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Thursday, May 15, 2025 10:13:32 AM

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बीजशोधन से अच्छी फसल प्राप्त करें किसान: कृषि रक्षा अधिकारी

बीजशोधन से अच्छी फसल प्राप्त करें किसान: कृषि रक्षा अधिकारी
से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट

बहराइच 25 मई। जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर. डी. वर्मा ने बताया कि जनपद बहराइच में 16 मई से 15 जून 2021 तक बीजशोधन अभियान चलाया जा रहा है। बोई जाने वाली फसलों को बीज जनित एवं भूमि जनित रोगों से बचाव के लिए बीजशोधन एवं भूमिशोधन का महत्व अत्याधिक है इससे फसलों को रोगो से सुरक्षाकर अधिक पैदावार ली जा सकती है। खरीफ की फसलों में बेहतर उत्पादन के लिए बीजशोधन अवश्य करना चाहिए। बीज शोधन के अभाव में फसलो में कई फफूदजनित एवं जीवाणुजनित रोगो का प्रकोप देखा जाता है। रोगकारक फफॅूदी व जीवाणु बीज से लिपटे रहते है या भूमि में पडे रहते है। बीज बोने के बाद फफूॅदी अपने स्वभाव के अनुसार नमी प्राप्त होते ही उगते बीज, अंकुर या पौधो के विभिन्न भागो को संक्रमित करके रोग उत्पन्न करते है। रोगो से फसलो को बचाने के लिए बीज उपचार एवं बीजशोधन ही एकमात्र उपाय है।
श्री वर्मा ने किसानों को सलाह दी है कि बीजशोधन के लिए फफूॅदीनाशक रसायनो थीरम 75 प्रति अथवा कार्बण्डाजिम 50 प्रति अथवा कार्बाक्सिन 37.5 प्रति को 2-3 ग्राम रसायन प्रति किग्रा0 बीज की दर से एवं बायोपेस्टीसाइड, ट्राईकोडर्मा हारजेनियम 4 ग्रा0 प्रति किग्रा0 अथवा सूडोमोनास 10ग्राम प्रति कग्रा0 बीज की दर से उपचारित कर बुवाई करना चाहिए। धान की फसल में जीवाणु झुलसा रोग में पत्तियाॅ नोक से अथवा किनारे से सूख जाती है, सूखे हुए किनारे अनियमित एवं टेढे-मेढे हो जाते ह,ै जिससे बचाव हेतु स्टेप्टोमाइसिन सल्फेट 90 प्रतिशत एवं टेट्रा साइक्लीन 10 प्रतिशत की 4 ग्रा0 मात्रा 25 किग्रा0 बीज की दर से बीजशोधन कर बुवाई करना चाहिए। झौका रोग में पत्तियो पर आॅख की आकृृति के धब्बे बन जाते है जो बीच में राख के रंग के तथा किनारे पर गहरे कत्थई रंग के होते है, इसके अतिरिक्त बालियो-डण्ठलो पर काले भूरे धब्बे बन जाते है। जिसके बचाव हेतु बोने से पूर्व बीज को तीन ग्राम थीरम अथवा 2 ग्राम कार्बण्डाजिम प्रति किग्रा0 बीज की दर से बीज शोधन करना चाहिए।
उन्होनें बताया कि बीज शोधन हेतु ट्राईकोडर्मा हारजेनियम जनपद की समस्त कृृषि रक्षा इकाईयो पर एवं कृृषि रक्षा रसायन थीरम, कार्बण्डाजिम, ट्राईकोडर्मा हारजेनियम, स्टेप्टोमाइसिन सल्फेट आदि समस्त विकासखण्ड के कृृषि रक्षा से सम्बन्धित निजी प्रतिष्ठानो पर पर उपलब्ध है। किसान भाई कीट के लगने की दशा में रोगग्रस्त फसल एवं पौधो के फोटो के साथ विभागीय पी.सी.एस.आर.एस. मोबाइल नम्बर 9452247111 एवं 9452257111 पर व्हाटसएप अथवा टेक्सट मैसेज के माध्यम से सम्पर्क कर सकते है। किसान भाईयो को समस्या लिखते समय अपना पूरा नाम, पूरा पता आदि अंकित करना होगा।

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