राजसमंद। दिवेर आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रबुद्ध संत मुनि श्री संजय कुमार जी मुनि श्री प्रकाश कुमार जी मुनि श्री धैर्य कुमार जी एवं मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ जी के पावन सानिध्य में पर्युषण महापर्व का तीसरा दिन सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया तेरापंथ भवन दिवेर में आयोजित हुआ । प्रातः कालीन प्रवचन के दौरान मुनि श्री संजय कुमार जी ने कहा हमें सामायिक के महत्व को जानकर उसका उपयोग करना चाहिए सामायिक समता की साधना है जिससे सामाजिक समस्या का भी समाधान होता है उन्होंने हाजिरी का वाचन करते हुए कहा तेरापंथ की मौलिक मर्यादा साधु के लिए ही नहीं श्रावक समाज के लिए भी बहुत उपयोगी है ।मुनि श्री प्रकाश कुमार जी ने भगवान महावीर की अध्यात्म यात्रा का वर्णन करते हुए 18 वे भव में बने वासुदेव महावीर का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा इस भव में उन्होंने अपने पराक्रम की पराकाष्ठा का अद्भुत परिचय दिया हमें भी अपनी शक्ति का सम्यक उपयोग करना चाहिए। मुनि धैर्य कुमार जी ने गीत का सम्मान करते हुए कहा क्षमता और सामायिक दोनों पर्यायवाची है यदि कोई व्यक्ति सामायिक करता है तो वह क्षमता का जीवन जीता है सामायिक का असर भी लंबे समय हो ऐसे प्रयोग करना चाहिए ।मुनि सिद्ध प्रज्ञ जी ने सोई शक्ति जगाने आया पर्युषण गीत का संगान करते हुए कहा समता और विषमता एक अक्षर का अंतर है किंतु क्षमता से जहां एक और आत्मा उज्जवल बनती है वहीं दूसरी ओर विषमता से आत्मा पतन की ओर जाती है हमें आत्मविकास के लिए सामायिक करना चाहिए सामायिक से अशुभ गति का नाश होता है और मनुष्य लंबे समय तक सुख की अनुभूति कर सकता है ।इस अवसर पर बैरागी मुदित जैन दिल्ली ने सु मधुर गीत का संगान करते हुए मुनि प्रवर के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। कन्या मंडल द्वारा सामायिक दिवस पर गीत का सुमधुर गीत का संगान किया गया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेश श्री श्री माल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मुनि श्री के प्रति आभार व्यक्त किया। ज्ञातव्य होगा कि पहली बार लगे इस श्रमण उपासक शिविर में मुनि श्री के सानिध्य में बड़ी संख्या में लोग प्रात काल से लेकर रात्रि कालीन सभी क्लासों में गहरी रूचि और जागरूकता से भाग ले रहे हैं।
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