जनपद महराजगंज फरेंदा कस्बे के धानी ढाला चौराहे के पास अहमद गारमेंट के मकान में रविवार की सुबह रसोई गैस का सिलिंडर फट जाने से परिवार के छह सदस्य बुरी तरह से घायल हो गए थे। जिनका ईलाज मेडिकल कालेज गोरखपुर में हो रहा था। तीन लोगों की इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई। अन्य का इलाज मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा है। जिसमें दो की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना की जानकारी क्षेत्र में मातम का माहौल हो गया है परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताते चलें कि धानी ढाला पर जमील अहमद के दो पुत्र जिनमें निसार व जावेद थे। दोनो उसी मकान मे व्यवसाय कर रहे थें। निसार रेडिमेड कपड़ो की दुकान चलाते थे। छोटा पुत्र जावेद अहमद बेहद मिलनसार व हंस मुख स्वभाव का होने के कारण मित्रो का चहेता था। बेहतर स्वभाव के कारण कम समय में ही अच्छा व्यवसाय करने लगा। कुछ वर्ष पूर्व आधार केंद्र का काम शुरू किया उसके बाद एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन कर रहे थे।
ग्राहक भी उनके काम की तारीफ करते थे लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। पिता जमील अहमद के सरल स्वभाव के कारण लोग उन्हे काफी पसंद करते थे। लेकिन रविवार की सुबह ने परिवार की सभी खुशियों पर ग्रहण लगा दिया। मकान में रविवार की सुबह चाय नाश्ता बनाने के दौरान रसोई गैंस में धमाका हो गया था। जिसमें एक ही परिवार के जमील अहमद (60), जावेद अहमद (28), निसार अहमद (38), इमराना खातून (35), फातिमा (30) व मासूम अलमास (5) गंभीर रूप से झुलस गए। जिनका इलाज मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा था।
मंगलवार की रात करीब 10:30 बजे परिवार के मुखिया जमील अहमद व बुधवार को दिन में जावेद अहमद व मासूम अलमास ने भी दम तोड़ दिया। बहू इमराना खातून की भी हालत गंभीर बताई जा रही है। पिता, पुत्र और नाती सहित तीन की मौत की सूचना परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया।
इस संबंध में मीडिया को सीओ सुनील दत्त दुबे ने बताया कि इलाज के दौरान तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली है। मामलें में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। अगल-बगल के लोग भी घटना से सहमें हुए है। बार-बार वह भयानक मंजर को सोच कर डर रहें है।मिली जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम सात बजे तक शव आने पर अंतिम संस्कार झीनकी देवी कालेज के समीप कब्रिस्तान में किया जायेगा।
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