जनपद महराजगंज के नगर पंचायत बृजमनगंज कस्बे में बीते मंगलवार रात दस बजे बृजमनगंज पुलिस महिला पुलिस टीम के साथ किराये के मकान में चल रहे उमा टेक्निकल इंस्टीट्यूट सेंटर पर पहुंच कर छापेमारी की।रात को दस बजे अचानक पुलिस फोर्स को देखकर स्थानीय लोगों मे हडकंप मच गया लोग अचंभित नजरों से देख रहे थे पुलिस द्वारा एक संदिग्ध महिला सहित एक पुरुष को कंप्यूटर सेंटर से नीचे उतार कर थाने में ले गई उसके बाद कस्बे के एक और मकान में घुसकर छापेमारी की परन्तु कोई मिला नहीं।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कंप्यूटर सेंटर की आड़ मे चल रहा था सेक्स रैकेट का कारोबार।मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दो युवक युवतियों को पकड़ कर ले गई थाने।स्थानीय लोगों की माने तो कम्प्यूटर सेंटर का संचालक बाहर का रहने वाला है एवं उसके हरकतों के बारे मे कुछ लोगों को जानकारी थी परंतु कुछ कह नहीं पा रहे थे।मीडिया के लोगों द्वारा जब थानाध्यक्ष से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि सूचना पर छापेमारी की गई थी लेकिन कोई संदिग्ध गतिविधियां नहीं मिली न ही किसी को जबरदस्ती बंधक बनाया गया था।
जब कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं था ।एक नहीं कस्बे में दो दो जगह क्यों छापेमारी की गई?वह महिला और पुरुष कौन थे? कहां के निवासी थे?यह अपने आप मे सवाल खडा करता है।
रात को सेंटर के अंदर अंजान महिला पुरुष कहां से आ गए तथा तुरंत पुलिस ने कस्बे के एक और मकान में छापेमारी क्यों की।मामले को दबाने के लिए पुलिस द्वारा साफ साफ छुपाने की कोशिश की गई हैं।इस संबंध में फरेंदा सीओ सुनील दत्त दुबे मीडिया से टेलिफोनिक वार्ता में बताया कि दोनों युवक व युवतियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दोनों बालिग है तथा लिव इन रिलेशनशिप में है इसलिए उन्हें छोड़ दिया गया।जबकि दूसरे के घर में पुलिस क्यों की छापेमारी यह प्रश्नचिन्ह हैं।कस्बे में इस प्रकार का पहला मामला प्रकाश में आया है स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार के गंदे लोगों का समाज में रहने का अधिकार नहीं है ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिये।
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