कोटा/ इटावा। इटावा में संविधान दिवस पर केंद्रीय श्रम संगठनों और किसान सभा के आह्वान पर निर्माण मजदूरों, किसानों और क्षेत्र की आमजनता द्वारा उपखण्ड कार्यालय पर प्रदर्शन कर सभा का आयोजन किया गया।
सभी नेताओं ने सरकार की मजदूर और किसान विरोधी नीतियों की आलोचना की। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी के जरिए ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में सरकार द्वारा स्थानीय नदियों से निर्माण कार्यों के लिए बजरी रेती निकालने पर रोक हटाने, प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकानों की लंबित राशि का लाभार्थियों को नगरपालिका और पंचायत समिति प्रशासन से जल्द भुगतान कराने, सभी को निःशुल्क आवासीय पट्टे जारी करने, किसानों को डीएपी और यूरिया खाद की आपूर्ति बिना अटैचमेंट करने, नहरों में प्रयाप्त पानी टेल क्षेत्र तक पहुंचाने, वर्ष 2022 मे कृषि उपजमंडी इटावा व्यापारी द्वारा लटे गए 102 किसानों की बकाया राशि 1 करोड़ 46 लाख रुपयों का मंडी समिति से भुगतान कराने, वर्ष 2022 मे बाद से नष्ट मकानों व फसलों की मुआवजा राशि दिलाने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोड वापस लेने, न्यूनतम वेतन 26 हजार करने, निजीकरण पर रोक लगाने, किसानों को सी टू प्लस 50% मुनाफे के तहत एमएसपी पर खटीद का गारंटी कानून लागू करने, सरकारी कंपनियों को बेचने पर रोक लगाने, बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने, खेत मजदूर के लिए कानून बनाने, महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करने, आशा, मिड डे मील, आंगनवाड़ी में कार्यरत सभी महिलाओं को स्थाई कर राज्य कर्मचारी का दर्जा देने और सुविधाएं देने, बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने, सभी को 300 यूनिट तक निःशुल्क बिजली देने, कृषि क्षेत्र मे सिचाई के लिए किसानों को दिन मे 10 घंटे बिजली देने और स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने की मांग की गई है।
मृतक किसानों के परिजनों को मुआवज़े की मांग
आयोजित सभा को संघर्ष समिति संयोजक भोजराज नागर, किसान नेता नागेंद्र नायक, सूरज मल मीणा, मजदूर नेता अमोलक चंद, मजदूर किसान नेता कामरेड मुकुट बिहारी जंगम ने कहा कि किसान सत्यनारायण कुशवाह व अन्य दो किसानों की मौत की जिम्मेदार राज्य सरकार और कृषि उपज मंडी प्रशासन इटावा है। अगर समय पर इटावा मंडी में व्यापारी और मंडी सचिव की मिलीभगत से हुई लूट की राशि का भुगतान पीड़ित किसानों को मंडी समिति इटावा से करा दिया जाता तो आज इन किसानों को आघात नहीं होता और वो जिन्दा होते। इसलिए इन घटनाओं की जिम्मेदार राज्य सरकार मृतक किसानों को उचित मुआवजा जारी करे।
इन गांवों के किसान-मजदूर हुए शामिल
प्रदर्शन में लुहावद, बालूपा, गैंता, जटवाड़ी, रामपुरिया, डोली, इटावा नगर, करवाड, जोरावरपुरा, नौनेरा, बागरोद, दुर्जनपुरा, गिराधरपुरा सहित कई गांवों के सैंकड़ों मजदूर किसान शामिल हुए।
सभा को इन नेताओं ने भी किया संबोधित
सभा को सीटू के यूनियन उपाध्यक्ष कामरेड गोपाल लाल महावर, अभा किसान सभा के तहसील सचिव कामरेड कमल बागड़ी, संयुक्त मजदूर किसान संघर्ष समिति संयोजक कामरेड भोजराज नागर, नौजवान सभा के युवा नेता कामरेड रमेश चंद, मजदूरों किसानों के नेता कामरेड मुकुट बिहारी जंगम, किसान नेता नागेंद्र नायक, सूरजमल मीणा लुहावद, निर्माण मजदूर यूनियन सीटू अध्यक्ष देवीशंकर महावर, प्रेमपेंटर, किसान सभा इकाई खातौली संयोजक भवानी शंकर कुशवाह, सीटू प्रदेश कमेटी सदस्य कामरेड मुरारीलाल सहित अन्य साथियों ने संबोधित किया।
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