बहराइच 22 जून। मदरसा दारुल उलूम मसूदिया मिस्बाहिया सलारगंज में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उ.प्र. मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने जनपद के मदरसा प्रबन्धकों, अध्यापकों, गणमान्यजनों एवं शिक्षाविदो को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करें। श्री जावेद ने कहा कि मदरसों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे प्रायः कमज़ोर व गरीब घरों के होते हैं इसलिए हमारा नैतिक दायित्व व कर्तव्य है उन्हें ऐसी शिक्षा प्रदान की जाय कि हमारे बच्चे समाज को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ अपने गरीब परिवार का भी सहारा बन सकें।
श्री जावेद ने प्रबन्धकों का आहवान किया कि मदरसों की शिक्षा पद्धति व वातावरण को इतना सक्षम, उन्नत व बेमिसाली बनायें कि बड़े-बड़े कान्वेन्ट स्कूलों में पढ़ने वाले धनाढ्य वर्ग के बच्चे इन गरीब बच्चों की किस्मत पर नाज़ कर सकें। मदरसों के बच्चों को ऐसी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाये कि इस प्रतिस्पर्धी युग में हमारे बच्चे भी कान्वेन्ट स्कूलों के बच्चों की बराबरी कर सकें। अध्यक्ष ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा है कि मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी व आधुनिक शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जाये। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्रा ने एन.सी.सी., एन.एस.एस. व स्काउट गाइड को मदरसों के लिए उपयोगी बताया। कार्यक्रम के पश्चात श्री जावेद ने सै. सालार मसऊद गाज़ी की दरगाह पहुॅच कर चादर पेश की तथा देश में अम्नो-अमान, खुशहाली व तरक्की के लिए दुआएं मॉगी।
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