फतेहपुर। जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली क्षेत्र के हरिहरगंज स्थित इवेजलिकल चर्च आफ इंडिया में सामूहिक धर्मांतरण का मामला 15 अप्रैल को सामने आया था. वीएचपी और बजरंगदल के हंगामे के बाद तत्कालीन सीओ सिटी डीसी मिश्रा ने खुद मजिस्ट्रेट के मौजूदगी में पुलिस टीम के साथ चर्च में छापेमारी की थी. छापेमारी में चर्च से बड़ी रकम के साथ ही सैकड़ों लोग मिले थे. वीएचपी का आरोप था कि गरीबों को पैसों का लालच देकर जबरन धर्मांतरण कराया गया है. जिसके बाद 15 अप्रैल की ही रात मुकदमा दर्ज किया गया. मामले में 36 नामजद और 20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया था.
आपको बता दें की यूपी के फतेहपुर जिले में सात महीने पहले चर्च में हुए सामूहिक धर्मांतरण के मामले में अब यूपी एटीएस ने जांच शुरू कर दी है. यूपी एटीएस ने धर्मांतरण के मामले में फंडिंग के नेटवर्क को खंगालना शुरू कर दिया है. धर्मांतरण के आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल खंगाली गई है. टीम धर्मांतरण में नामजद 36 आरोपियों में से 31 के बैंक खातों की डिटेल अपने साथ ले गई है. एटीएस की रडार पर शहर का एक नामी स्कूल भी है. हाल ही में स्कूल की महिला टीचर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जबकि दूसरा आरोपी टीचर अभी भी फरार है. सूत्रों की माने तो एटीएस एक पुलिस अधिकारी की भूमिका की भी जांच कर रही है. एटीएस की पूछताछ के बाद चर्चा है कि ईसाई-मिशनरी के एक रसूखदार व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद कार्रवाई में शिथिलता बरती गई. हालांकि जांच के बाद मामले के कई अहम तथ्य भी सामने आ सकते हैं.
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