विधायक के नेतृत्व में किसानों ने मंडावरा टोल नाके पर दिया सांकेतिक धरना
अखिल भारतीय किसान सभा ने दिया समर्थन, इटावा से पहुंचे दर्जनों सदस्य
कोटा/ इटावा/ बूढ़ादीत। दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस हाइवे के निर्माण से हुई पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को अनदेखा कर रही केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ पीपल्दा विधायक चेतन पटेल कोलाना के नेतृत्व में मंडावरा टोल प्लाजा पर सांकेतिक धरना आयोजित किया गया। जिसमें विधायक पटेल के साथ कोटा दक्षिण के उप महापौर पवन मीण, सुल्तानुपर ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र गुर्जर, कांग्रेस पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों किसान शामिल हुए।साथ ही अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष दुलीचन्द बोरदा ने भी किसान सभा के दर्जनों किसानों के साथ शामिल होकर सांकेतिक धरने को सर्मथन दिया।
धरने में विधायक पटेल ने आरोप लगाया कि अभी तक कई किसानों को 8 लेन में अवाप्त जमीन का मुआवजा दिए बिना ही सरकार ने टोल चालू कर दिया है जो कि किसानों के हितों पर कुठाराघात है। कहा कि भाजपा सिर्फ धर्म के नाम राजनीति करना जानती है। भाई को भाई से लड़ाती है, नफरत फैलाती है। जबकि वास्तविकता यह है कि आज पीपल्दा विधानसभा में मंदिर के नाम पुजारियों की मंदिर की डोहली, जो उनकी जमीनें हैं, इस 8 लेन हाइवे में अवाप्त की गई, उसका मुआवजा सरकार देने से मना कर रही है। उनकी रोजी-रोटी ही यह मंदिर की डोहली है। पुजारीगण मुआवजे को तरस रहे हैं। किन्तु सरकार द्वारा कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। सरकार ने पिछले बजट सत्र में ढोटी से निमोदा उजाड सडक के नाम से सडक स्वीकृत कर सडक को केवल सांगोद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सुरेला तक ही रोक दिया है। इस सडक को सुल्तानपुर से निमोदा उजाड तक नहीं बनाना यहां के किसानों के साथ विश्वासघात है।
विधायक पटेल ने कहा कि इससे किसानों में आक्रोश है। यदि इस बजट सत्र तक मांगें नहीं मानी गईं तो किसानों के साथ 8 लेन रोड में अवरोध पैदा किया जाएगा।
अधूरे पड़े हैं नहर के कार्य
कोटा दक्षिण उप महापौर पवन मीणा ने कहा कि उजाडा में सरकार अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है। बडौद की एम्बुलेन्स को दीगोद भिजवा दिया है। उजाडा क्षेत्र में नहर के अधूरे कार्य किए गए है। 8 लेन, नौनेरा डेम जैसे बडे बडे प्रोजेक्ट लगाकर सरकार उजाडा क्षेत्र के गांव के गांव खाली करवाना चाहती है।
अंडरपास में हो रहा है कीचड़
किसान नेता दुलीचन्द बोरदा ने कहा कि इस 8 लेन सडक के निर्माण से किसानों के धोरे नष्ट हो गए हैं। खेतों पर जाने की सड़कें नष्ट कर दी गई हैं। स्थिति यह है कि 8 लेन सडक के अंडरपास में पानी की निकासी नहीं होने से कीचड हो रहा है। किसान आज अपने खेत में पंहुचने में असमर्थ हैं। भाजपा सरकार चाहती है कि गांव के लोग गांव छोडकर चले जाएं और गांवों में कॉरपोरेट के लिए सस्ती दर पर जमीन बेच दी जाए।
बैठक लेकर प्रशासन करे समस्याओं पर चर्चा
धरने के उपरांत मांगों को लेकर केन्द्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एवं सानिवि मंत्री दिया कुमारी के नाम अधीक्षण अभियन्ता, सीएडी, अति. मुख्य अभियन्ता, सानिवि, परियोजना अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। प्रशासन को अतिशीघ्र नहर अध्यक्षों एवं जनप्रतिनिधियों की मीटिंग लेने को कहा गया। जिससे 8 लेन से उत्पन्न समस्याओं के बारे में चर्चा हो सके।
किसान सभा ने भी दिया समर्थन
धरने को अखिल भारतीय किसान सभा ने भी अपना समर्थन दिया। धरने में पीपल्दा क्षेत्र से अखिल भारतीय किसान सभा तहसील सचिव कमल बागड़ीऔर जिला अध्यक्ष कामरेड दुलीचंद बोरदा के नेतृत्व में दर्जनों किसानों ने भाग लिया।
इटावा से इन साथियों ने लिया भाग
इटावा से गोपाल लाल महावर, रमेशचंद, रवि प्रकाश, रामचंद्र महावर, रामकल्याण, प्रेम पेटर, गोबरीलाल मुंगेना, शंभूदयाल बम्बोलिया, रामचरण मीणा नोनेरा, अमोलक चंद, मुरारीलाल सहित सुल्तानपुर, इटावा के हजारों किसानों ने धरने में शामिल होकर अपना समर्थन दिया।
धरने में ये रहे मौजूद
धरने में सेवादल अध्यक्ष अब्दुल हमीद, कांग्रेस नेता दिलीप शर्मा, मुकेश उदयराज, जेपी गुर्जर, वसीम, हरिप्रकाश नापाहेड़ा, छोटूलाल मीणा उपस्थित थे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






