एक परिवार-एक पहचान योजना की भी हई समीक्षा
बहराइच 06 जुलाई। बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित आधार अनुश्रवण समिति की बैठक में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के आधार सीडिंग कार्य की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अद्यतन डाटा को पोर्टल पर अपडेट किया जाय। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि विभिन्न प्रकार की पेंशन प्राप्त कर रहे ऐसे लाभार्थी जिनके राशन कार्ड नहीं बने हैं, के सत्यापन की साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाय तथा डाटा को पोर्टल पर अपडेट भी किया जाय। ‘‘एक परिवार-एक पहचान योजना‘‘ की समीक्षा के दौरान प्राप्त हुए आवेदन पत्रों में अस्वीकृत आवेदनों की संख्या अधिक पाए जाने पर डीएम ने एसडीएम, बीडीओ व नगर निकाय के ईओ. को पुनः आवेदनों की समीक्षा करने के निर्देश दिये गये।
डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अक्रियाशील आधार निर्माण किटों को क्रियाशील किया जाए तथा प्रति किट प्रतिदिन 10 आधार कार्ड निर्माण का लक्ष्य निर्धारित करते हुए सभी अवशेष लोगों के आधार कार्ड बनवाये जाएं। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ‘‘एक परिवार-एक पहचान योजना‘‘ का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए तथा लोगों को परिवार आई.डी. बनवाने हेतु जागरूक करें। लोगों को इस बात की भी जानकारी दी जाए कि यदि उनका आधार बने हुए 10 वर्ष हो गया है तो वह अपने पहचान और पते का प्रमाण-पत्र सहित अपने नज़दीकी आधार सेवा केन्द्र से उसे अपडेट करा लें। डीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि आधार पंजीकरण केन्द्रों के नाम, पता तथा मो.न. की सूची ईडीएम को उपलब्ध करा दें। इसी सन्दर्भ में ईडीएम को निर्देशित किया गया कि सी.एस.सी. तथा आधार सेवा केन्द्रों के विवरण का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय।
बैठक का संचालन करते हुए जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. अर्चना सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अध्यासित परिवारों के लिये ‘‘फैमिली आई.डी.’’ योजना लागू की गई है। ‘‘एक परिवार एक पहचान योजना’’ अन्तर्गत वर्तमान समय में प्रदेश में अध्यासित लगभग 3.59 करोड़ परिवार एवं 14.92 करोड़ व्यक्ति राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित हैं। इन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आई.डी. है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित न होने वाले ऐसे परिवार जो राशनकार्ड के पात्र नहीं हैं, उन्हें फैमिली आई.डी. पोर्टल ‘‘फैमलीआईडी डाट यूपी डाट जीओवी डाट इन के माध्यम से फैमिली आईडी उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्था की गयी है। भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु फैमिली आई.डी. लोगों के लिए सहायक होगी। प्रदेश में अध्यासित ऐसे परिवार जो सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त नहीं कर रहे हैं वे भी स्वेच्छा से फैमिली आईडी प्राप्त कर सकते हैं।
फैमली आईडी बनवाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। इच्छुक व्यक्ति घर बैठे फैमली आईडी बनवा सकते हैं। फैमिली आईडी आवेदन करने के लिए इच्छुक व्यक्ति को फैमिली आई.डी. पोर्टल ‘‘फैमलीआईडी डाट यूपी डाट जीओवी डाट इन क्लिक करना होगा। क्लिक करने के पश्चात सामने खुलने वाले पेज पर नाम, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, निवास व अन्य व्यक्तिगत जानकारी भरकर सबमिट करने पर मोबाइल पर ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी सबमिट करते ही सम्बन्धित परिवार का पोर्टल पर पंजीकरण हो जाएगा। शासन द्वारा दी गई व्यवस्था के अनुसार शहरी क्षेत्र हेतु किए गए आनलाइन आवेदन सम्बन्धित एसडीएम और ग्रामीण क्षेत्र हेतु किए गए आवेदन सम्बन्धित बीडीओ के पास जांच हेतु पहुॅचेंगे। जांच अधिकारी प्राप्त हुए आवेदनों की जांच संबंधित लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिव से सत्यापन कराएंगे। इसका संदेश आवेदक के मोबाइल पर आएगा कि अपना फैमिली आईडी कार्ड कंप्यूटर से प्रिंट या डाउनलोड किया जा सकता है।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ. एस.के. सिंह, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, डीईएसटीओ डॉ. अर्चना सिंह, डीपीओ राज कपूर, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी वी.पी. सत्यार्थी, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय कुमार सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर सुमित तिवारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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