Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Friday, March 21, 2025 4:59:55 PM

वीडियो देखें

पीएम मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत आयोजित हुआ रिवर रैंचिंग कार्यक्रम

पीएम मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत आयोजित हुआ रिवर रैंचिंग कार्यक्रम

 

बहराइच 13 दिसम्बर। मत्स्य विभाग की ओर से सरयू नदी के किनारे स्थित श्री मरी माता मन्दिर के तट पर प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत रिवर रैंचिंग उपयोजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सदर विधायक श्रीमती अनुपमा जायसवाल द्वारा 55 हजार मत्स्य अंगुलिकाओं का संचय सरयू नदी में किया गया। इस अवसर पर सदर विधायक के प्रतिनिधि अशोक कुमार जायसवाल, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. जितेन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी उदय शंकर सिंह, निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार निषाद, अनिल निषाद, बृजेश निषाद सहित अन्य गणमान्य व संभ्रान्तजन मौजूद रहे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्रीमती जायसवाल ने कहा कि जिले में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत एक विशेष गतिविधि प्रारम्भ की गई हैं। उन्होंने कहा कि संचय कार्यक्रम से नदियों में मछली के उत्पादन को विस्तार विस्तार मिलेगा जिससे लोग जलस्रोतां व नदियों के महत्व को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। उन्होंने कहाकि ऐसे आयोजनों से आमजन को भूमि और पानी के बेहतर उपयोग से कृषि के साथ विविधीकरण अपना कर मछली उत्पादन से अतिरिक्त आय के लिए प्रेरणा मिलेगी।

श्रीमती जायसवाल ने कहा कि मछुआ समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दिशा निर्देशन में मत्स्य विभाग द्वारा अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही है। मानव आबादी बढ़ने के कारण उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन की आवश्यकता को देखते हुए मछली की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है। रिवर रैंचिंग जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को किफायती और पर्यावरणीय रूप से मत्स्य संसाधनों के सतत उपयोग और संरक्षण के लिए प्रेरित करने में मदद मिल रहीं है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम स्थायी मत्स्य पालन प्राप्त करने, जैव विविधता के संरक्षण, पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं का आंकलन करने, मत्स्य आवास क्षरण को कम करने और सामाजिक-आर्थिक लाभों को अधिकतम करने में मदद करेगा। यह पारम्परिक मत्स्य पालन, अंतर्देशीय समुदायों के व्यापार और सामाजिक संरक्षण के साथ-साथ पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता के उन्नयन को भी सुनिश्चित करेगा। श्रीमती जायसवाल ने मछुआ सुमदाय का आहवान किया कि विभागीय योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाएं। कार्यक्रम के अन्त में सहायक निदेशक मत्स्य ने आभार ज्ञापित किया।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *