बहराइच 04 अगस्त। कतिपय समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर ‘‘गरीबी से तंग आकर एक ही परिवार के 11 लोगों ने किया धर्मान्तरण’’ शीर्षक से प्रकाशित व प्रसारित समाचार का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र द्वारा तत्काल उप जिलाधिकारी नानपारा व पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा को स्थलीय जॉच करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी के निर्देश के अनुपालन में उप जिलाधिकारी नानपारा ने क्षेत्राधिकारी नानपारा, नायब तहसीलदार नानपारा व प्रभारी निरीक्षक रूपईडीहा के साथ थाना रूपईडीहा अन्तर्गत ग्राम नरैनापुर पहुॅचकर स्थलीय जांच की गयी।
स्थलीय जांच के समय उपस्थित कमलेश पुत्र जग्गू प्रसाद निवासी नरैनापुर, परगना चर्दा, थाना रूपईडीहा, तहसील नानपारा का बयान अंकित किया गया। कमलेश द्वारा अंकित कराये गये बयान में कहा गया कि ‘‘आज से चार-पांच साल पहले वह लोग परिवार सहित रोजी-रोटी कमाने हेतु पठानकोट गये थे। इस दौरान पठान कोट में उनको एक व्यक्ति मिला, जिसने इन्हें दारू शराब पीने से मना किया गया। इनके परिवार के एक व्यक्ति ने दारू पीना छोड़ दिया, लेकिन अन्य लोग नहीं छोड़ पाये। लेकिन वह व्यक्ति इन लोगों को सही रास्ते पर लाने हेतु प्रेरित करता रहा तथा इन लोगों में सुधार हो गया, परन्तु हम लोग ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। इसके बाद यह लोग परिवार सहित वापस आ गये तथा बाद में भी समय-समय पर रोजी रोटी कमाने हेतु पठान कोट, पंजाब, हिमाचल आदि जाते रहते थे।
अंकित बयान में यह भी कहा गया है कि हम लोग हिन्दू धर्म से ही सम्बन्ध रखते है। हम लोगों ने कभी भी अपना धर्म परिवर्तित नहीं किया था। वर्तमान समय में हम लोग हिन्दू ही है तथा हिन्दू धर्म के अनुसार अपना जीवन यापन कर रहे हैं व हिन्दुओं के ही त्यौहार भी मनाते है। प्रसारित खबर झूठी अफवाह है। इस बयान की पुष्टि कमलेश के परिवार के अन्य व्यक्तियों सुनीता, बौरा, सूरतराम, पंजीरी, सोनवर्षा, बक्शाराम व लिखनदार ने भी की है।
उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी की जॉच आख्या में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि स्थलीय जांच के समय उपरोक्त व्यक्तियों के हाथों पर हिन्दू धर्म के अनुसार ओम, त्रिशूल व अन्य हिन्दू धर्म के प्रतीक का गोदना भी इनकी बाहों पर पाया गया। जॉच के दौरान धर्मान्तरण सम्बन्धी प्रकाशित व प्रसारित खबर तथ्यहीन व भ्रामक पायी गयी।
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