बहराइच।मेडिकल कॉलेज बनने के बाद से जिला अस्पताल की व्यवस्था चरमराई।
प्रदेश सरकार खासकर गरीबो के ईलाज के लिए बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए सुविधाए उपलब्ध कराने का दावा कर रही है।
वही जिला अस्पताल मे मरीजो की सुनवाई न होने से इधर-उधर लगाना पड़ता है चक्कर।
इमर्जेंसी मे तैनात डाक्टर भरत पाण्डेय के रवैये से लोगो मे है नाराजगी।
एक मान्यता प्राप्त पत्रकार को 25 नम्बर वार्ड मे डाक्टर द्वारा बीपी चेक करने पर डा भरत पाण्डेय ने किया एतराज।
थोड़ी देर बाद बीपी चेक करने पर जब बताया पत्रकार तो उसी पर्चे डा को किया वापस।
जब एक पत्रकार के साथ डा भरत पाण्डेय का यह रवैया है तो आम मरीजो के साथ का अन्दाजा स्वयं लगाया जा सकता है।
डाॅ पाण्डेय को अपने उच्चाधिकारियो का नही है खौफ और न ही जिला प्रशासन का।
सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत तो नही है एक डाक्टर का ऐसा व्यवहार।
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