कुरज । युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार जी स्वामी के सानिध्य में आओ जीना सीखें विषय पर बोलते हुए मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा जीवन जीना एक बात है उसे कला के साथ जिना दूसरी बात है शरीर से स्वस्थ रहना चाहिए मन से मस्त रहना चाहिए भावों से आस्वस्थ रहना चाहिए और आत्मा से आत्मस्थ रहना चाहिए शरीर से स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रयोग और आहार शुद्धि जरूरी है । मन से स्वस्थ रहने के लिए मानसिक प्रसन्नता और सकारात्मक सोच जरूरी है भावों से आस्वस्थ रहने के लिए अनूपेक्षा और कायोत्सर्ग के प्रयोग बहुत जरूरी है और आत्मस्थ रहने के लिए वैरागी भावना को पुष्ट करना चाहिए।
इस अवसर पर मुनि प्रकाश कुमार जी ने कहा यह हमारा पहला मौका है हम पहली बार इस श्रद्धा से भरे हुए गांव कुरज में आए हैं यहां के लोगों की श्रद्धा भक्ति हमें अच्छी लगी और चातुर्मास पास में ही है आप लोग बराबर चातुर्मास में पूरा लाभ उठाने की कोशिश करना । प्रवचन के बाद मुनि श्री ने प्रेक्षाध्यान और हस्त मुद्रा के प्रयोग भी कराये जिन्हें लोगों को बहुत पसंद आए ।
इस दौरान पूर्व सरपंच अरुण बोहरा , पूर्व अध्यक्ष रेलमगरा मदन सोनी , सुरेश बोहरा , शेखर सेठिया , कोमल चपलोत , प्यारी बाई, सुषमा देवी , मीना देवी , प्रियंका, सुष्मिता , स्नेह लता चपलोत , मंजू सेठिया , इतिया , आनंद जैन , कैलाश देवी , सकल जैन समाज के श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे।
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