कोरबा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का 7वां राज्य सम्मेलन कल 21 दिसम्बर से कोरबा जिले के बलगी कोयला क्षेत्र में शुरू होने जा रहा है। सम्मेलन का उदघाटन पार्टी के पोलिट ब्यूरो के सदस्य तपन सेन करेंगे। सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वे और पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी जोगेंद्र शर्मा कोरबा पहुंच चुके हैं। पार्टी के इन दोनों वरिष्ठ नेताओं के दिल्ली से यहां पहुंचने के साथ ही पार्टी सम्मेलन के एजेंडों को तय करने और सम्मेलन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठकों का सिलसिला शुरू हो चुका है।
माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने बताया कि पूरे प्रदेश के प्रतिनिधि आज यहां पहुंच चुके हैं, जिनका निर्वाचन जिला सम्मेलनों के जरिये हुआ है। ये निर्वाचित प्रतिनिधि आगामी तीन सालों के लिए राज्य स्तर पर पार्टी की दशा-दिशा तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस की सांप्रदायिक-फासीवादी राजनीति को शिकस्त देना, पार्टी संगठन का विस्तार करना और आम जनता की ज्वलंत समस्याओं पर जन आंदोलन को नज़बूत करना मुख्य राजनैतिक-सांगठनिक चुनौती है, जिसका मुकाबला करने की रणनीति पार्टी के इस राज्य सम्मेलन में तैयार की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछले चार सालों में जन मुद्दों के इर्द-गिर्द पार्टी और जन संगठनों द्वारा कई अभियान-आंदोलन चलाये गए हैं, कृषि विरोधी तीन काले कानूनों को केंद्र में रखकर ग्रामीण क्षेत्रों में जो व्यापक अभियान चलाया गया है, मजदूर विरोधी श्रम संहिता के खिलाफ संगठित और असंगठित मजदूरों को लामबंद किया गया है। इन संघर्षों के कारण पार्टी के राजनैतिक प्रभाव में वृद्धि हुई है। पार्टी का राज्य सम्मेलन इस प्रभाव को संगठन में बांधने के लिए विचार-विमर्श करेगा।
माकपा नेता ने कहा कि आरएसएस-भाजपा की सांप्रदायिक-फासीवादी नीतियों के कारण देश का संविधान, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता खतरे में पड़ गई है। इसलिए हिन्दुत्व की राजनीति के खिलाफ वैचारिक और जमीनी संघर्ष तेज करने की योजना भी सम्मेलन में बनाई जाएगी।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






