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Saturday, May 10, 2025 8:37:18 AM

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मेरे मालिक मेरे हालात को बेहतर कर दे

मेरे मालिक मेरे हालात को बेहतर कर दे

कोटा में आयोजित शामे-मुशायरा में उमड़े श्रोता
-पार्षद मोहम्मद आसिम ने अपना चार साल का कार्यकाल पूरा करने पर सजाई महफिल

अपने कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने पर वार्ड 52 कोटा उत्तर के पार्षद मोहम्मद आसिम ने मक़बरा क्षेत्र के चंद्रघटा स्थित अंजुमन इस्लामिया सैकण्डरी स्कूल में एक अखिल भारतीय मुशायरे का‌ आयोजन किया। जिसमें देशभर से आए शायरों ने शिरकत की।
पार्षद मोहम्मद आसिम ने बताया कि उन्होंने अपने पार्षद कार्यकाल के चार वर्ष सफलता पूर्वक पूरे करने पर मुशायरे की यह महफ़िल सजाई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली से वरिष्ठ शायर एवं पत्रकार अरशद नदीम, मुंबई से एक्टर व शायर सिराज तालिब ने शामे मुशायरा के नाम से ‌आयोजित इस अजीमुश्शान मुशायरे में अपनी शायरी के जलवे बिखेरे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद से आए अहसन फ़िरोज़ाबादी, नूर शम्स इलाहाबादी, आक़िल ज़ैतपुरी, तनवीर मोहसिनी, जोधपुर राजस्थान से फ़ानी जोधपुरी, मांगरोल से इमरान मांगरोली, कोटा से डाॅ. ज़ैबा फिज़ा, रियाज़ तारिक़, शोएब अंसारी, राशिद ख़ान आदि ने शिरकत की।
मुंबई से आए शायर सिराज तालिब ने – तू ग़नी है जिसे चाहे तवंगर कर दे, मेरे मालिक मेरे हालात को बेहतर कर दे- मैं तो क़तरा हूं फक़त मेरी औक़ात ही क्या, तू अगर चाहे तो क़तरे को समंदर कर दे जैसे अशआर सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वहीं शायर अहसन फ़िरोज़ाबादी ने – इंसान टूट जाता है एक घर बनाने में, तुमको तरस नहीं आता बस्तियां जलाने में सुनाकर श्रोताओं को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया।
कोटा की ही मशहूर शायरा डॉ. जैबा फिज़ा ने- मिट्टियों पर ख़ुशबुओं की तर्जुमानी के लिए, दिल को रखिए फूल जैसा बाग़बानी के लिए- सुनाकर श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
कोटा के ही नौजवान शायर रियाज़ तारिक़ ने – वो अंधे हैं जो फूलों को यहां पर ख़ार कहते हैं, हम अपने मुल्क को जन्नत का एक गुलज़ार कहते हैं – सदा तैयार रहते हैं वतन पर सर कटाने को, यहां कुछ सिरफिरे फिर भी हमें ग़द्दार कहते हैं सुनाकर श्रोताओं को तालियां बजाने और वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया।

इन शायरों को भी मिली सराहना

शामे-मुशायरा में वरिष्ठ शायर अरशद नदीम,नूर शम्स इलाहाबादी, तनवीर मोहसिनी, आक़िल ज़ैतपुरी, फ़ानी जोधपुरी, शोएब अंसारी, राशिद ख़ान, अतहर उज्जैनी व डॉ. गयास फ़ाइज़ के कलाम पर सामईन की भरपूर दाद मिली। मुशायरे में श्रोताओं की भीड़ उमड़ पड़ी जो देर रात तक डटी रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता सैफुल्लाह ख़ान ने की। अंत में पार्षद मोहम्मद आसिम ने सभी शायरों को मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया।

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