घोषित था 50 हजार का इनाम, एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की प्रदेश में पहली बड़ी कार्रवाई
कोटा। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) की टीम ने कोटा पुलिस की सूचना पर राजस्थान में पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए भानु प्रताप गैंग के सक्रिय गैंगस्टर दिग्विजय उर्फ बिट्टू दीक्षित (40) को गिरफ्तार किया है। करीब 14 साल पहले दोहरे हत्याकांड में दिग्विजय शामिल था। कोर्ट में सजा सुनाए जाने से पहले ही फरार हो गया था। गैंगस्टर की गिरफ्तारी पर उदयपुर रेंज आईजी ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था।
सिटी एसपी शरद चौधरी ने बताया कि एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के प्रभारी दिनेश एमएन ने प्रदेश के सक्रिय आपराधिक गैंगों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चला रखा है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने कोटा पुलिस की सूचना पर प्रदेश में पहली कार्रवाई करते हुए 50 हजार के इनामी गैंगस्टर दिग्विजय को जयपुर से डिटेन किया है। उसे गिरफ्तार कर कोटा भीमगंजमंडी थाने लाए हैं। दिग्विजय के खिलाफ कोटा शहर सहित बेगूं चितौड़गढ़, शिप्रापथ जयपुर दक्षिण थाने में 8 मामले दर्ज हैं।
दो गैंग में चलती रहती है वर्चस्व की लड़ाई
जानकारी के अनुसार हाड़ौती में दो कुख्यात गैंग हैं। जिनमें वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है। 12 मई 2009 को मेनाल थाना बेगूं जिला चित्तौड़गढ़ में भानुप्रताप सिंह गैंग ने विरोधी गैंग के गैंगस्टर शिवराज सिंह के भाई बृजराज सिंह व दोस्त जितेंद सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इस मामले में कोर्ट ने सभी आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। आरोपी दिग्विजय सजा सुनाए जाने से पहले ही फरार हो गया था। जिस पर कोर्ट ने स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
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