चित्तौड़गढ़ दिनांक 10 अप्रैल चित्तौड़गढ़ गोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ सोहन लाल मेघवाल ने मौलिक अधिकारों का वर्णन करते हुए मूल कर्तव्यों के अनुसार आचरण की बात कहीं। से गोष्ठी के मुख्य अतिथि 97 वर्षीय पोखर मेघवाल ने भीमराव अंबेडकर के द्वारा किए सामाजिक न्याय एवं सामाजिक सुधारो पर चर्चा की गई। उन्होंने आजादी से पहले की छुआछूत एवं सामाजिक विषमता की विस्तार से चर्चा की डॉ भीमराव अंबेडकर पखवाड़ा समिति के सह संयोजक निर्मल देसाई ने बाबा साहब के कार्यो को स्मरण करते हुए महिलाओं के कल्याण एवं शिक्षा पर बाबा साहब के योगदान दिया । सभी को डॉ भीमराव अंबेडकर की बुकलेट का वितरण किया । विचार गोष्ठी में नगजी राम मेघवाल, बाबू लाल मेघवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय के पुरोधा बाबा साहब ने दलितों श्रमिकों के कल्याण एवंसामाजिक न्याय पर विचार व्यक्त किए । सभी ने बाबा साहब के अधूरे सपने को मिल कर पूरा करने की शपथ ली । अम्बा लाल,शांति लाल, लेहरू लाल,कालू राम ,केसर बाई, गंगा बाई ने अपने विचार व्यक्त किए। खेम चन्द मेघवाल, कैलाश मेघवाल, मोहन मेघवाल, सुरेश मेघवाल, बगदी मेघवाल, लाभ चन्द ,प्रवीण मेघवाल, जितेन्द्र मेघवाल, हरीश मेघवाल, पवन मेघवाल चेतन मेघवाल, नारायण मेघवाल, यश मेघवाल, राहुल मेघवाल, ममता बाई, मधु मेघवाल, गुड्डी बाई रेखा मेघवाल, नव्या मेघवाल ने भाग लिया । सह संयोजकने सभी को जिला मुख्यालय पर डॉ भीमराव अंबेडकर महोत्सव समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अधिक से अधिक भाग लेने के लिए आग्रह किया।
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