रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। आज कल हमारे समाज मे दहेज को लेकर नवविवाहिताओं को प्रताड़ित करना उनको शारीरिक दुःख देना यहाँ तक कि हत्या कर देने जैसा घृणित कार्य भी हो रहा है परंतु न तो समाज और न ही कानून इस परंपरा को लेकर ठोस कदम उठा रही है।इनका परिणाम ये हुआ है कि आये दिन शादी होते ही घर मे चैन शुकून छिन जाता है और शादी के कुछ दिन बाद ही घरों में मार पीट शुरू हो जाता है। लड़कियां प्रताड़ना का शिकार होने लगती है। ताजा मामला रुपईडीहा थाना क्षेत्र के चकिया चौराहे पर रहने वाले गरीब दर्जी का है। जिसने बड़ी परेशानियों को उठाते हुए मुश्किल से अपनी 20 वर्षीय पुत्री का विवाह इसी वर्ष मार्च में चिकनिया पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम उचवा बालापुर के गुड्डू नामक युवक से किया था। शादी में उसके परिजनों ने अपनी हैसियत के अनुसार दान-दहेज भी दिया था,लेकिन उसके ससुराल पक्ष के लोग उस दान-दहेज से खुश नहीं हुए और बार बार नई नई मांग को लेकर बहु को प्रताड़ित करने लगे।इतना ही नही शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जाने लगा। युवती के पिता शकील ने बताया कि दहेज के साथ मैंने 50 हजार रुपया नगद भी दिया था। उसके बाद भी अब मेरा दामाद बैटरी ऑटो रिक्शा की मांग करने लगा और मेरी बेटी को बेरहमी से मारने पीटने लगा। जैसे ही इस बार मुझे मारपीट की सूचना मिली मैं अपनी बेटी को घर बुला लाया और मजबूरी में थाने पर प्रार्थना पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराया है। इस संबंध में जब रुपईडीहा थाना प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पाठक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है । दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है।
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