रिपोर्ट : डी. पी.श्रीवास्तव
बहराइच। लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 अंतर्गत क्षेत्र में एस एस टी टीम में तैनात कार्यपालक मजिस्ट्रेट कर्मवीर व उ0नि0 प्रकाश सरोज मय टीम द्वारा रुपैडीहा थाना क्षेत्र अंतर्गत राणा पेट्रोल पम्प बैरियर के पास कस्बा रूपईडीहा में चेकिंग के दौरान करीब 23.00 बजे एक वाहन हुंडई i20 नं. UP80EH 6215 से चालक रवि कुमार गुप्ता पुत्र स्व0 दीपक कुमार निवासी काजी कटरा थाना दरगाह शरीफ जनपद बहराइच व बगल में बैठे धनंजय शिन्दे पुत्र उल्लाहास राव नि0 काजीपुरा थाना को0नगर जनपद बहराइच की गाड़ी के पीछे की सीट के पास एक सफेद प्लासटिक की बोरी में जो इक्क्यावन लाख रुपयों की बरामदगी की गई थीं उसके तार अब हवाला व सोने के तस्करों से भी बताया जाने लगा है।सूत्रों की माने तो पकड़े गए व्यक्ति के तार सोने की तस्करी से जुड़े बताए जाते हैं।मालूम हो कि पूर्व में मुगल सराय स्टेशन पर डी.आई.आर.द्वारा इन्हीं के गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।लोगों का मानना है कि यदि उक्त प्रकरण में ईमानदारी से छानबीन हो तो और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। क्यूंकि पूर्व में पकड़े गए अभियुक्तों में धनंजय शिंदे भी शामिल बताया जाता है।सूत्र यहां तक बताते हैं कि सोने की तस्करी में जनपद के कई बड़े लोग शामिल हैं,जिनके तार लखनऊ से भी जुड़ना बताया जा रहा है।एक गोपनीय सूत्र द्वारा यहां तक बताया गया कि बहराइच से हसीब व खन्ना,विशाल,मुमताज रायनी,सतीश अग्रवाल,मृदुल अग्रवाल,लखनऊ से चौक के घड़ियाली गली से छन्नू गुप्ता,चौक बिलियन से बालाजी उक्त व्यापारियों को नेपाल के नूरुद्दीन,जमील,कल्लू,मुन्ना, व शफीक आदि काठमांडू से सोना सप्लाई करने का काम करते हैं।और ऐसे मामलों में पुलिस भी दर्शकों की भूमिका दिखाती नजर आती है।कई मामलों में तो सच को पुलिस द्वारा गायब करते हुवे देखा गया है।और शायद यही कारण है कि सरकार द्वारा उक्त के खिलाफ व्यवस्था व सरकारी पगार के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए खर्च करने के बाद भी वर्षों से तस्करी रुकने का नाम ही नही ले रही।और यही कारण है कि व्यवस्था पर रोक लगाने की जिम्मेदारी पाए लोगों को भी शक की निगाह से देखा जाता है।उक्त मामले में यदि उच्च स्तर के पुलिस अधिकारियों द्वारा एक मिशन के तहत कार्य किया जाय तो तराई से लगने वाले उत्तर प्रदेश के इस अंतिम जिले से तस्करी के लिए पूरे देश में विख्यात नेपाल से सटे रूपईडीहा क्षेत्र के बदनामी के स्कोर को कुछ कम जरूर किया जा सकता है।मालूम हो कि उक्त रकम की बरामदगी में थाना प्रभारी शमशेर सिंह सहित हेड कांस्टेबल सुनील कुमार निषाद,कांस्टेबल सोविंद्र यादव,कांस्टेबल अनुज कुमार व एसएसटी टीम भी शामिल रहे। उक्त के सदर्भ में जब और अधिक जानकारी के लिए रूपईडीहा प्रभारी शमशेर सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो सेल फोन पर बताया गया कि मैं उनका गनर बोल रहा हूं,साहब अभी एस. पी.साहब की मीटिंग में हैं।
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