बहराइच 16 मई। कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों के उपचार, संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के दृष्टिगत शासन द्वारा जनपद बहराइच के लिए नामित नोडल अधिकारी सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग, उत्तर प्रदेश डाॅ. हरिओम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्थापित एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने, नियंत्रण, बचाव तथा संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए किये जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की।
नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया कि कोविड संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में गठित निगरानी समितियों एवं रैपिड रिस्पाॅन्स टीमों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया जाय। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि कोविड संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए गठित सभी प्रकार की समितियों की गतिविधियों के सघन पर्यवेक्षण की भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया कि नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गठित सभी निगरानी समितियाॅ अनिवार्य रूप से डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग सुनिश्चित करें तथा सभी टीमों के पास मानक के अनुसार पर्याप्त मेडिकल किट भी उपलब्ध रहे।
नोडल अधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि निगरानी समितियाॅ प्रत्येक लक्षणयुक्त एवं संदिग्ध व्यक्तियों को मेडिकल किट उपलब्ध कराते हुए उनके नाम व मोबाइल नम्बर सम्बन्धित अधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि निगरानी समिति की जाॅच में लक्षणयुक्त एवं संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों का रैपिड रिस्पाॅन्स टीम 24 घण्टे के अन्दर टेस्ट सुनिश्चित कराए। नोडल अधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर के माध्यम से होम आइसोलेशन/क्वारंटीन सेन्टर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी भी प्राप्त की जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सम्पूर्ण जनपद के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, सेनिटाइजेशन तथा फागिंग की व्यवस्था हेतु माकूल बन्दोबस्त भी किये जाएं।
नोडल अधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि जनपद के समस्त कोविड चिकित्सालयों में चिकित्सकों तथा चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, मरीजों के भोजन की व्यवस्था एवं चिकित्सालयों में स्वच्छता का प्रभावी पर्यवेक्षण भी सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी ने सुझाव दिया कि ग्राम पंचायतों में कंटीजेन्सी मद में उपलब्ध धनराशि से ग्राम के जरूरतमन्द को सहायता प्रदान करने के लिए ग्राम प्रधानों को प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहाकि वैश्विक महामारी के दौरान गरीब, असहाय व जरूरतमन्द लोगों की मदद करना करना प्रधानों की प्रशासनिक जिम्मेदारी है। बैठक के दौरान नोडल अधिकारी ने खाद्यान्न वितरण सहित अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने जनपद में कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने, नियंत्रण, बचाव तथा संक्रमित व्यक्तियों के उपचार इत्यादि के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाही के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। नोडल अधिकारी ने जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त करते हुए सुझाव दिया कि जाॅच की संख्या को बढ़ाया जाय तथा इस बात का प्रयास किया जाय कि जाॅच रिपोर्ट भी समय से प्राप्त हो जाय।
इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक कुॅवर ज्ञानन्जय सिंह, उप जिलाधिकारी सदर सौरभ गंगवार आईएएस, ज्वाईन्ट मजिस्ट्रेट सूरज पटेल आईएएस, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. राजेश मोहन श्रीवास्तव, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डाॅ. अनिल के. साहनी, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर विनय कुमार दुबे, वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. ओ.पी. पाण्डेय, परियोजना निदेशक डीआरडीए अनिल कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकाकारी डाॅ. योगिता जैन, जिला पंचायत राज अधिकारी उमाकान्त पाण्डेय, जिला पूर्ति अधिकारी अनन्त प्रताप सिंह, नोडल अधिकारी के लाइज़न आफिसर/जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया, अधि.अधि. नगर पालिका परिषद बहराइच पवन कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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