मेन रोड पर लगा वीओपी कैमरे के सामने सख्ती दिखाते हैं अधिकारी ,जबकि अन्य रास्तों से जारी रहती है विभिन्न प्रकार की तस्करी
रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में इस समय स्मैक,चरस,अन्य नशीले पदार्थ,सुपारी,तथा अन्य विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधित सामानों की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। यह तस्करी भारत से नेपाल व नेपाल से भारत दोनों ओर सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों की मिली भगत जारी है। इस समय भारतीय क्षेत्र से स्मैक, नशीली दवाएं,चीनी,रेडीमेड कपड़े,अन्य प्रतिबंधित सामान बड़े पैमाने पर तस्करों के माध्यम से नेपाल भेजा जा रहा है। नेपाली क्षेत्र से चरस, सुपारी, लैंग इलाइची,आदि प्रतिबंधित सामानों को तस्करों द्वारा विभिन्न मार्गों से रुपईडीहा लाया जाता है फिर यहां से बहराइच, लखनऊ आदि महानगरों में पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य में सीमावर्ती क्षेत्र के तस्कर सैकड़ों साइकिल से कैरिंग करने वालो को लगा रखा है।जो दिन रात भारत से नेपाल व नेपाल से भारत विभिन्न प्रकार के सामान ढोने के कार्य में लगे हुए हैं। लोगो को दिखाने के लिये भारत नेपाल सीमा पर स्थित रूपईडीहा वीओपी पर कैमरे लगे है। मेन रोड से दिखावे के लिये कड़ाई से चेकिंग होती है। परंतु पीछे से सेटिंग करके भारी मात्रा में चीनी, कपड़ा, विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ, व अन्य प्रतिबंधित सामानों की तस्करी बड़े पैमाने पर जारी है। सूत्र बताते हैं कि जब बार्डर पर दोनों ओर तस्करी रोकने के लिए सुरक्षा अधिकारी व कर्मचारी तैनात हैं। फिर भी बड़े पैमाने पर तस्करों द्वारा विभिन्न प्रकार की तस्करी की जा रही हैं। पूरे सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करों का ही बोलबाला है। जब से एसएसबी 42वीं वाहिनी में नए कमांडेंट आए हुए हैं, तभी से दिन,रात धड़ल्ले से तस्करी जारी है। दिनदहाड़े तस्करी करने का वीडियो कई बार वायरल हो चुका है। लेकिन एसएसबी के अधिकारियों के ऊपर कोई फर्क नही पड़ता है। जबकि आने जाने वाले भारत व नेपाल के नागरिकों को सीमा पार करने में बहुत दुष्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। नेपाली नागरिक रुपईडीहा बाजार में सामान लेने के लिए अब आने से डरने लगे हैं। यहाँ तक कि कस्बे में आने और जाने वाले लोग बताते है जूता मोजा भी खोल कर चेक करते है।अचानक कभी कभी यह लोग पहचान पत्र भी देखने लगते है। जिससे आम जनमानस परेशान हैं। ज्ञात हो कि भारत और नेपाल के बीच रोटी बेटी का संबंध सदियों से है।इसके साथ ही ट्रांजिट रूट से पारस्परिक व्यापार का संबंध भी है। दोनों देशों के खुली सीमा पर तरुण से व्यापार सहित लोगों की आवाजाही एक दूसरे देश में होती है।आम लोगो के अनुसार निर्धारित रूट पर सघन चेकिंग व सख्ती मात्र दिखावा ही है। दोनों देश के बीच भारत के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित बहराइच जिले के रूपईडीहा सीमा क्षेत्र के पगडंडियों के रास्तों से तस्करी का कारोबार चरम पर है। तस्कर पहले रात के अंधेरे में पगडंडी रास्तों का सहारा लेते थे लेकिन अब नए कमांडेंट के आ जाने से तस्कर खुलेआम रूपईडीहा सीमा से सटे पगडंडियों के रास्तों से दिन के उजाले में खुलेआम तस्करी करते देखा जा सकता है। समय समय पर सीमा पर पुलिस द्वारा बिना टैक्स सामान आयात निर्यात करने का जुर्माना एवं तस्करी के विभिन्न अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाती है। रूपईडीहा वीओपी पर लोगों को घंटों लाइन में लगा कर गाड़ियों से लोगों को पैदल उतरवा कर सघनता से जांच की जाती है फिर भी इतने बड़े पैमाने पर तस्करी कैसे हो रही है, एक सवाल बन गया है। इसीलिए ऐसा प्रतीत होता है मेन रोड पर कैमरों के सामने रुपईडीहा बीओपी पर जांच दिखावा मात्र साबित हो रहा है।
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