उ प्र ज़िला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यछ पंडित हरिओम शर्मा,महामंत्री अब्दुल वहीद और सचिव जुबैर अहमद किये गए सम्मानित
अखिल भारतीय अगीत परिषद्, लखनऊ, ‘नवसृजन’ साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, अवध साहित्य अकादमी एवं मीडिया फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में 41वें राष्ट्रीय कलमवीर दिवस समारोह का आयोजन आज उ.प्र. प्रेस क्लब, हजरतगंज, लखनऊ में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर हिन्दी साहित्य जगत के सशक्त हस्ताक्षर पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ समेत विशिष्ट विभूतियों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर ‘कलमवीर चक्र सम्मान’ से सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता डा. रंगनाथ मिश्र ‘सत्य’ ने की जबकि पद्मश्री डा. मंसूर हसन एवं श्री एम.आई.एस. फारुकी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की गरिमा को बढ़ाया।
इस अवसर पर ‘कलमवीर चक्र सम्मान’ से सम्मानित हस्तियों में सर्वश्री पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ के अलावा श्री महेश चन्द्र द्विवेदी, आई.पी.एस., पूर्व पुलिस महानिदेशक, उ.प्र. प्रो. शारिब रूदौलवी, संरक्षक, उर्दू राइटर्स फोरम, प्रो. वी.जी. गोस्वामी, पूर्व अधिष्ठाता विधि संकाय, लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रो. ऊषा सिन्हा, पूर्व अध्यक्ष, भाषा विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, डा. अनीस अंसारी, पूर्व कुलपति, उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय, श्री महेन्द्र भीष्म, रजिस्ट्रार, उच्च न्यायालय, लखनऊ, श्री अतहर नवी, महासचिव, हिन्दी उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी, प्रो. साबिरा हबीब, अध्यक्षा, नताशा पालीक्राफ्ट एण्ड एजूकेशन सोसायटी एवं श्री अमरनाथ मिश्रा शामिल हैं। इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओ को भी ‘कलमवीर चक्र सम्मान’ से सम्मानित किया गया, जिनमें अखिल भारतीय अगीत परिषद्, नवसृजन, वज्म-ए-शम्स, शहर-ए-अदब, मीडिया फोटोग्राफर क्लब, प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन एवं उ.प्र. मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यछ पंडित हरिओम शर्मा,महामंत्री अब्दुल वहीद और सचिव जुबैर अहमद सम्मानित किये जाने वालों में प्रमुख हैं।
इससे पहले, समारोह का शुभारम्भ करते हुए स्वागताध्यक्ष पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने कहा कि यहाँ उपस्थित हम सभी का नैतिक दायित्व है कि संस्कारों, सद्विचारों व जीवन मूल्यों की त्रिवेणी अबाध रूप से बहती रहे, और इसका लाभ हमारी आने वाली पीढ़ियों को मिल सके। इसलिए हमें अपनी भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन, उन्हें जीवन मूल्यों व संस्कारों से जोड़ना एवं अपनी महान सभ्यता व संस्कृति से सतत् रूबरू कराते रहना है। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री
डा. मंसूर हसन ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह समारोह युवा पीढ़ी को आगे बढ़कर सामाजिक विकास में रचनात्मक योगदान हेतु प्रेरित करेगा एवं साहित्य, समाज, शिक्षा व पत्रकारित आदि क्षेत्रों के नवोदित होनहारों को इन विशिष्ट विभूतियों के अनुभवों से आशातीत लाभ होगा। समारोह की अध्यक्षता करते हुए डा. रंगनाथ मिश्र ‘सत्य’ ने कहा कि मेरा मानना है कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में वैचारिक उत्कृष्टता हेतु विचारों के आदान-प्रदान का प्रवाह सतत बना रहना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ियों को उज्जवल भविष्य मिल सके।
विदित हो कि वर्ष 1980 से निरंतर डा. सुल्तान शाकिर हाशमी का जन्मोत्सव ‘राष्ट्रीय कलमवीर दिवस’ के रूप में मनाया जा रहा है। डा. हाशमी की 50 से अधिक पुस्तकें, हिन्द, उर्दू, अंग्रेज़ी, ब्रज एवं अवधी भाषा में विभिन्न विधाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। ‘राष्ट्रीय कलमवीर दिवस’ के अवसर पर देश जाने माने साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवी, न्यायाधीश एवं राजनेताओं को ‘कलमवीर चक्र सम्मान’ से सम्मानित किया जाता है। इसी कड़ी में आज 41वाँ राष्ट्रीय कलमवीर दिवस मनाया गया।
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