बहराइच 03 जून। संभावित बाढ़ से जिले में की जा रही तैयारियों का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अधि.अभि. ड्रेनेज खण्ड शोभित कुशवाहा, उप जिलाधिकारी संजय कुमार, तहसीलदार अम्बिका चौधरी, बीडीओ मिहींपुरवा अजीत प्रताप सिंह, उपायुक्त मनरेगा के.डी. गोस्वामी, एनआरएलएम रामेन्द्र कुशवाहा, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी व अन्य अधिकारियों के साथ तहसील मिहींपुरवा अन्तर्गत गोपिया बैराज का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान बैराज पर गोपिया, कन्जड़वा, सोंगवा, गौढ़हिया, पढरिया, मझगवां, सर्राकला, पुरैना रघुनाथ, करमोहना, लौकाही, जोगनिया, मटेही कला, सोहनी, बखारी इत्यादि ग्राम पंचायतों के मौजूद ग्राम प्रधानों व ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों से वार्ता कर बाढ़ के दौरान सामने आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने ग्राम प्रधानों को आश्वस्त किया कि राहत एवं बचाव कार्यों हेतु फुलपू्रफ कार्ययोजना तैयार की जा रही है। डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास होगा कि सभावित बाढ़ के दौरान न्यून से न्यूनतम जन-धन की हानि हो।
डीएम से वार्ता के दौरान ग्राम प्रधानों ने कुछ मार्गों की ऊंचा कराने तथा जल भराव वाले क्षेत्रों में प्लेटफार्म निर्माण कराने तथा कटान प्रभावित ग्रामों हेतु कटान रोधी कार्ययोजना तैयार किये जाने का सुझाव दिया। डीएम ने मौके पर ही बीडीओ को निर्देश दिया कि प्रभावित ग्रामों के सार्वजनिक उपयुक्त् स्थान पर मनरेगा योजना के तहत ऊंचे प्लेट फार्म बनवाएं जाएं। अधि.अभि. ड्रेनेज खण्ड को कटानरोधी कार्ययोजना तैयार करने तथा फिलहाल मनरेगा योजना से कटान रोधी कार्य कराये जाने का निर्देश दिया गया। सड़कों के उच्चीकरण के सम्बन्ध में डीएम ने कहा कि तकनीकी जांच के उपरान्त आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। डीएम ने ग्राम प्रधानों से अपेक्षा की कि बाढ़ के दौरान लोगों को जागरूक किया जाय कि क्षमता से अधिक संख्या में नावों पर सवार न हों तथा बाढ़ की सूचना प्राप्त होने पर समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं।
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