रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमा पर मानव तस्करी रोकने संबंधी एक बैठक माइती नेपाल संस्था द्वारा नेपालगंज के एक होटल कल आयोजित की गयी। जिसमें भारतीय क्षेत्र के भी अधिकारी शामिल रहे।
इस बैठक का मुख्य उद्देशय नेपाल-भारत सीमा पर हो रही मानव तस्करी का रोक थाम के साथ साथ हितधारक के बीच समन्वयन स्थापित करना था। माइती नेपाल के क्षेत्रीय आधिकारी केशव कोइराला द्वारा सभी प्रतिभागियों का अभिनंदन करने के बाद दोनों देशों के हितधारकों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। भारत की सय्म सेवी संस्था देहात से हसन फिरोज मानव सुरक्षा आधिकारी ने मानव तस्करी से जूड़ी चुनौतीयों के बारे मे साझा किया उन्होंने बताया की दोनो देशों के बीच देश प्रत्यावर्तन के सम्बन्ध मे कोई निर्देशिका नहीं है। जिस के कारण देश प्रत्यावर्तन मे समस्यों का सामना करना पड़ता है। इन्स्पेक्टर सरिता प्रसतूतीकारण के माध्यम से मानव तस्करी से जुड़ी डाटा,चुनौतियाँ और सुझाव के बारे मे अवगत किया। दूसरी तरफ नेपाल की ओर से केशव कोइराला ने मानव तस्करी से संबंधित तथाय के बारे मे अवगत कराया। इस अवसर पर एडीसनल एसपी बहराइच अशोक कुमार ने कहा कि मानव तस्करी की रोकथाम के लिए जानकारी ही एक आहम भूमिका है हमे ऐसा तंत्र बनाना चाहिए जिससे हम लोग एक दूसरे को आसानी से सूचनाएं आदान प्रदान कर सके, उन्होंने सुझाव दिया की वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से आसानी से ये कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऍन.जी.ओं को बाबागंज कस्बे मे एक जानकारी केंद्र स्थापित करना चाहिए। पत्रकार कृष्ण आधिकारी ने सुझाव दिया नेपाल पुलिस आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखती है किन्तु उन को चाहिए की नेपाल से भारत की ओर जाने वाले लोगों का भी अच्छे से जांच पड़ताल करना चाहिए। भारत की ओर से सशस्त्र सीमा बल 42 वाहिनी के सेना नायक तपन कुमार दास ने बताया की सरकारी निकाये की सीमाएं है किन्तु समाज सेवी संस्थाए की सीमा नहीं है वो हर स्तर पर काम कर सकते है। किसी का भी सहयोग छोटा या बडा नहीं होता,हमे मानव तस्करी रोक थाम पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिस के लिए दोनों देशों के एन.जी.ओ, संबंधित सरकारी विभाग को मिल कर सीमा क्षेत्रों मे जागरूकता कार्यक्रम आयोजन करना चाहिए, मानव तस्करी के बारे मे स्कूल के पाठ्यक्रम मे जुड़ना चाहिए। कार्यक्रम का समापन करते हुए नेपालगंज माहनगर पालिका के मेयर प्रशांत बिस्ट ने कहा मानव तस्करी जैसे जघन्य आपराध को काम करने के लिए एक समिती स्थापित हो जिसमें दोनों देश के प्रतिनिधी शामिल हो जो लगातार अवलोकन करे और सुरक्षा कर्मी के साथ मिल कर पेट्रोलिंग करे। इस अवसर पर देहात संस्था के पदाधिकारी व भारतीय क्षेत्र के अधिकारी मौजूद रहे।
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