पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बीच देश की विदेश मंत्री और बीजेपी की बड़ी नेता सुषमा स्वराज ने 2019 के चुनावों को लेकर बड़ा एलान किया है. सुषमा स्वराज ने इंदौर में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच कहा कि वो 2019 का आम चुनाव नहीं लड़ेंगी. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा है कि आखिरी फैसला पार्टी करती है लेकिन उन्होंने अपना फैसला कर लिया है कि वो अगला चुनाव नहीं लडेंगी.आपको बता दें कि सुषमा मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद हैं. उन्होंने खुद मध्य प्रदेश के इंदौर में चुनावी गहमागहमी के बीच चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया. सुषमा बीजेपी की स्टार प्रचारकों में शामिल हैं. उनके कद का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकता हैं कि वो बीजेपी के दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी की तीनों सरकारों में मंत्री और दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं.2014 चुनाव से पहले तक सुषमा स्वराज के नाम की चर्चा प्रधानमंत्री पद के मजबूत उम्मीदवार के तौर पर होती रही है. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के एलान के बाद इस पद पर उनके नाम की चर्चा पर विराम लग लगा और उनका कद भी काफी हद तक कम हो गया.1977 से 1982 के बीच हरियाणा विधानसभा की सदस्य भी रही हैं. इस दौरान उन्होंने 25 साल की उम्र में अंबाला कैंटोनमेंट की सीट पर जीत हासिल की थी जिसके बाद एक बार फिर वो 1987 से 1990 के बीच विधानसभा पहुंचीं.1977 की जुलाई में देवी लाल की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई. वहीं, 1979 में वो हरियाणा बीजेपी की अध्यक्ष बनाई गईं और इस समय उनकी उम्र 27 साल थी. 1987 से 1990 के बीच हरियाणा में रही बीजेपी और लोक दल की साझा सरकार में वो शिक्षा मंत्री बनीं.
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