पुलिस की मौजूदगी में डीजे की पिकअप में की तोड़फोड़
150 पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के बीच दूसरे दिन निकली बिंदौरी
-पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के निर्वाचन क्षेत्र का मामला
देश भले ही 74 साल पहले राजनैतिक तौर पर अंग्रेजों की दासता से मुक्त हो गया हो, लेकिन अपनी सामाजिक कुरीतियों और सामंती मानसिकता से निकलने को तैयार नहीं है। देश के कई गांवों में आज भी दलित समाज के लोगों पर कई तरह से अत्याचार किए जा रहे हैं। खास तौर पर राजस्थान के कई गांवों में आज भी अगड़ी जाति के लोग दलितों अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।
ताजा मामला झालावाड़ जिले के झालरापाटन थाना क्षेत्र का है, जहां बोरदा गांव में सोमवार देर रात निकल रही दलित दूल्हे की बिंदौरी पर पुलिस की मौजूदगी में दबंगों ने पथराव कर डीजे की पिकअप के कांच तोड़ दिए। सबसे हैरानी की बात यह है कि इस पूरे घटना क्रम के दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
घटना के बाद बिंदौरी को रोक दिया गया। अगले दिन मंगलवार दोपहर को 150 पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में दूल्हे ने हाथ में डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लेकर बिंदौरी निकाली। दूल्हा रामलखन 23 झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज में वार्ड ब्वॉय है। यह वही झालरापाटन है जो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के निर्वाचन क्षेत्र के तौर पर पहचाना जाता है। यहीं से वर्तमान में राजे रिकॉर्ड मतों से जीतकर पिछले साल विधायक बनी हैं।
झालावाड़ डीएसपी हर्षराज सिंह खरेडा ने बताया कि रामलखन के परिवार को अंदेशा था कि बिंदौरी में दबंग व्यवधान डाल सकते हैं। इसी आशंका के तहत सोमवार को परिवार ने सदर थाना पहुंचकर सुरक्षा मांगी थी। शाम को बिंदौरी के दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसी बीच रात में जैसे ही बिंदौरी गांव के गुर्जर मोहल्ले से निकली तो वहां छिपकर बैठे बकानी के गांव नागौर निवासी बलवंत गुर्जर 27, सदर थाना क्षेत्र के गांव बोरदा निवासी गोवर्धन गुर्जर 36 और लक्ष्मी नारायण गुर्जर (65) ने पथराव शुरू कर दिया। जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने मौके से ही तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
अगले दिन दोबारा निकाली बिंदौरी
डीएसपी खरेड़ा ने बताया कि दूल्हे रामलखन ने मंगलवार दोपहर को फिर से बिंदौरी निकालने की मांग की थी। गांव में चार थानों के करीब 150 पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में दोपहर 2 बजे रामखन ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर हाथ में लेकर बिंदौरी निकाली। गांव में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इस घटना के बाद लोगों का कहना है कि गांव में मेघवाल और गुर्जर समाज के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही है।
आज घाटोली जाएगी बारात
जानकारी के अनुसार बोरदा निवासी कालूलाल मेघवाल के 5 बेटों में दूल्हा रामलखन 23 सबसे छोटा है। रामलखन जॉब के साथ एलएलबी की पढ़ाई भी कर रहा है। पिता कालूलाल और बड़ा भाई रणजीत मजदूरी करते हैं। तीन बड़ी बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। रामलखन की शादी बुधवार को झालावाड़ के ही घाटोली थाना क्षेत्र के बोरबंध गांव की भारती से होगी।
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