चम्बल साहित्य संगम की काव्य संध्या में खूब जमा होली का रंग
हंसी-ठिठोली के बीच दिया सामाजिक सद्भावना का संदेश
कोटा। चम्बल साहित्य संगम कोटा की ओर से होली के रंग, कवियों के संग काव्य संध्या का आयोजन महर्षि दधिची सभागार कुन्हाडी में सम्पन्न हुआ। जिसमें कवियों ने रंगों के उत्सव को समर्पित कविताओं में विभिन्न रंगों को उकेरा तथा सामाजिक सद्भावना का संदेश दिया।
होली को समर्पित बंटी सुमन के दोहों के बाद हास्य गीतकार सुरेश पण्डित ने हाडौती में फरड़ा सुनाकर माहौल को होली के रंगों से सराबोर कर दिया। रूप नारायण संजय व मयूर सोनी के बाद प्रसिद्ध गीतकार मुरलीधर गौड़ ने होली को समर्पित मधुर स्वर में गीत सुनाकर ख़ूब दाद बटोरी। कुशल मंच संचालक एवं हास्य-व्यंग्य कवि हलीम आईना ने अपने दोहों, क्षणिकाओं और आधुनिक परिभाषाओं से ख़ूब हंसाया। अध्यक्षता कर रहे हिन्दी-राजस्थानी कवि गीतकार बद्री लाल दिव्य ने होली और पवित्र रमज़ान की मंगल कामनाएं देते हुए होली गीत सुनाकर प्रशंसा पाई। अन्त में मुख्य अतिथि जाने-माने हास्य गीतकार विश्वामित्र दाधीच ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए पिचकारी शीर्षक से श्रृंगार का सराहनीय गीत सुनाकर होली को समर्पित काव्य संध्या का शानदार समापन किया।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






