91 वें दिन भी जारी रहा जेके फैक्ट्री के मजदूरों का धरना
कोटा/ इटावा। बकाया भुगतान की मांग को लेकर 18 फरवरी से धरने पर बैठे जेके फैक्ट्री के मजदूर मंगलवार को कोटा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। वहीं जेके मजदूरों का धरना सोमवार को 91 वें दिन भी जारी रहा।
सीटू के मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि ट्रेड यूनियनों ने पूर्व में 20 मई को श्रम संहिताओं को वापस लेने सहित कई अन्य मांगों को लेकर आम हड़ताल का प्रस्ताव लिया था। लेकिन वर्तमान में पड़ोसी देश से चल रहे संघर्ष के मद्देनजर ट्रेड यूनियनों ने अब आम हड़ताल 9 जुलाई को रखने का निर्णय लिया है। यूनियन नेताओं के आह्वान पर अब 20 मई को स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे जाने का निर्णय हुआ है। इसी के तहत मंगलवार को जेके फैक्ट्री के मजदूर केंद्रीय मांगों के साथ स्थानीय मांगों को लेकर कोटा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कोटा जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
इटावा में भी करेंगे प्रदर्शन
वहीं सीटू महामंत्री मुरारीलाल बैरवा के अनुसार मंगलवार को इटावा में भी सीटू यूनियन की ओर से उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। महामंत्री ने सभी पदाधिकारियों एवं निर्माण मजदूरों से मंगलवार को 9 जुलाई को ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के आह्वान पर होने वाली राष्ट्रव्यापी मांगों और असंगठित क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए होने वाले प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है। उन्होंने सभी सदस्यों से मंगलवार को सुबह 9 बजे गैंता रोड वार्ड न. 6 स्थित सीटू कार्यालय मजदूर किसान भवन इटावा पर पहुंचने का आह्वान किया।
भुगतान होने तक जारी रहेगा धरना
धरने के संचालक जेके फैक्ट्री के मजदूर नेता नरेंद्र सिंह, उमाशंकर व हबीब खान ने कहा कि जब तक राज्य सरकार मजदूरों के धरने की शर्तों को स्वीकार करके बकाया वेतन भुगतान करवा नहीं करवा देती और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को को लागू नहीं कर देती, कोटा कलेक्ट्रेट पर धरना जारी रहेगा।
91 वें दिन धरने को इन्होंने किया संबोधित
मंगलवार को 91 वें दिन धरने को कांग्रेसी नेता धन्नालाल मेघवाल, मदन मोहन शर्मा, कालीचरण सोनी, केदार जोशी, अली मोहम्मद, कामरेड उमाशंकर, कामरेड नरेंद्र सिंह व कामरेड हबीब खान आदि ने सम्बोधित किया। वहीं धरने का संचालन अशोक सिंह ने किया।
रावतभाटा में श्रम संगठनों की आम हड़ताल स्थगित
ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 20 मई के स्थान पर अब 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी आम हड़ताल से एशिया का अति संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण रावतभाटा को अलग रखने का निर्णय लिया गया है। श्रम संगठनों के निर्णय के अनुसार रावतभाटा में आम हड़ताल, धरना व प्रदर्शन स्थगित कर दिए गए हैं।
राजस्थान अनु शक्ति ठेका कर्मचारी संघ इंटक अध्यक्ष डीपी सिंह, परमाणु राणु निर्माण श्रमिक यूनियन सीटू के महासचिव जयसिंह ने बताया कि दोनों ही श्रम संगठनों द्वारा रावतभाटा राजस्थान साइट एनपीसीआईएल के स्थल निदेशक व निर्माणाधीन इकाई 7 व 8 में कार्यरत समस्त श्रमिक कंपनी प्रबंधन व एनएफसी भारी पानी संयंत्र के अधीन कार्यरत ठेकेदार कंपनियों को केंद्रीय श्रम संगठनों के आह्वान पर 20 मई को केंद्रीय मांग पत्र के साथ स्थानीय स्तर की मांगों पर हड़ताल का नोटिस दिया गया था। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक अध्यक्ष डॉ. संजीवा रेड्डी के संयोजन व राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली की अध्यक्षता में हुई संयुक्त बैठकों में निर्णय लिया गया कि देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए 20 मई को निर्धारित राष्ट्रव्यापी हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। प्रदेश में हुई समस्त श्रम संगठनों की बैठक में इस बात पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई कि जब देश ऐसी गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है, फिर भी देश की सरकार श्रम संहिता को लागू करने, काम के घंटे बढ़ाने और ट्रेड यूनियनों के अधिकारों पर अंकुश लगाने के लिए आक्रामक तरीके से दबाव बना रही है। यह ट्रेड यूनियन संगठनों के लिए बहुत ही गंभीर व विचारणीय है। समन्वय समिति के निर्णय अनुसार अब 9 जुलाई को अखिल भारतीय आम हड़ताल की जाएगी। 20 मई को राजधानी, जिला एवं औद्योगिक इकाइयों पर प्रदर्शन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही जयपुर में श्रम विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। रावतभाटा को एशिया का अति संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण हड़ताल व प्रदर्शन स्थगित किए गए हैं।
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