बहराइच 19 मई। जिले में संभावित बाढ़ तैयारियों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि समय रहते बाढ़ चैकियों की स्थापना के लिए माकूल बन्दोबस्त कर लिये जाएं। स्थापित की गयी बाढ़ चैकियों पर स्वच्छ पेयजल, सोलर लाईट एवं बैठने इत्यादि पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराना उप जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी। उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ चैकी पर व्यवस्थाएं मुकम्मल करने में ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लें तथा जिस सामग्री की आवश्यकता महसूस हो, उसकी माॅग समय से कर लें।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री कुमार ने बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्य से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसी प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें जिससे किसी भी आपातिक स्थिति से निपटा जा सके और उस दौरान बचाव व राहत कार्य भी प्रभावित न होने पाये। उप जिलाधिकारियों को नाव एवं नाविकों की व्यवस्था, बाढ़ के समय कार्य करने वाले स्वयं सेवकों तथा स्वैच्छिक संगठनों इत्यािद से सम्बन्धित सूचनाओं को अद्यतन रखने का निर्देश दिया गया। एसडीएम से कहा गया है कि क्षेत्र का भ्रमण कर आपात स्थिति के लिए सुरक्षित एवं उपयुक्त शरणस्थलों का चिन्हाॅकन कर वहाॅ पर पूर्व से ही साफ-सफाई, पेयजल एवं चैचालय इत्यादि का प्रबन्ध कराना सुनिश्चित करें।
तटबन्ध क्षेत्र से सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों एवं बाढ़ खण्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बेलहा-बेहरौली एवं रेवली आदमपुर तटबन्धों की निगरानी पूरी सतर्कता के साथ करते रहें और सुदृढ़ीकरण के कार्य में लगे हुए ठेकेदारों तथा कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के मोबाइल नम्बर की सूची हर समय अपने पास रखें। एसडीएम व सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि तटबन्धों की निगरानी के दौरान ज़रूरत पड़ने पर काम में आने वाली सामग्री एवं उसको डम्प करने के स्थलों इत्यादि का आंकलन कर कार्ययोजना तैयार कर लें। सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये कि तटबन्धों से सम्बन्धित कार्यो में गुणवत्ता को शीर्ष प्राथमिकता प्रदान की जाय।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ के समय उपयोग में आने वाली दवाओं इत्यादि की उपलब्धता का आंकलन कर आवश्यकता के अनुरूप माॅग कर लें। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ चैकियों के लिए चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति कर दी जाए तथा सक्षम अधिकारी को भी अपने स्तर से नामित कर दें। बाढ़ की स्थिति में आमजनमानस द्वारा अपनायी जाने वाली सावधानियों इत्यादि के बारे में भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये ताकि लोगों को इस बात की जानकारी रहे कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। सीएमओ को जिले में एण्टी स्नेक वेनम इन्जेक्शन की प्र्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। सी.वी.ओ. को निर्देश दिया गया बाढ़ के दृष्टिगत पशुओं के उपचार, टीकाकरण एवं चारे इत्यादि के माकूल बन्दोबस्त कर लिये जाएं।
जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूर्व से स्थापित सामुदायिक शौचालयों का स्वयं स्थलीय सत्यापन कर आवश्यकता के अनुसार उनकी एवं मरम्मत एवं साफ-सफाई का कार्य समय रहते पूर्ण कर लिया जाय। जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए खाद्य सामग्री की उपलब्धता के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध समय रहते पूर्ण कर लिये जाएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी ने जल निगम व जिला पंचायत राज विभाग को निर्देश दिया कि सभी हैण्डपम्पों को क्रियाशील रखा जाय।
जिलाधिकारी श्री कुमार ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ के मद्देनज़र ऐसी कार्ययोजना तैयार करें कि किसी भी आपातिक स्थिति में कम से कम जानी व माली नुकसान हो तथा राहत एवं बचाव कार्यो के संचालन में किसी प्रकार की रूकावट न आये। उन्होंने सम्बन्धित विभागों का यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सम्पर्क मार्गो की आवश्यक मरम्मत कराना सुनिश्चित करें। अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि सम्बन्धित विभागों के साथ बैठकें आयोजित कर बचाव एवं राहत कार्यो की तैयारी का जायज़ा लेते रहें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुॅवर ज्ञानन्जय सिंह, सीएमओ डाॅ. राजेश मोहन श्रीवास्तव, डीडीओ राजेश कुमार मिश्र सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी व उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।
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