम्मीद तो थी ही कि अपने माय डीयर फ्रेंड ट्रम्प से जब मोदी मिलेंगे तो हाऊडी ट्रम्प बोलकर इतना तो करवा […]

Read More… from टैरिफ को तारीफ पढ़ता लगुआ-भगुआ मीडिया और ट्रंप के आगे दंडवत करती छप्पन इंची विदेश नीति



हिंदू राष्ट्र में प्रतिबंधित है मृतक का शोक

| Posted on | 103 views

हिंदू राष्ट्र में प्रतिबंधित है मृतक का शोक

रिपोर्ट : अपूर्वानंद   दिल्ली के रेलवे प्लेटफॉर्म पर भीड़ के कारण हुई भगदड़ के चलते कम से कम 15 लोग मारे गए। इस वाक्य को वास्तव में ऐसे लिखा जाना चाहिए : भारत की राजधानी दिल्ली के रेलवे प्लेटफॉर्म पर सरकार की बदइंतज़ामी और लापरवाही के चलते उमड़ी भीड़ के बीच हुई भगदड़ में […]

Read More… from हिंदू राष्ट्र में प्रतिबंधित है मृतक का शोक



शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र और सद्भाव के लिए एकता एक्सप्रेस @मुंबई

| Posted on | 86 views

शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र और सद्भाव के लिए एकता एक्सप्रेस @मुंबई

रामदास प्रीनी शिवनंदन की रिपोर्ट, अनुवाद : संजय पराते   स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने नफरत के खिलाफ ‘एकता एक्सप्रेस’ के नाम से एक अखिल भारतीय अभियान – 6 दिसंबर, 2024 से 30 जनवरी, 2025 तक – चलाया था, जिसका उद्देश्य सांप्रदायिकता का मुकाबला करना और शैक्षणिक संस्थानों में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना […]

Read More… from शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र और सद्भाव के लिए एकता एक्सप्रेस @मुंबई



मोदी जी, अगर देश का सम्मान बचा नहीं सकते, तो इस्तीफा क्यों…

| Posted on | 113 views

मोदी जी, अगर देश का सम्मान बचा नहीं सकते, तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते?

रिपोर्ट : महेंद्र मिश्र   एक देश कैसे मरता है, अमृतसर में उतरने वाले अमेरिकी सैन्य विमान और उनमें हथकड़ियों और बेड़ियों से बंधे बैठे भारतीय नागरिक उसकी खुली निशानी हैं। मृत्यु केवल एक भौतिक क्रिया नहीं है। अगर किसी का मान-सम्मान खत्म हो जाए, किसी की प्रतिष्ठा धूल-धूसरित हो जाए, तो वह शख्स भी […]

Read More… from मोदी जी, अगर देश का सम्मान बचा नहीं सकते, तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते?



राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. मुंह तोड़ जवाब आया है!

| Posted on | 134 views

राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. मुंह तोड़ जवाब आया है!

 अब बोलें, क्या कहेंगे मोदी पर मीडिया के सवालों से भागने की तोहमत लगाने वाले!    बेचारे मोदी जी ने जरा सा प्रेस कॉन्फ्रेंस वगैरह से दूर ही रहने का प्रण क्या कर लिया था, भाई लोगों ने उन पर स्वतंत्र मीडिया से डरने-डराने के इल्जाम ही लगाने शुरू कर दिए।   इसकी बतकहियां शुरू […]

Read More… from राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. मुंह तोड़ जवाब आया है!



हिंदू राष्ट्र-पथ वाया प्रयाग-कुंभ : इस महामारी का ईलाज क्या है?

| Posted on | 47 views

हिंदू राष्ट्र-पथ वाया प्रयाग-कुंभ : इस महामारी का ईलाज क्या है?

रिपोर्ट : संजय पराते यद्यपि ये महामारी नहीं है, फिर भी लोग पटापट मर रहे हैं, तो क्या यह महामारी से कम है! पता लगाईये, कभी किसी कुंभ मेले में इतने हादसे, इतनी दुर्घटनाएं नहीं हुई होंगी, इतनी भगदड़ और आगजनी नहीं हुए होंगे और कुल मिलाकर इतने लोग नहीं मरे होंगे, जितना इस बार […]

Read More… from हिंदू राष्ट्र-पथ वाया प्रयाग-कुंभ : इस महामारी का ईलाज क्या है?



बदलने थे गांव, बदल रहे हैं नाम!

| Posted on | 105 views

बदलने थे गांव, बदल रहे हैं नाम!

