
रिपोर्ट : बादल सरोज संविधान पर हुई बहस में राज्यसभा में मोदी की जगह लेते हुए अमित शाह ने बहस के जवाब में मन की बात बोल दी ; उनके चेतन को ढालने वाला अवचेतन उनकी जुबान पर आ गया और अपनी पहले से टेढ़ी भंगिमा में और टेढ़ लाते, हिकारत दिखाते हुए कहा कि, […]
रिपोर्ट : बादल सरोज संविधान पर हुई बहस में राज्यसभा में मोदी की जगह लेते हुए अमित शाह ने बहस के जवाब में मन की बात बोल दी ; उनके चेतन को ढालने वाला अवचेतन उनकी जुबान पर आ गया और अपनी पहले से टेढ़ी भंगिमा में और टेढ़ लाते, हिकारत दिखाते हुए कहा कि, […]
1 जनवरी की शाम से लापता मुकेश चंद्राकर की देह मिलने की दुखद और स्तब्धकारी खबर आज शाम को आ गयी। मौके पर पहुंचे कमल शुक्ला ने रुंधे गले से यह खबर सुनाई। एकदम युवा और अत्यंत धुनी और ऊर्जावान मुकेश का वेब पोर्टल देखने वाले सोच भी नहीं सकते थे कि […]
Read More… from बस्तर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर बादल सरोज की त्वरित टिप्पणी
रिपोर्ट : बादल सरोज नववर्ष की शुभकामनायें, और जैसा कि कहे जाने का रिवाज़ है उसके साथ कि, यह नया साल – 2025 – आपके लिए पिछले सभी वर्षों की अपेक्षा बेहतर हो, आप और आपके परिजन स्वस्थ और सानंद रहें और उत्तरोत्तर प्रगति करें। सभी शंकाएं, कुशंकाएं, आशंकाएं दूर रहें ; यकीन संभावनाओं […]
Read More… from सिर्फ कैलेंडर के बदलने से नहीं बदलेंगे हालात
रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा नये साल, 2025 के संबंध मेंगुजरता हुआ साल जाते-जाते कुछ महत्वपूर्ण संकेत दे गया है। इनमें प्रमुख चुनावी संकेतों पर नजर डाल ली जाए। गुजरे हुए साल को किसी भी तरह से क्यों न देखा जाए, इसे देश के स्तर पर भी एक बहुत ही घटनापूर्ण साल कहना पड़ेगा। इस साल, […]
रिपोर्ट : मोहित त्यागी स्वतंत्र पत्रकार गाजियाबाद। विगत 17 दिसम्बर 2024 को विधानसभा सत्र के दौरान दिनेश कुमार गोयल सदस्य विधान परिषद एवं विजय बहादुर पाठक सदस्य विधान परिषद द्वारा स्कूलों, हॉस्टलों, विद्यालयों के करीब पान, बीडी, सिगरेट आदि मादक पदार्थो के सम्बन्ध में कार्यवाही किये जाने का मुददा प्रमुखता के साथ उठाया गया था। जिसपर […]
रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा फ़ासीवादी सरकारों का मकसद जनता को अधिकारहीन बनाना होता है और मोदी सरकार इसका अपवाद नहीं है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा), जो हरेक ग्रामीण परिवार का एक सदस्य है, जो हरेक परिवार को साल में 100 दिन तक का रोजगार मुहैया कराने का वादा करती है, एक […]
Read More… from जनता को अधिकारहीन करने का खेल : अधिकार-आधारित मनरेगा और उसके प्रति शत्रु भाव
रिपोर्ट : शुभम शर्मा फ्रांसीसी अर्थशास्त्री और मशहूर किताब ‘कैपिटल इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी’ के लेखक थॉमस पिकेटी हाल ही में भारत आए थे। उन्होंने वैश्विक स्तर पर और भारत में असमानता की स्थिति पर व्याख्यान दिया। उनके व्याख्यान का मुख्य बिंदु था : विकसित दुनिया (ग्लोबल नॉर्थ और जापान) की तुलना में भारत […]
Read More… from आर्थिक असमानता : क्या भारत सरकार पिकेटी के ‘कराधान’ प्रस्ताव को मानेगी?
