कर्नाटक के सियासी गलियारों में फिर एक बार ‘ऑपरेशन कमल’ की गूंज सुनाई दे रही है. कांग्रेस के चार विधायकों के मुंबई पहुंचने की खबर के साथ ही राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है और वार पलटवार का सिलसिला फिर एक बार शुरू हो गया है. कैबिनेट में जगह ना मिलने और कांग्रेस के अंदरूनी झगड़ों के बीच खबर है कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार संकट में घिर रही है.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधायक आनंद सिंह, बी नागेन्द्रा, उमेश जाधव और बीसी पाटिल मुंबई पहुंच गए हैं, जबकि रमेश जारकीहोली और निर्दलीय विधायक आर शंकर भी मुंबई पहुंच सकते हैं. इसके अलावा बीजेपी कांग्रेस के विधायक रामप्पा, भीमा नायक, के रमेश और जेडीएस के बी सत्यनारायणा और निर्दलीय उम्मीदवार नागेश के सम्पर्क में है.
हालांकि कांग्रेस के दिग्गज नेता और ऊर्जा मंत्री डी के शिवकुमार ने केवल तीन विधायकों के ही नाम लिए और कहा कि बाक़ी विधायक उनके क्षेत्र में है. उन्होंने बीजेपी पर एक बार फिर राज्य में ‘ऑपरेशन कमल’ चलाने का आरोप लगाया है.
दरअसल कर्नाटक विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 224 की है. यानी सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 113 विधायक ज़रूरी हैं. बीजेपी ने चुनाव में 104 सीटें जीती थीं. वहीं जेडीएस और कांग्रेस के मिलकर 116 विधायक है. वहीं दो निर्दलीय और एक बहुजन समाज पार्टी विधायक भी सत्ताधारी पक्ष के साथ हैं, जिससे गठबंधन का आंकड़ा 119 पहुंच जाता है.
उधर मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इन खबरों को खारिज़ कर कहा है, ‘’तीनों विधायक मेरे संपर्क में हैं. तीनों ने मुझे सूचित किया और फिर मुंबई गए. मेरी सरकार किसी भी तरह के संकट में नहीं है. मैं इसे संभाल लूंगा, मीडिया इसकी चिंता ना करें.’’
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली थी कि बीजेपी ने कर्नाटक में 17 जनवरी तक सरकार गिराने का प्लान बनाया है. हालांकि विधानसभा में बीजेपी की स्थिति देखते हुए एक बार ऐसा होना मुश्किल नजर आ रहा है. हालांकि बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इससे साफ इंकार कर कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं.
बीएस येदियुरप्पा ने कहा है, ‘’मुंबई के रिजॉर्ट पॉलिटिक्स की कोई जानकारी नहीं है. तीन विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की अफवाह में कोई सच्चाई नहीं है. ये जेडीएस-कांग्रेस के बीच का मामला है. हम सिर्फ हमारे विधायकों पर फोकस्ड हैं.’’
बता दें कि पिछले कई दिनों से कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन में अंदरूनी घमासान जारी है, वहीं कई विधायक नाराज़ भी बताए जा रहे हैं. ऐसे में कई ऐसे विधायक हैं जो लगातार बीजेपी से संपर्क में हैं. जिससे साफ तौर पर जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन की सरकार संकट में नजर आ रही है.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






