बीजेपी ने नोटबंदी का विरोध करने पर राहुल गांधी और कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी नोटबंदी का इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनकी काली कमाई, कालाधन चला गया. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी नोटबंदी पर प्रदर्शन कर नोट बंदी के खिलाफ बोल रहे हैं. लेकिन देश की जनता उनके साथ नहीं है.पात्रा ने कहा कि राहुल झूठ पर झूठ बोल रहे हैं क्योंकि गांधी परिवार की चार पुश्तों की काली कमाई चली गई. इसलिए इनको पीड़ा हो रही है. तीन लाख शेल कंपनियां बंद हो गईं. 10 साल तक इनकी आंख क्यों बंद थी आंख पर पट्टी बांधकर क्यों बैठे रहे. अब विरोध जता रहे हैं.पात्रा ने कहा कि टैक्स बेस बढ़ा है, आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और डिजिटलाइजेशन बढ़ा है. जो लोग काले धन के खिलाफ हैं और जो काले धन को बचाने की कोशिश कर रहे हैं यह लड़ाई उनके बीच है. राहुल गांधी काले धन वालों के साथ हैं, नोटबंदी के बाद नक्सलवाद में कमी आई है. मगर कांग्रेस और राहुल गांधी उन नक्सलियों के साथ हैं जो एसी कमरों में रहते हैं. अर्बन नक्सल उनको यह क्रांतिकारी कहते हैं. ऐसे लोगों को नोटबंदी अच्छा नहीं लगा. राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कांग्रेस ने हमेशा खिलवाड़ किया है.राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी 2014 से ही एक ही स्क्रिप्ट पढ़ते आ रहे हैं. हम लोग आंखें बंद करके भी बता सकते हैं कि आगे राहुल गांधी क्या बोलने वाले हैं. जिन उद्योगपतियों को बढ़ाने की बात करते हैं उन 10-15 उद्योगपतियों को किसने बनाया और बढाया. वह कांग्रेस के शासनकाल में ही आगे बढ़े. देश तरक्की करता है, आगे बढ़ता है तो इनको तकलीफ हो रही है. क्योंकि इनको लगता था कि केवल गांधी परिवार ही आगे बढ़ेगा. तभी इनको अच्छा लगेगा. लेकिन अब देश आगे बढ़ रहा है, आगे बढ़ेगा.संबित पात्रा ने फारूक अब्दुल्ला के कश्मीर की स्वायत्ता वाले बयान को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि फारूक अब्दुल्ला को कश्मीर के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है. जो भी पेचीदगी वहां आई है. इसके लिए जिम्मेदार कौन है. 3 पुस्तों तक अब्दुल्ला परिवार का शासन रहा. उन्होंने क्या किया कश्मीर के लिए. कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. इसको भारत से कोई अलग नहीं कर सकता.तालिबान के साथ बातचीत के मुद्दे पर संबित पात्रा ने कहा कि तालिबान के साथ कोई बातचीत भारत नहीं कर रहा है. भारत अफगानिस्तान के साथ शांति प्रक्रिया में शामिल है. यह भारत के लिए गर्व की बात है, क्योंकि मोदी ग्लोबल लीडर हैं. दुनिया में उनकी इज्जत है. मगर कुछ राजनेता अपने स्वार्थ के लिए राजनीति कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






