बहराइच 27 जनवरी। प्रदेश के मा. मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन क्षमतायों को मजबूत करने की पहल के क्रम में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के लिए टाइम्स सेन्टर फॉर लर्निंग लिमिटेड (दा टाइम्स ऑफ इण्डिया समूह) को अनुबंधित किया गया है। परियोजना के प्रथम चरण मे यू0पी0-112 मुख्यालय के सभाकर में दिसम्बर, 2020 को प्रदेश के सभी 75 जनपदो के 7 हितधारक विभागो के 500 से अधिक अधिकारियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे अपर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग, सहायक अभियंता सिचाई विभाग, जिला कृषि अधिकारी, स्वास्थ अधिकारी एवं अग्निशमन विभाग के एफ.एस.ओ स्तर के अधिकारी शामिल थे।
राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरान्त जिला स्तर और ग्राम पंचायत स्तर के प्रशिक्षण मे 2000 से अधिक राज्यपत्रित और आराज्यपत्रित अधिकारी और प्रदेश के 19 आपदा प्रभावित जिले बहराइच, महराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, सोनभद्र, आजमगढ़, बस्ती, बाराबंकी, अयोध्या, गोंडा, लखीमपुरखीरी, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट एवं झाँसी के 950 गावों के 50000 से अधिक ग्रामीणो को 2 महीने की अवधि मे आपदा प्रबंधन मे प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। परियोजना के द्वितीय चरण मे समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण बहराइच के सहयोग से विकास भवन सभागार बहराइच मे आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ सीडीओ कविता मीना व अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रशिक्षण में जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के जिला आपदा विशेषज्ञ सुनील कुमार कन्नौजिया, टाइम्स सेन्टर फॉर लर्निंग लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर पवन कुमार पाण्डेय सहित सी.एच.सी., पी.एच.सी., खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, सिचाई, लोक निर्माण, पशुपालन, उद्यान, आपूर्ति, मत्स्य पालन, पुलिस, शिक्षा एवं अन्य विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि टाइम्स सेन्टर फॉर लर्निंग लिमिटेड, जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के सहयोग से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मार्गदर्शन मे जनपद बहराइच के 50 गावों मे त्वरित आपदा प्रबंधन टास्क फोर्स एवं गावों की आपदा प्रबंधन योजना तैयार किया जायेगा। विषय विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षक के रूप मे डॉ मजहर रसीदी एवं कृष्ण कुमार ने अपना योगदान दिया।
मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना ने निर्देश दिया कि किसी विकास परियोजना मे आपदा न्यूनीकरण तत्वों का समाहित किया जाना आवश्यक है। इसके अभाव मे विकास संभव नहीं है। सभी सम्बन्धित विभाग विभिन्न आपदाओ और भौगोलिक परिस्थियों को दृष्टि-गत रखते हुये योजनाओं का निर्माण करे जो विकास मे सहायक सिद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय कि वास्तविक आंकड़ों को ही ग्राम आपदा प्रबंधन योजना निर्माण मे शामिल किया जाये। जिससे आपदा के दौरान समय से बचाव एवं राहत कार्य करते हुए जन धन की हानि को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि परियोजना तैयार करने में जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा।
अपर जिलाधिकारी श्री पाण्डेय ने प्रदेश सरकार द्वारा आपदा न्यूनीकरण हेतु किये जा रहे कार्यो विशेष कर आपदा से प्रभावित व्यक्तियों/परिवारों को दी जाने वाली सहायता के बारे में जानकारी प्रदान किया। उन्होने प्रशिक्षण मे प्रतिभाग कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया कि शासन की आपेक्षानुसार योजना का निर्माण प्रभावी ढंग से तैयार कर जनपद को मॉडल जनपद के रूप मे विकसित किया जाये। उन्होने कहा कि परियोजना के माध्यम से ग्राम स्तर पर गठित की जा रही ग्राम आपदा प्रबंधन समिति को विशेष पहचान दी जाये जिससे वे प्रथम उत्तरदाता के रूप मे कार्य कर करते हुए आपदा के समय जोखिम को कम से कम किया जा सके। साथ ही उनके सहयोग से प्रभावित लोगो को शासन/प्रशासन द्वारा समय से सहायता पहुँचायां जा सके।
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