बहराइच 30 अप्रैल। कलेेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति बैठक के दौरान जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने सभी जिम्मेदारान का आहवान किया इसी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ गोल्डेन कार्ड के साथ-साथ अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों को पूरी शिद्दत के साथ लागू करें। डीएम ने कहा कि मा. प्रधानमंत्री व मा. मुख्यमंत्री जी के विजन के परिणामस्वरूप जनस्वास्थ्य हेतु आयुष्मान भारत योजना जैसी अद्वितीय योजना संचालित कर गरीब लोगों को रू. 05 लाख तक की निःशुल्क चिकित्सा की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसलिए हम सभी का दायित्व है कि जिले के शत-प्रतिशत अर्ह लोगों का आयुष्मान कार्ड बनवाकर उन्हें योजना से आच्छादित करें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित मुख्यमंत्री सुपोषण घर व पुनर्वास केन्द्र द्वारा गतिविधियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि बेडों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि कुपोषित बच्चों के उपचार एवं देखभाल में कोई समस्या न आने पाए। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र महसी में तैनात सी.एच.ओ. पवन कुमार व एएनएम श्रीमती सर्वेश कुमार तथा पयागपुर में लैब टेक्निशियन के पद तैनात प्रवीण सक्सेना के बिना किसी सूचना के लम्बी अवधि से अनुपस्थित रहने पर डीएम ने सम्बन्धित की सेवाएं समाप्त करने के लिए नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
बैठक के दौरान बताया गया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में अच्छी प्रगति के लिए शासन स्तर से जिले की सराहना की गई है। इस स्थिति पर डीएम ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सम्बन्धित को बधाई देते हुए कहा कि अन्य कार्यक्रमों में भी निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाए। मातृ एवं शिशु मत्यु दर की समीक्षा के दौरान बताया गया कि नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए जनपद में सीएचसी जरवल, कैसरगंज, महसी, रिसिया, पयागपुर, नानपारा व मोतीपुर में न्यू बार्न सिक यूनिट (एन.बी.एस.यू.) की स्थापना की गई है। इस सम्बन्ध में डीएम ने निर्देश दिया कि यूनिट को पूरी क्षमता के संचालित कर बच्चों को उपचार की सुविधा प्रदान की जाए।
नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान डीएम डॉ. चन्द्र ने निर्देश दिया कि आगामी 02 माहों में लक्षित वर्ग के टीकाकरण के ग्राफ 80 प्रतिशत से ऊपर ले जाया जाए। अन्यथा की स्थिति में सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों को 03 माह तक वेतन बाधित करने की कार्यवाही की जाएगी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान डीएम क्षरा निर्देश दिया गया कि प्रत्येक सप्ताह कम से कम 05 स्कूलों का भ्रमण किया जाय। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि कम्युनिटी हेल्थ वर्कर की उपसिथति ईएमएस पोर्टल से ही माना जाए तथा तद्नुसार ही वेतन आहरण की कार्यवाही की जाए। बैठक के दौरान जिले में संचालित संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान हुए अच्छे कार्याें की डीएम ने सराहना की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.के. सिंह, सीएमएस डॉ. ओ.पी. चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी उमाकान्त पाण्डेय, डीपीओ राज कपूर, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जिला आबकारी अधिकारी सुधांशु सिंह व अन्य अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीडीपीओ मौजूद रहे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






