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Wednesday, February 12, 2025 7:10:15 PM

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एडीजे/सचिव ने जिला कारागार का किया औचक निरीक्षण

एडीजे/सचिव ने जिला कारागार का किया औचक निरीक्षण

 

बहराइच 07 मई। उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के सचिव विराट शिरोमणि द्वारा शनिवार को जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक राजेश कुमार यादव, जेलर आनन्द कुमार शुक्ल, डिप्टी जेलर देवकांत वर्मा व शेषनाथ यादव डिप्टी उपास्थित पाए गये। निरीक्षण के दौरान अधीक्षक कारागार राजेश यादव द्वारा बताया गया कि जिला कारागार में जनपद बहराइच के निरुद्ध बंदियों की संख्या 907 है। जिसमें पुरुष बदियों की संख्या 860 व महिला बंदियों की संख्या 47 है। नेपाली बंदियों की संख्या 41, प्रशासनिक बंदियों की संख्या 10, कारागार अस्पताल में भर्ती बंदियों की संख्या 11, अल्पवयस्क बंदियों की सं. 30, महिला बेटियों के साथ निरुद्ध बच्चों की संख्या 07 है।

सचिव श्री शिरोमणि द्वारा कारागार अस्पताल बैरक 10ए, बच्चा बैरक 10बी व 10सी, महिला बैरक व पाकशाला का निरीक्षण किया गया। पाकशाला के निरीक्षण में भोजन निर्धारित मेन्यू के अनुरूप बनता हुआ पाया गया। जेलर द्वारा बताया गया कि दोपहर के भोजन में सब्जी, चावल व चने की दाल दी गयी है। शाम के भोजन में रोटी, अरहर की दाल, चावल एव माह मई व जून में मा. उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये आदेश के अनुपालन में लू से बचने हेतु बंदियों के लिये आम का पना तैयार करते हुए गया। पाकशाला की साफ-सफाई उचित पायी गयी।

बैरकों के निरीक्षण के दौरान विचाराधीन बन्दियों को उनके मुकदमों की पैरवी के लिए जिला प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराये जाने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। साथ ही ऐसे सिद्धदोष बंदी जिनकी अपील मा. सत्र न्यायालय अथवा उच्च न्यायालय में दाखिल नहीं हो पायी है, उन्हें अपनी अपील जेल अपील के माध्यम से कराये जाने का सुझाव दिया गया। बंदियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया गया कि प्रत्येक माह जेल में लगने वाली जेल लोक अदालत के माध्यम से अपने छोटे वादों एवं मुकदमें का शीघ्र निस्तारण कराएं। बंदीगण अंकित पुत्र शुकुल व सुशील उर्फ लंगड़ा पुत्र प्यारेलाल द्वारा वकील की मांग की गयी। इस सम्बन्ध में जेल अधीक्षक नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।

निरीक्षण के दौरान डिप्टी जेलर द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में कारागार में 5 बंदी कोविड पाजिटिव पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि कारागार में यदि किसी बंदी में बुखार, खांसी, जुखाम इत्यादि लक्षण दिखते हैं, तो सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुये उन्हें प्रथम बैरक में रखा जाता है। जिला कारागार में दाखिल होने वाले नये बंदियों को शुरूआत में पृथक बैरक में देखा जाता है। वर्तमान में कारागार में बूस्टर डोज लगे बंदियों की संख्या 114 है। सचिव श्री शिरोमणि द्वारा प्रतिदिन जेल परिसर का सेनेटाइजेशन, साफ सफाई एवं सुंदरता बनाये रखने हेतु निर्देशित किया गया।

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