रिपोर्ट : बादल सरोज बात 1966 के नवम्बर की है। हिसार जिले के एक गांव में हुक्का गुड़गुड़ाते हुए एक ताऊ बोले कि पंजाब से अलग हो गए ये बहुत अच्छा हुआ!! उनके नाती ने पूछा कि ऐसा क्या बदल जाएगा? ताऊ बोले कि बेटा, पंजाब में ठण्ड बहुत पड़ती थी, अब नहीं पड़ेगी। ताऊ […]

Read More… from बदलने थे गांव, बदल रहे हैं नाम!



राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. हथकड़ियों का डंका!

| Posted on | 81 views

राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. हथकड़ियों का डंका!

एक बात माननी पड़ेगी कि मोदी जी जो खुद कहते हैं, वह तो जरूर करते ही करते हैं, वह और भी पक्के से करते हैं, जो भक्त कहते हैं कि मोदी जी कर देंगे। बताइए, मोदी जी ने अपने मुंह से कभी कहा था कि देश तो देश, विदेश तक से घर वापसी कराएंगे। बस […]

Read More… from राजेंद्र शर्मा के तीन व्यंग्य 1. हथकड़ियों का डंका!



ट्रम्प की हथकड़ी बेड़ी में जकड़ा भारत और मिमियाते हुक्मरान

| Posted on | 89 views

ट्रम्प की हथकड़ी बेड़ी में जकड़ा भारत और मिमियाते हुक्मरान

रिपोर्ट : बादल सरोज 5 फरवरी को भारत ने भारत की जमीन पर भारतियों का जो अपमान देखा, वह इतिहास में शायद ही पहले कभी देखा हो। जानवरों की तरह हथकड़ियों में बंधे, बेड़ियों में जकड़े 104 भारतीय, जिनमे 23 महिलायें, 12 बच्चे और 79 पुरुष थे, अमृतसर के हवाई अड्डे पर अमरीकी सैनिक विमान […]

Read More… from ट्रम्प की हथकड़ी बेड़ी में जकड़ा भारत और मिमियाते हुक्मरान



जहाँ मज़दूर अदृश्य है!

| Posted on | 93 views

जहाँ मज़दूर अदृश्य है!

रिपोर्ट : नंदिता हक्सर अनुवाद : अंजली देशपांडे   कई साल पहले, मैं साहित्य उत्सवों के विचार से रोमांचित होती थी और उनमें उत्साही भागीदार हुआ करती थी। मैं अरुंधति रॉय के इस बयान से सहमत नहीं थी कि ये केवल अभिजात वर्गीय उत्सव होते हैं। ऐसे अन्य लेखकों से मिलना, जो खुद उत्पीड़न का […]

Read More… from जहाँ मज़दूर अदृश्य है!



अधूरा न्याय : जल रही है संघर्ष की मशाल!

| Posted on | 125 views

अधूरा न्याय : जल रही है संघर्ष की मशाल!

रिपोर्ट : जी सुबर्णा, अनुवाद : संजय पराते आरजी कर मामले में सियालदाह कोर्ट के फैसले ने कोलकाता पुलिस, राज्य प्रशासन और सीबीआई की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। संजय रॉय को हत्या और बलात्कार के मुख्य अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया है और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, […]

Read More… from अधूरा न्याय : जल रही है संघर्ष की मशाल!



संवेदना की मौत का महाकुम्भ : मदद में उठ खड़ा हुआ इलाहाबाद

| Posted on | 130 views

संवेदना की मौत का महाकुम्भ : मदद में उठ खड़ा हुआ इलाहाबाद

रिपोर्ट  : बादल सरोज दुर्भाग्य से बुरी आशंकाएं सच निकली और इस बार का कुम्भ, जिसे 144 वर्ष बाद पड़ने वाला महाकुम्भ बताया जा रहा है, इतिहास में कुप्रबंधन के महामंडलेश्वरों की जकड़न, अव्यवस्था के महा-अमात्यों की निगरानी और भ्रष्टाचार के पीठाचार्यों की रहनुमाई में संवेदनाओं की मौत के मेले के रूप में दर्ज होकर […]

Read More… from संवेदना की मौत का महाकुम्भ : मदद में उठ खड़ा हुआ इलाहाबाद



आजाद हिंद फौज (आईएनए) की असाधारण विरासत

| Posted on | 69 views

आजाद हिंद फौज (आईएनए) की असाधारण विरासत

कैप्टन अब्बास अली की स्मृति में इरफान हबीब का भाषण, अनुवाद : संजय पराते   मैं एक स्कूली छात्र था, जब आजाद हिंद फौज (आईएनए) के बारे में भारत में जानकारी पहुंची। भारतीय लोगों को आईएनए के बारे में तभी जानकारी मिली, जब जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया। सविनय अवज्ञा आंदोलन को वापस लेने के […]

Read More… from आजाद हिंद फौज (आईएनए) की असाधारण विरासत