रिपोर्ट : राम पुनियानी हाल (दिसंबर 2025) में संसद में चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में एक ओर बाबासाहेब अम्बेडकर का अपमान किया, तो दूसरी ओर यह साबित करने का प्रयास भी किया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अम्बेडकर के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया था। शाह को उनकी टिप्पणियों का […]
Read More… from बाबासाहेब अम्बेडकर : हिन्दू दक्षिणपंथी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
रिपोर्ट : मोहित त्यागी स्वतंत्र पत्रकार महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज का आरोप सरकार ने सिद्ध कर दिया कि हम एक स्वाभिमान विहीन व्यापारी कौम हैं शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने आज बांग्लादेश को चावल भेजने के भारत सरकार के निर्णय का तीव्र विरोध […]
Read More… from बांग्लादेश को चावल भेजने का महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने किया विरोध
रिपोर्ट : शुभम शर्मा, अनुवाद : संजय पराते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे करीबी और भारत के गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान ने संसद में खलबली मचा दी है। शाह ने विपक्ष को बेहद अपमानजनक तरीके से कहा कि “अगर वे (विपक्ष) अंबेडकर का नाम लेने के बजाय भगवान का नाम लेते, […]
रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा संविधान के 75वें वर्ष के संदर्भ में संसद के दोनों सदनों में हुई बहस में सत्तापक्ष की ओर से सबसे बढक़र ‘‘एक्यूजेशन इन मिरर’’ की प्रचार रणनीति का ही सहारा लिया जा रहा था। वैसे संघ परिवार के इस रणनीति का सहारा लेने में शायद ही किसी को हैरानी होनी […]
Read More… from संविधान पर बहस: मोदीशाही की गोयबल्सीय रणनीति
रिपोर्ट : जवरीमल्ल पारख समानांतर सिनेमा आंदोलन के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण फ़िल्मकार श्याम बेनेगल का 90 वर्ष की अवस्था में अभी 23 दिसम्बर 2024 को देहावसान हो गया। श्याम बेनेगल की पहली फ़ीचर फ़िल्म ‘अंकुर’ का प्रदर्शन 1974 में हुआ था और उनकी अंतिम फ़िल्म ‘मुजीब : द मेकिंग ऑफ़ ए नेशन’ का प्रदर्शन 2023 […]
Read More… from समानांतर सिनेमा के अप्रतिम फ़िल्मकार : श्याम बेनेगल
रिपोर्ट : मोहित त्यागी स्वतंत्र पत्रकार अब किसान राष्ट्र व किसान बोर्ड की मांग। हिन्दू राष्ट्र व सनातन बोर्ड के बाद उठीं किसान राष्ट्र व किसान बोर्ड की मांग। जबकि कुम्भ में ही हिन्दू राष्ट्र व सनातन बोर्ड की धार तेज करने की है तैयारी बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र। देवकी […]
Read More… from किसान दिवस पर उठी किसान राष्ट्र व किसान बोर्ड की मांग
वैभव सोमानी, निदेशक, ग्रेवोलाइट कोरोनावायरस के निरंतर प्रसार ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है और अंततः खुदरा क्षेत्र सहित कई क्षेत्रों के विकास को रोक दिया है और ऑफ़लाइन खुदरा विक्रेताओं को गहराई से प्रभावित किया है। महामारी ने उद्योग को अपने व्यवसाय मॉडल को बदलने और ऑनलाइन क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करने के […]
रिपोर्ट : प्रभात पटनायक, अनुवाद : राजेंद्र शर्मा भारतीय संविधान की उद्देशिका से ‘‘समाजवाद’’ की संज्ञा को हटाने की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए, 22 नवंबर को भारत के मुख्य न्यायाधीश ने दो महत्वपूर्ण टिप्पणियां की हैं। पहली तो यह कि संविधान की उद्देशिका में समाजवाद की संज्ञा का उपयोग किसी जड़ सिद्धांत […]
Read More… from हमारा संविधान, सुप्रीम कोर्ट और समाजवाद की परिभाषा
संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा बोले, मगर ठीक वही बात नहीं बोली, जो बोलनी थी। लोकसभा में अपने कुल 110 मिनट के प्रवचन में उन्होंने दसों दिशाओ में हाथ फैलाए, पाँव चलाये, मगर उस असली 11 वीं मध्य दिशा के पास तक नहीं फटके, जो पूरी चर्चा का मध्य था। […]
Read More… from संविधान पर बहस : बोले तो बहुत — मगर बताने के लिए कम, छुपाने के लिए ज्यादा
विश्रामपुर (सूरजपुर)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और वामपंथ का संघर्ष देश की दशा दिशा को बदलने और एक शोषणविहीन, वर्गविहीन समाज व्यवस्था, समाजवाद की स्थापना के लिए है। इस ओर आगे बढ़ने के लिए हमें आम जनता के सभी शोषित-उत्पीड़ित तबकों को लामबंद करना होगा और आर्थिक-सामाजिक-जातिगत-लैंगिक शोषण के खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा, देश […]
