बहराइच-भारत नेपाल सरहदी क्षेत्र रूपईडीहा में बंदरों का आतंक चरम पर है। मेन सड़क से लेकर गली मोहल्लों तक में लोग इनके आतंक से परेशान हैं। कई बार अनेक लोग इनके काटने से घायल भी हो चुके हैं। इसके अलावा घर की छतों पर आए दिन धमाल मचाना और लोगों का नुकसान करना इनके लिए आम बात है। इससे लोग काफी परेशान हैं। उधर इस सबके बावजूद प्रशासन द्वारा इन्हें पकड़वाने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कस्बे में बंदरों का खूब धमाल रहता है। यहां के लोग इनकी दहशत से बहुत परेशान हैं। हाल यह है कि कभी भी इनका झुंड छत पर आ धमकता है। उसके बाद शुरू हुआ इनका धमाल काफी-काफी देर तक जारी रहता है। छत पर रखा सामान तोड़फोड़ कर कई बार ये जीने के रास्ते घर में भी उतर जाते हैं और काफी नुकसान करते हैं। वहीं छत पर इनके आने से दहशत में आ कर वहां मौजूद महिलायें और बच्चे अचानक नीचे की ओर दौड़ पड़ते हैं। जिससे उनके गिर जाने का खतरा बना रहता है। लोगों का घरो की छतों पर जाना मुश्किल हो गया है। इनके डर से महिलायें, बच्चे और बुजुर्ग छत पर नहीं जा पाते। ये घरों व दुकानों में रखे सामान का बहुत नुकसान करते हैं।
कस्बे के रहने वाले बिल्लू शुक्ला ने बताया कि हमारे बेटे शौर्य शुक्ला उम्र 5 वर्ष को छत पर खेलते समय बंदर ने काट लिया ।उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल रूपईडीहा इकाई के अध्यक्ष विजय कुमार मित्तल ने प्रशासन से मांग की है उत्पात मचाने व काटने वाले बंदरों को पकड़ कर जंगल भेजा जाए जिससे कस्बे में भय का माहौल खत्म हो।
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