Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Friday, April 11, 2025 12:11:36 PM

वीडियो देखें

साम्राज्यवाद-विरोधी संघर्ष के रूप में देखी जाती है भगत सिंह की विरासत

साम्राज्यवाद-विरोधी संघर्ष के रूप में देखी जाती है भगत सिंह की विरासत

साम्राज्यवाद विरोधी, समाजवादी चेतना दिवस के रूप में मनाया गया शहीद दिवस

-विकल्प जन सांस्कृतिक मंच की तरफ से प्रेस क्लब में हुआ आयोजन

 

कोटा के प्रेस क्लब में रविवार को विकल्प जन सांस्कृतिक मंच की ओर से भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु का बलिदान दिवस साम्राज्यवाद विरोधी समाजवादी चेतना दिवस के रूप में मनाया गया। अध्यक्ष मंडल में शामिल अजय चतुर्वेदी चंदालाल चकवाला, दुलीचंद बोरदा तथा किशनलाल वर्मा ने भगत सिंह की वैचारिक विरासत की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भगत सिंह की विरासत को एक क्रांतिकारी, समाजवादी और साम्राज्यवाद विरोधी संघर्ष के रूप में देखा जाता है। वे मानते हैं कि भगत सिंह केवल एक स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, बल्कि वे एक वैज्ञानिक समाजवाद और वर्ग संघर्ष के सिद्धांतों से प्रेरित क्रांतिकारी थे। उन्होंने धर्म को निजी मामला मानते हुए समाज और राजनीति को तर्क और वैज्ञानिक सोच पर आधारित करने की वकालत की।

 

इन्होंने भी रखे अपने विचार

 

कार्यक्रम में राजमल शर्मा, नारायण शर्मा, विजय सिंह पालीवाल, प्रह्लाद सिंह तंवर, राजेंद्र जैन, संदीप राय, दिनेश राय द्विवेदी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन महेंद्र नेह ने किया।

 

इन्होंने ने किया काव्य पाठ

 

कार्यक्रम में शहर तथा ग्रामीण अंचल से आए कवि-शायरों ने प्रतिरोध की कविताओं, गीत-गजलों के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिनमें डॉ. शबाना सहर, प्रो. संजय चावला, आरसी आदित्य, गौरी शंकर सोनगरा, हंसराज चौधरी, बद्रीलाल दिव्य, रामनारायण मीणा हलधर, इंदरलाल वर्मा, सत्येंद्र वर्मा, घासीलाल पंकज आदि प्रमुख थे।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *