बहराइच 21 मार्च। प्रदेश सरकार के सफलतापूर्वक चार वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए ‘‘रिफार्म, परफार्म तथा ट्रांसफार्म’’ सम्बन्धी कार्यों से जन-सामान्य को अवगत कराये जाने के उद्देश्य से जनपद में 24 मार्च 2021 तक भव्यता के साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के समस्त विकास खण्डों में ‘‘मिशन किसान कल्याण’’ मनाया गया। इस अवसर पर किसानों के हित में व उनकी आय में वृद्धि हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के कार्यक्रमों व किसान कल्याण मेलों का आयोजन किया गया जिसमें किसान उत्पादक संगठनों, प्रगतिशील किसानों, क्षेत्रीय गणमान्य व संभ्रान्तजनों तथा बड़ी संख्या में किसानों व आमजन द्वारा सहभागिता की गयी। ब्लाकों पर आयोजित कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर कृषि प्रशिक्षण महाविद्यालय, चरगांवा, गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम के उद्बोधन का सजीव प्रसारण भी किया गया।
विकास खण्डों पर आयोजित ‘‘मिशन किसान कल्याण’’ कार्यक्रम के दौरान कृषि एवं सहवर्ती सेक्टर द्वारा वृहद प्रदर्शनी लगायी गयी। जिसमें स्थानीय स्तर पर कृषि उत्पादक संगठनों तथा ग्राम्य विकास के आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी कृषि तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग के साथ-साथ उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, रेशम, सहकारिता, लघु सिंचाई, ग्राम्य विकास, पंचायती राज इत्यादि विभागों द्वारा योजनाओं से सम्बन्ति स्टाल लगाये गये एवं लाभार्थीपरक योजनाओं के स्वीकृति-पत्र/प्रमाण-पत्र/कृषि यन्त्र/पुरस्कार आदि का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर आयोजित जागरूकता गोष्ठी के माध्यम से किसानों के कल्याण से जुड़े सभी कार्यक्रमों की जानकारी देने के साथ-साथ योजनाओं के तहत चयनित किये गये लाभार्थियों को अनुमन्य सुविधाओं का वितरण भी किया गया।
विकास खण्डों पर आयोजित ‘‘मिशन किसान कल्याण’’ अन्तर्गत कृषि विभाग द्वारा कृषि के साथ-साथ मत्स्य पालन व पशुपालन से जुड़े किसानों को क्रेडिट कार्ड (के.सी.सी.) के स्वीकृति पत्र का वितरण किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत आधार इनवैलिड, नाम मिसमैच तथा ओपेन सोर्स से प्राप्त प्रार्थना-पत्रों का निस्तारण कर पेार्टल में आवश्यकतानुसार सुधार की कार्यवाही की गयी जिससे किसानों को योजना का लाभ प्राप्त हो सके।
‘‘मिशन किसान कल्याण’’ कार्यक्रम के माध्यम से कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं संशोधित मौसम आधारित फसल बीमा योजना की जानकारी देने तथा तत्सम्बन्धी शिकायतों के निस्तारण भी कराया गया। ज़ायद की फसल के दृष्टिगत विभिन्न प्रकार के फसल चक्रों, पराली प्रबन्धन, जैविक खेती तथा भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति की जानकारी देने के साथ-साथ जैविक खेती करने वाले किसानों के उत्पादों के विपणन हेतु स्टाल/बिक्री केन्द्र की सुविधा तथा ब्लाकों में गठित एफ.पी.ओ. को स्वीकृत फार्म मशीनरी बैंक तथा बीज विधायन संयंत्र के स्वीकृति पत्र/चेक का वितरण भी किया गया। इसके अतिरिक्त सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर मैकेनाईज़ेशन योजना के तहत पूर्वं स्वीकृत लाभार्थियों को संयंत्र का वितरण तथा प्रधानमंत्री कृषि ऊर्जा सुरक्षा उत्थान महाभियान (पी.एम. कुसुम) योजना के तहत डिमान्सट्रेशन इकाई की भी स्थापना की गयी।
कार्यक्रम के दौरान कृषि रक्षा एवं अनुसंधान कार्य अन्तर्गत कृषि वैज्ञानिकों/विशेषज्ञों के माध्यम से इन्टीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम की जानकारी, मण्डी परिषद द्वारा संचालित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री खेत-खलिहान अग्नि दुर्घटना बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री कृषक छात्रवृत्ति योजना के लाभार्थियों को वितरण के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा पारित कृषि अधिनियमों एवं उसके लाभों के बारे में भी जानकारी प्रदान की गयी।
उद्यान विभाग द्वारा स्प्रिंक्लर/ड्रिप सूक्ष्म सिंचाई के डिमान्सट्रेशन माॅडल, सर्वाधिक औद्यानिक फसलों के विकास, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों के प्रोत्साहन योजना के तहत स्वीकृति अनुदान/ब्याज अनुदान के स्वीकृति पत्र का वितरण, पशुपालन विभाग द्वारा किसानों को खुरपका-मुहॅपका टीकाकरण अभियान तथा पशुओं की ईअर टैंिगंग, दुधारू पशुओं के नस्ल सुधार, राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम, बैकयार्ड सुअरपालन, लेयर/पोल्ट्री फार्मिंग के बारे में जानकारी प्रदान की गयी एवं पशुधन बीमा योजना के स्वीकृति पत्र/सहायता का वितरण किया गया। गन्ना विभाग द्वारा गन्ना की खेती के साथ अन्तर फसलीय प्रणाली तथा ड्रिप इरीगेशन, गन्ना की नई प्रजाति एवं कृषि तकनीक तथा गन्ना अवशेष के प्रबन्धन की जानकारी प्रदान की गयी।
‘‘मिशन किसान कल्याण’’ कार्यक्रम के दौरान ग्राम्य विकास द्वारा आजीविका मिशन के अन्तर्गत कृषि व्यवसाय आधारित स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी आयोजित की गयी। इसके अलावा लघु सिंचाई, मत्स्य एवं रेशम विभाग द्वारा भी कृषकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से डिस्पले स्टाल लगाये गये। विकास खण्डों पर आयोजित कार्यक्रमों में सहभागिता करने वाले मा. जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्यजनों द्वारा प्रदेश सरकार के 04 वर्ष पूर्ण होने पर सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी तथा विभिन्न योजनाओं अन्तर्गत लाभार्थियों को लाभान्वित भी किया गया।
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