बहराइच 07 जनवरी। एवियन इन्फ्ूएन्जा (बर्ड फ्लू) से उत्पन्न होने वाली किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए जनपद स्तरीय टास्क फोर्स के अधीन गठित कोर ग्रुप बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने पशुपालन विभाग द्वारा सर्विलांस के दौरान एकत्र किये गये 178 नमूनों के निगेटिव पाये जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए टास्क फोर्स में शामिल सभी विभागों को सजग एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि माइक्रो स्तर पर प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर लें ताकि किसी भी आपातिक स्थिति से निपटा जा सके।
कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को देर शाम आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने डीएफओ बहराइच एवं कतर्नियाघाट से अपेक्षा की कि कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार व वन क्षेत्रों में स्थित जलाशयों के आस-पास विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी कर दें ताकि पक्षियों के मरने इत्यादि की सूचना समय से प्राप्त की जा सके। वन विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि प्रवासी पक्षियों के आवागमन के रास्तों पर स्थित जलाशयों की विशेष निगरानी की जाय। श्री कुमार ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नहरों तथा जलाशयों के आस-पास भी निगरानी रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने अधिशाषी अधिकारियों को निर्देश दिया कि ब्रायलर मीट की दुकानों एवं मीट शाप पर बायो सिक्यूरिटी मेजर्स का पालन सुनिश्चित कराया तथा नियमित रूप से दुकानों का निरीक्षण करते रहें। इसी सन्दर्भ में श्री कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी, पंचायत राज विभाग, नगर निकाय तथा नहर विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों से भी अपेक्षा की कि अपने-अपने स्तर पर सतर्क रहते हुए चैकसी बनाये रखें, विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाय।
बैठक के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू पाये जाने की पुष्टि हुई है। जबकि उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का प्रकरण प्रकाश में नहीं आया है फिर भी प्रत्येक स्तर पर सजगता एवं सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है। डाॅ. सिंह ने बताया कि जनपद में पीपी किट व फेस-मास्क पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी दी गयी कि एन्टीवायरल दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने विस्तार से बर्ड फ्लू रोग के कारणों, लक्षणों एवं बचाव के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करते हुए सभी सदस्यों से अपेक्षा की कि किसी भी स्थान पर पक्षियों की मृत्यु होती है तत्काल कन्ट्रोल रूम व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अवगत करायें। डा. सिंह ने बताया कि जनपद में अथवा आस-पास के क्षेत्र में अभी तक बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है फिर भी किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए जनपद में सभी तैयारियाॅ पूर्ण करा ली गयी हैं।
सी.वी.ओ. ने बताया कि जिले के समस्त उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने क्षेत्रों में स्थापित लेयर एवं ब्रायलर फार्मों पर बायो सिक्यूरिटी मेजर्स का कड़ाई के साथ पालन करायें तथा डे-बाई-डे रिपोर्टिंग भी करें। उन्होंने बताया कि जनपद एवं तहसील स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है तथा जिला मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय सदर पर कन्ट्रोल स्थापित कर दिया गया है। जिसका मोबाइल नम्बर 7007343910 व 9415527413 है।
बैठक का संचालन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. बलवन्त सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. राजेश मोहन श्रीवास्तव, अन्य विभागों के अधिकारी व उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।
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