रिपोर्ट : राम पुनियानी तवलीन सिंह एक जानी-मानी स्तंभ लेखक हैं। गत 8 दिसंबर 2024 को ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित उनके कॉलम में उन्होंने अफगानिस्तान में महिलाओं के चिकित्सा विज्ञान पढ़ने पर प्रतिबंध की चर्चा की है। यह प्रतिगामी कदम उठाने के लिए उन्होंने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार की बहुत तीखे शब्दों में आलोचना […]
Read More… from तालिबान, महिलाओं की समानता और हिंदुत्व राष्ट्रवाद
रिपोर्ट : रियाज अहमद रूपईडीहा बहराइच। बाबागंज निवासी वरिष्ठ पत्रकार राष्ट्रीय हिंदी दैनिक स्वतंत्र भारत के संवाददाता अदिवक्ता मो० असरार सिद्दीकी के पिता हाजी मो० अबरार साहब का आज हृदय गति रुकने से देहांत हो गया। 78 वर्ष के उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। अचानक हुई इस घटना से विकास खंड नवाबगंज के […]
Read More… from वरिष्ठ पत्रकार मो० असरार के पिता का हुआ निधन
रिपोर्ट : शुभम शर्मा – धीरेन्द्र के. झा द्वारा लिखित ‘गोलवलकर : द मिथ बिहाइंड द मैन, द मैन बिहाइंड द मशीन’ की समीक्षा, अनुवाद : संजय पराते पानीपत के तीसरे युद्ध में मराठों और दुर्रानी के बीच टकराव अपरिहार्य लग रहा था। इसके ठीक एक वर्ष पहले, करहाड़े जाति के ब्राह्मणों के एक […]
रिपोर्ट : महेंद्र मिश्र संविधान ही नहीं, अब समय देश बचाने का है। पिछले दस सालों में इस सरकार ने देश को जो जख्म दिए हैं, अब वे मवाद बनकर फूटने लगे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट में जस्टिस शेखर यादव की घटना उसी का एक रूप है। न्याय की वेदी पर बैठा एक शख्स, जिसके लिए […]
Read More… from जब न्यायाधीश ही हत्यारों की अगुवाई करने लगे!
रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा क्या क्रोनी कैपीटलिज्म यानी बगलबच्चा पूंजीवाद की संज्ञा पुरानी नहीं पड़ गयी है? क्या विशेष रूप से भारत में हालात अब बगलबच्चा पूंजीवाद से आगे नहीं निकल गए हैं? आम तौर पर देश के राजनीतिक मंच पर और खासतौर पर संसद में पिछले कुछ समय से जो कुछ हो रहा […]
अजमेर के सौहार्द पर नहीं आने देंगे आंच अजमेर,11 दिसंबर। पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज की ओर से अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर समर्थदान पत्रकार भवन में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ”अजमेर की सांझी विरासत : हमारी जिम्मेदारी” विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में बड़ी संख्या में मौजूद बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों […]
रिपोर्ट : राजेंद्र शर्मा इन अमरीकियों ने क्या हद्द ही नहीं कर रखी है। चोरी तो चोरी, ऊपर से सीनाजोरी और। बताइए, मोदी जी की सरकार के ही खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं। षडयंत्र भी कोई ऐसा-वैसा नहीं। सिर्फ बदनाम करने या शर्मिंदा करने का षडयंत्र नहीं। बाकायदा सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र। […]
Read More… from 1. चलो बुलावा आया है, राष्ट्र सेठ ने बुलाया है!
रिपोर्ट : रविंद्र पटवाल यह एक ऐसा मुद्दा बनता जा रहा है, जिस पर देश में एक ऐसी जंग छिड़ गई है, जिसका कोई ओर-छोर नजर नहीं आ रहा। भारतीय मीडिया और संसद के भीतर सरकार के रुख को देखकर तो सहसा यही यकीन होता है कि हिंडनबर्ग के खुलासे की तरह इस बार भी […]
Read More… from अडानी के बचाव में बीजेपी ने सारे घोड़े खोल दिए हैं
रिपोर्ट : बादल सरोज देश में सीधे-सीधे फांक करना, जनता के समूहों के बीच अलगाव की खाई खोद कर उसे लगातार चौड़े से और अधिक चौड़ा करना, एक दूसरे के प्रति नफरती उन्माद को कटु से कटुतर, तीव्र से तीव्रतर और शाब्दिक हिंसा से सीधे हमलावर बनाया जाना हमारे समकाल की लाक्षणिक पहचान बनती जा […]
1. गहरा न खोदियो कोय मोदी जी, योगी जी, भागवत जी, आदि जी लोग गलत नहीं कहते हैं। उनके राज के बाद भी हिंदुत्व की राह आसान नहीं है। हिंदुत्व की राह में खतरे ही खतरे हैं। बल्कि उनके राज में हिंदुत्व के लिए खतरे जितने हो गए हैं, पहले कभी भी नहीं थे। सब […]
रिपोर्ट : : राम पुनियानी आरएसएस-भाजपा और उनसे जुड़े संगठन हर मौके का उपयोग अल्पसंख्यकों के दानवीकरण के लिए करते आए हैं। यद्यपि नफरत फैलाने वाले भाषण देना अपराध है और उसके लिए सजा का प्रावधान भी है, मगर अधिकांश मामलों में दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती। पिछले एक दशक से एक सांप्रदायिक पार्टी […]
Read More… from नफरती भाषणों और अल्पसंख्यकों के दानवीकरण का तेजी से बढ़ता ग्राफ