रिपोर्ट : मो० अकील
बहराइच मिहींपुरवा,कोरोना वैश्विक महामारी के मद्दे नजर केन्द्रीय व राज सरकार पात्र लाभार्थियो को फ्री राशन राहत समग्री लाभान्वित कर रही है वहीं विभागीय अधिकारियो को भी सख्त रहने के हिदायत भी दे रखी है ,
बावजूद भी कुछ कोटेदारो व पूर्तिनिरक्षक के मिलीभगत से पात्र राशनकार्ड धारको को इन सुविधाओ से वंचित रह जाते है तमाम शिकायतो के बावजूद भी ऐसे कोटेदारो पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही होती है ,
उसके साथ साथ शिकायतकर्ता को ही उल्टे कोटेदार से धमकियाँ दिलवायी जाती है तथा उसका राशन कार्ड से नाम भी जप्त करवा दिया जाता है जिससे ग्रामीण शिकायत कार्ता काफी भयभीत हो जाते है दूसरे की हालत देखकर कार्डधारक कभी शिकायत करने के लिए आगे आने हिम्मत नही करते है , ऐसा ही कुछ ताजा मामला देखने को मिला जनपद बहराइच विकासखंड मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत विश्वनाथ में यहाँ पर अन्रमहात्सव थैला के साथ साथ लगभग दो माह का खाद्यान्न विभागीय अधिकारी की मिलीभगत से हडप कर लिया गया है,
कोटेदार द्वारा राशन समाग्री बितरित ही नही गयी जब ग्रामीणो ने अवाज उठाने की कोशिश की तो उनको कोटेदार ने धमकियाँ देते हुये भगा दिया यह भी कहा गया कि शान्तिपूर्ण ढंग से इस माह का राशन लेना हो तो ले लो वरना जहाँ जाना चाहते हो जाकर देखलो
इस बार इस माह का राशन तो दे रहे है दूसरी बार शिकायत को लेकर अवाज उठाने की कोशिश की तो आपका नाम ही गुल करवा दूंगा, जिसको सुनकर ग्रामीण अक्रोशित हो गये और जमकर विरोध प्रदर्शन किया और ग्राम प्रधान के घर पर बडी संख्या में लोग पहुंचकर जो भी कोटेदार द्वारा कहा गया वो सब बताते हुये शिकायत करने लगे तो ग्राम प्रधान उन सभी ग्रामीण को लेकर कोटेदार के घर पहुचे कोटेदार इतनी बडी संख्या में लोगो को व ग्राम प्रधान को आता देखकर घर से निकल गया , कोटेदार के घर पर न होने के कारण ग्राम प्रधान ने कोटेदार से फोन के माध्यम से घर पर बैठक कर बातचीत करने की बात कही तो कोटेदार ग्राम प्रधान के ऊपर आगबबूला हो गया और जान से मारने की धमकी देने लगा, ग्राम प्रधान छब्बन ने जब यह सब सुना तो तत्काल कोतवाली नानपारा में फोन कर पुलिस बुलवालिया पुलिस के आने पर कोटेदार घर पर नही पहुंचा कुछ देर ग्राम प्रधान व कोतवाली नानपारा के पुलिस कोटेदार का इंतजार करते रहे पर शाम होने व कोटेदार के न पहुंचने पर ग्राम प्रधान व ग्रामीण पुलिस समेत वहाँ से चले गये पुलिस और प्रधान के जाते ही कोटेदार घर पर आ गया और प्रधान समेत पुलिस वालो पर गंभीर अरोप घर में घुस कर चोरी जैसे मामले को लेकर गांव में शोर मचाते हुते चोरी के में एफ आई आर दर्ज करवाने की बात कही
उसके बाद ग्राम प्रधान ने पूर्तिनिरक्ष मिहींपुरवा को शिकायत की पूर्तिनिरक्षक अपने साथ एक मुंशी को लेकर गांव में पहुंचकर लोगो की समस्या सुनी और शिकायत पत्र पर भी नोट कर लिया परन्तु तीन दिन पूर्व भी कोई कार्यवाही नही हुयी ग्राम प्रधान समेत ग्रामीणो का कहना है कि पूर्तिनिरक्षक रूपये लेकर मामले को रफादफा करने में लगें है कोटेदार का भी कहना है कि जितना चाहो शिकायत करलो हमारा कुछ नही कर पाओगे क्योकि अधिकारी हमारी जेब में है ऐसा ग्रामीणो का कहना है , वैसे भी पूर्तिनिरक्षक पर पहले भी रिश्वत माॅगने के आरोप एक कोटेदार द्वारा लगया गया है कोटेदार का कहना था कि पूर्तिनिरक्षक को कमीश्न न दे पाने के कारण उसके दुकान को निलंबित कर दिया गया था जो मामला मीडिया व अखबारो में खूब प्रचलित हुआ था उसके बावजूद भी जिले स्तर के अधिकारियो के कान में जूॅ तक नही रेंगे थे और न तो किसी प्रकार कोई कार्यवाही की गयी थी कुछ इसी तरह का हाल ग्राम पंचायत विश्वनाथ गांव में देखने को मिला है पूर्तिनिरक्षक द्वारा शिकायत नोट करने के दौरान कुछ मीडिया के लोग भी आये हुये थे मीडिया के लोगो ने जब पूर्तिनिरक्षक साहब से वर्जन लेना चाहा तो वर्जन देने से इन्कार हो गये और कहने लगे की दुबारा कहोगें तो मै शिकायत भी नही लूंगा आप कुछ नही कर पाओगें जिसकी जानकारी पत्रकार द्वारा तत्काल मौके से ही जिला पूर्ती अधिकारी को दी गयी।जिस पर जिला पूर्ति अधिकारी ने उक्त कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।तीन दिन बीतने के बावजूद भी न तो जिला पूर्ती अधिकारी के तरफ से कायर्यवाही की गयी है और न तो पूर्तिनिरक्षक की तरफ से की कार्यवाही की गयी है, आप बीडियो में देख सकते है कि पूर्तिनिरक्षक वर्जन माँगने के दौरान किस तरह से भाषा का प्रयोग करते हुये दिखाई दे रहे है।
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