बहराइच 9 अप्रैल। रिजार्ट, होटल व विवाह घरों की उद्योग व्यापार मंडल से संबद्ध संस्था होटल रिजार्ट वेल्फेयर एसोसिएशन की एक बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष बृजमोहन मातनहेलिया की सदारत में शनिवार देर रात संपन्न हुई।
स्थानीय लेजर रिसार्ट में सम्पन्न कार्यक्रम में अध्यक्ष मातनहेलिया ने सभी रिजार्ट होटल मालिकान को एसोसिएशन पदाधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित डिस्प्ले प्रमाण पत्र सौंपे और आग्रह किया कि सभी लोग अपने प्रतिष्ठान के रिसेप्शन पर सदस्यता प्रमाण पत्र डिस्प्ले करें।
बैठक में हरियाली रिजार्ट, लेजर रिसार्ट, बन सरिता रिजार्ट, लक्ष्मी रिसार्ट, ब्लिस रिजार्ट, होटल हर्ष पैलेस, होटल हर्ष रीजेंसी, होटल वेलवेट, होटल ग्रैंड पैलेस, होटल राधा कृष्णा, विनायक रिजार्ट, स्नेह उत्सव पैलेस, अभिनंदन बैक्वेट, आशीर्वाद लान, होटल अवध कैलाश, नारायन गेस्ट हाउस, होटल रायल पैलेस, एस. पलक, केकेवाई ताज, क्राउन पैलेस, होटल राधे कृष्णा सहित अन्य प्रमुख होटल रिजार्ट मैरिज लान मालिकान मौजूद रहे।
एसोसिएशन उपाध्यक्ष व प्रवक्ता मनीष मल्होत्रा ने बताया कि बैठक में सभी ने एक स्वर में ग्राहक को भगवान तुल्य बताते हुए कहा कि ग्राहक की सेवा हमारा धर्म है। हमारी इंडस्ट्री में तो ग्राहक को ग्राहक नहीं “गेस्ट” (मेहमान) कहा जाता हैं। भारतीय परिवेश में मेहमान को भगवान समझा जाता है। ऐसे में अपने परिसर में आगंतुकों का दिल से स्वागत, सत्कार व सेवा करना हमारा धर्म है। फिर भी व्यवसायिक प्रतिष्ठान होने के कारण नफा नुकसान भी हमें ही देखना होगा।
अध्यक्ष बृजमोहन मातनहेलिया ने बताया कि कोविड 19 व कोविड के बाद बीते तीन सालों में होटल रिजार्ट व्यवसाय में भारी गिरावट आई है और इससे जुड़े लोग भारी नुकसान से होकर गुजरे हैं। बावजूद इसके किसी भी वीआईपी मूवमेंट पर राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से हम सदा ही पुलिस व प्रशासन के साथ सहयोग करते रहे हैं। कोविड में भी हमने प्रशासन का कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया है। एसोसिएशन अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में अधिकांश होटल रिजार्ट मालिकान ने बताया कि पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के नाम पर अधीनस्थ कर्मी आए दिन मुफ्त सेवा लेने की कोशिश में रहते हैं। इस विषय पर अधिकारियों से वार्ता कर समस्या का निदान किया जाएगा।
एसोसिएशन महामंत्री गौतम मल्होत्रा व कोषाध्यक्ष आशीष केडिया ने बताया कि बुकिंग एडवान्स वापस या समायोजित नहीं करने संबंधी देश, प्रदेश व बहराइच के अधिकांश प्रतिष्ठानों में पहले से लागू नियम को एसोसिएशन ने सर्वसम्मति से मान्यता दी है। निर्णय के मुताबिक बुकिंग निरस्त या स्थगित होने पर अग्रिम लिया गया भुगतान ना तो रिफंड होगा और ना ही इसे किसी बुकिंग में समायोजित किया जा सकेगा। निर्णय के अनुसार रिजार्ट, बैंक्वेट बुकिंग के लिए डेट ब्लाक करने से पहले कुल बुकिंग राशि का 30%, कार्यक्रम से तीन माह पूर्व 30+20 (कुल 50 प्रतिशत) व समारोह से एक माह पूर्व पूरा भुगतान (100%) अग्रिम लेना अनिवार्य होगा।
उपाध्यक्ष अब्दुल जीशान, पदाधिकारीगण मोहम्मद खालिद व अनुज मातनहेलिया ने कहा कि साल भर के सीमित मुहूर्तों की बुकिंग से ही परिसर के पूरे साल के खर्चे चलते हैं। बुकिंग निरस्त होने पर अकसर वह तारीख खाली रह जाती है। ऐसे में एडवान्स वापसी ना करना एसोसिएशन का सूझबूझ भरा निर्णय है।
बैठक में होटल स्टाफ की क्रास हायरिंग पर भी चर्चा हुई। फैसला हुआ कि कोई भी नया कर्मचारी अपने पिछले कार्यस्थल का नोड्यूज लेकर आएगा।
बैठक को केदार मातनहेलिया, बृजमोहन मातनहेलिया, मनीष मल्होत्रा, अब्दुल जीशान, गौतम मल्होत्रा, आशीष केडिया, दीपक त्रिवेदी, पवन अग्रवाल, रूपेश जैन, अनुज मातनहेलिया, मोहम्मद खलील, रफी अहमद, अनुराग, शेखर मिश्रा, सौरभ शर्मा, अंकित अग्रवाल, सचिन जैन व सलिल जैन ने संबोधित किया।
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