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Saturday, April 19, 2025 7:11:01 PM

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भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में क्षमता से अधिक बढ़ते मोबाइल ग्राहकों के कारण इस क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान*

भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में क्षमता से अधिक बढ़ते मोबाइल ग्राहकों के कारण इस क्षेत्र के उपभोक्ता परेशान*
/ से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार वसीम अहमद की रिपोर्ट

जरुरत के मुताबिक टेलीकॉम टावर न लग पाने की वजह से यह समस्या उत्पन्न हो गई है

रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के रूपईडीहा कस्बा में क्षमता से अधिक बढ़ते ग्राहकों के कारण नेट के कम स्पीड और फोन के बार बार कट जाने की समस्या से मोबाइल उपभोक्ता जूझ रहे हैं। रुपईडीहा कस्बे क्षेत्र में मुख्यरूप से जिओ,एयरटेल व बीएसएन एल कंपनियों के मोबाइल टावर लगे हुए हैं। लेकिन उन टावरों पर क्षमता से अधिक उपभोक्ताओ के होने के कारण स्लो डाटा स्पीड और कॉल ड्रॉप की समस्या बनी हुई है । जिसकी वजह से उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।मौजूदा समय मे टेलिकॉम कंपनियों के नेटवर्क 85-90 पर्सेंट की क्षमता पर काम कर रहे हैं। ये कंपनियां क्षमता से अधिक खपत की बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए जूझ रही हैं। जानकारों की माने तो पिछले एक साल में औसत डेटा खपत 1.5 जीबी प्रति उपभोक्ता से बढ़कर 6.5 जीबी प्रति उपभोक्ता पहुंच गई है। वहीं औसत वॉइस खपत पिछले साल के 400 मिनट प्रति उपभोक्ता से बढ़कर 820 मिनट प्रति उपभोक्ता हो गई है। इस इंडस्ट्री के जानकर बताते है कि वॉइस कॉल अब तेजी से डेटा कॉल के जरिए हो रहे हैं। हालांकि ये कंपनियां क्षमता के हिसाब से सेल साइट्स इंस्टाल नहीं कर पाई है, जबकि यूजर्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए ज्यादा से ज्यादा सेल साइट्स की जरूरत है। मोबाइल फोन कंपनियां और नेटवर्क इक्विपमेंट वेंडर्स बताते है कि इन इलाकों में खासतौर से मांग और आपूर्ति के बीच आई इस कमी को स्वीकार किया है। हालांकि इसके पीछे जरूरत के मुताबिक टेलिकॉम टावर नहीं लगा पाने की असमर्थता को दोषी ठहराया जा रहा है । जिससे यह समस्या उत्पन्न हो गई है।

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