बहराइच 01 मई। विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर सद्भावना संस्था द्वारा भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जिले के दूरस्थ थारू बाहुल्य ग्राम बलई गांव में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि श्रम से ही सृजन होता है। श्रम के बिना सृजन का निर्माण संभव नहीं है। डीएम ने कहा कि श्रम के साथ शिक्षा जुड़ जाय तो कोई भी व्यक्ति बुलन्दियों पर पहुंच जाता है। डीएम ने कहा कि श्रम एक ऐसी पूजी है जिससे मनचाहा कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। डीएम डॉ. चन्द्र ने थारू बालिकाओं को अपनी कलम भेंट कर उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर डीएम थारू जनजाति की युवतियों ने पारम्परिक वेशभूषा में सड़क से मंच तक पुष्प वर्षा कर स्वागत किया तथा विशेष घास से तैयार की गई माला एवं टोपी तथा श्रमिक महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान श्रमिकों को फावड़ा, हल, हस्तनिर्मित टोकरी, ढलिया, प्लम्बरिंग किट भेंट किया गया। कार्यक्रम में सुरक्षा एवं शान्ति व्यवस्था के लिए मौजूद थानाध्यक्ष मोतीपुर मुकेश कुमार सिंह को डीएम ने सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ. एस.के. सिंह, एसडीएम मिहींपुरवा (मोतीपुर) संजय कुमार, डीसी मनरेगा के.डी. गोस्वामी, सहायक श्रमायुक्त सिद्धार्थ मोदियानी, डीआईओएस जय प्रताप सिंह, एमओआईसी डॉ रोहित गौतम, बीडीओ मिहीपुरवा अजीत प्रताप सिंह, जेई प्रतीक श्रीवास्तव, एपीओ अनिल तिवारी, ग्राम विकास सचिव पंकज सिंह, प्रधान सिराजुल व शरीफ अहमद सहित अन्य ग्राम प्रधान तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।
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