रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में व रुपईडीहा कस्बे की विद्युत समस्याएं काफी खराब हो चुकी है। इस उमस भरी गर्मी से छोटे छोटे बच्चों से लेकर हर व्यक्ति त्रस्त हैं। शुक्रवार को कस्बे के सबसे बड़े ट्रांसफार्मर फुक जाने की वजह से फिर आधी आबादी को उमस भरी गर्मी में लोगों को रात गुजारनी पड़ी। बताते चले अभी लगभग डेढ़ माह पूर्व भी यह 400 केवीए ट्रांसफार्मर बदला गया था। रुपईडीहा कस्बे के ट्रांसफार्मरों पर क्षमता से अधिक लोड रखा जाता है। जिसकी वजह से बार-बार ट्रांसफार्मर फूक जा रहा है । दो दिन पूर्व भी रुपईडीहा कस्टम कार्यालय नेपालगंज रोड के निकट केबल जलकर टूट गई थी। सीढ़ी न होने की वजह से टूटा तार नहीं सही हो पाया। जिसकी वजह से पूरी रात रुपईडीहा की आधी आबादी को उमस भरी गर्मी में रात गुजारनी पड़ी थी। रुपईडीहा कस्बे के सिद्धनाथ गुप्ता, श्याम मिश्रा, शकील अहमद, जमालू व मास्टर ने मांग की है कि ट्रांसफार्मर की संख्या बढ़ाई जाए या क्षमता से अधिक वाले ट्रांसफार्मर लगाए जाए । विद्युत उपखंड नानपारा में ट्रांसफार्मर का स्टॉक नहीं होने की वजह से क्षेत्र में कभी भी ट्रांसफार्मर फूक जाने पर त्वरित नहीं बदल पता है। यही हाल जर्जर हो चुके तारों का भी है। जब कभी भी तार जलकर टूट जाते है। तारों की उपलब्धता नहीं होने की वजह से समय से कभी भी टूटे हुए तार नहीं जुड़ पाते है । स्थानीय लोगों को कहना है कस्बे में बिजली उपकरण सहित अन्य जरूरी संसाधनों की कमी है, तार जर्जर हो चुके हैं । बिल तो धड़ल्ले से आ रहा है और अधिकारी घर घर जाकर खूब जांच करते हैं लेकिन कस्बे में जर्जर हो चुके तार को नहीं बदला जा रहा है और ना ही शासन प्रशासन से अधिकारी मांग कर रहे हैं कि रुपईडीहा में संसाधनों की कमी है। कस्बे की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है, सब कुछ यहां भगवान भरोसे चल रहा है। इस संबंध में जब संबंधित जेई से बात करने की कोशिश की गई परन्तु उनका मोबाइल नहीं उठा।
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