कोरोना की दूसरी लहर ने भारत मे जो तबाही मचाई है।चारो ओर चीख पुकार, बदहाली और बद इन्तेजामी का दौर चल रहा है।
लगता है कि इसकी आवाज अभी तक देश के खिलाड़ियो,फिल्म स्टारो और पूंजी पतियो तक नही पहुंची है या फिर अभी इससे बढकर खराब हालात व किसी के दिशानिर्देश की प्रतीक्षा कर रहे है।
इसके अलावा सरकार की जिम्मेदारी तो बनती ही है कि वह नागरिको की प्रत्येक प्रकार से सुरक्षा, सुविधा व जनहित के कार्य अंजाम दे।लेकिन विपक्ष मे रहकर लाखो- करोड़ो रूपये चुनाव मे फूंकने वाले और जनता से हमदर्दी का दिखावा करने वाले इस मुसीबत की घड़ी मे कहां है।वह लाखो लोग जो अपने अपने ऐश आराम व सुख के लिए लाखों -करोड़ो खर्च करते है।शादियो मे करोड़ो -अरबो लुटाते है।आज उनकी जबाने खामोश क्यों है।
हम सबको इतना जरूर याद रखना चाहिए कि जो जिसके पास है।उसे सब छोड़कर ही ऊपर जाना है।इससे पहले वह समय आए कि हम मानवता के लिए कुछ ऐसा कर जायें, जिसे दुनिया और समाज याद रखे और उसी का प्रतिफल मिलेगा।
शादाब हुसैन पत्रकार की कलम से
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






