बहराइच 26 जून। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में लागू की गयी विभिन्न योजनाओं यथा बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, मिशन शक्ति, इन्स्पायर्ड अवार्ड योजना, छात्रवृत्ति से सम्बन्धित योजनाओं, प्रोजेक्ट अलंकार, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान इत्यादि के सफल क्रियान्वयन के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मौजूद समस्त शिक्षा बोर्ड के प्रधानाचार्यो का आहवान करते हुए मुख्य राजस्व अधिकारी ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ समाज की दशा और दिशा तय करने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों की है। बच्चों को ऐसी शिक्षा प्रदान की जाय कि आगे आने वाली पीढ़ी में ऊर्जा का संचार हो सके।
श्री मिश्रा ने कहा कि शिक्षा के स्तरोन्नयन के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित अनेकों योजनाओं की सम्यक जानकारी के अभाव में तमाम छात्र-छात्राएं लाभ से वंचित हो जाते हैं। उन्होंने प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार यादव को निर्देश दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समरी तैयार कर शिक्षण संस्थाओं को उपलब्ध करा दें। श्री मिश्रा ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं का नैतिक कर्तव्य होगा कि वे संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं को योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करें ताकि पात्रता के आधार पर सभी अर्ह छात्र योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
मुख्य राजस्व अधिकारी श्री मिश्रा ने यह भी कहा कि छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न योजनाओं हेतु भरे गये आवेदन-पत्रों को शिक्षण संस्थाएं स्वयं देख लें ताकि उनमें कोई कमियॉ न रहने पाये। इस सम्बन्ध में उन्होंने छात्र-वृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति से सम्बन्धित आवेदन-पत्रों पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अनेकों योजनाएं स्टेप वाईज़ संचालित की जा रही हैं ऐसे योजनाओं में भी शिक्षण संस्थाओं को ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। बैठक के दौरान शिक्षा के स्तरोन्नयन एवं योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में प्रधानाचार्यों की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए।
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